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Mithun Rashi January 2024 | मिथुन राशि जनवरी 2024 राशिफल | Gemini Horoscope | Nidhi Shrimali

मिथुन राशि जनवरी 2024 राशिफल

आप सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। आज हम आपके सामने मिथुन राशि वालों का जनवरी माह का मासिक राशिफल लेकर उपस्थित हुए हैं । यह नववर्ष प्रारंभ हो चुका है और हम साल के प्रथम माह के राशिफल की बात कर रहे हैं। अगर आप अपने इस नए साल की प्लानिंग करने जा रहे हैं तो उससे पहले अपना वार्षिक राशिफल जरूर देखें ताकि आप अपने नए साल की प्लानिंग उस हिसाब से कर सके। यानी वार्षिक राशिफल से आपको काफी मदद मिल सकती है। इस साल के प्रथम माह में आने वाले कुछ विशेष व्रत और त्योहारों के बारे में। 7 जनवरी को सफला एकादशी का व्रत किया जाएगा। 14 जनवरी को लोहड़ी का पर्व मनाया जाएगा। 15 जनवरी को मकर सक्रांति आ रही है। 17 जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जयंती मनाई जाएगी। 26 जनवरी को हमारा राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। तो यह है कुछ विशेष व्रत और त्योहार जो कि इस माह में आने वाले हैं। अब आते हैं ग्रह गोचर की स्थिति पर कि साल के प्रथम माह में ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी।
सबसे पहले ग्रहों के राजा सूर्य की बात करते हैं जो कि वर्तमान में अपनी राशि धनु में विराजमान है और 15 जनवरी को अपनी सम राशि मकर में प्रवेश कर जाएंगे। बुध ग्रह की बात करें तो वे वर्तमान में वक्री अवस्था में अपनी मित्र राशि वृश्चिक में विराजमान हो रहे हैं और 7 जनवरी को अपनी शत्रु राशि धनु में प्रवेश कर जाएंगे। मंगल ग्रह इस पूरे माह अपनी सम राशि धनु में विराजमान रहेंगे। गुरु ग्रह इस पूरे माह अपनी मित्र राशि मेष में विराजमान रहेंगे। शुक्र ग्रह वर्तमान में अपनी मित्र राशि वृश्चिक में विराजमान है और 18 जनवरी को वे अपनी शत्रु राशि धनु में प्रवेश कर जाएंगे। शनि ग्रह इस पूरे मापनी मूल त्रिकोण की राशि कुंभ में विराजमान रहेंगे और राहु और केतु की बात करें तो वे इस पूरे माह अपनी सम राशि मीन और कन्या में विराजमान रहने वाले हैं। तो यह है इस माह की ग्रह गोचर की स्थिति।

अब बढ़ते हैं आगे और जान लेते हैं कि साल का यह प्रथम माह मिथुन राशि वालों के लिए कैसा रहेगा। तो शुरू करते हैं मिथुन राशि वालों का जनवरी माह का मासिक राशिफल। सबसे पहले हम आपको बता दें कि ये जो हम आपको राशिफल दे रहें हैं | यह चंद्र गणनाओं पर आधारित है और आप इसे अपनी राशि और लग्न दोनों के हिसाब से देख सकते हैं। तो सबसे पहले आपके राशि स्वामी की ही बात करते हैं। आपके राशि स्वामी और सुखेश दोनों ही हैं। बुध और बुध जाकर बैठे हैं आपके रोग भाव में। महीने के प्रारंभ में 7 जनवरी तक की स्थिति इतनी अच्छी नहीं है क्योंकि लग्नेश और सुखेश का रोग भाव में जाकर बैठना क्योंकि बुध एक बहुत सौम्य ग्रह रोग में अच्छे परिणाम नहीं देंगे। परंतु 7 जनवरी के बाद का समय लग्न और सुख दोनों स्थानों के लिए बहुत ही शानदार रहेगा क्योंकि केंद्र स्थान का स्वामी केंद्र अधिपति केंद्र में ही सप्तम भाव में जाकर बैठेगा और सप्तम दृष्टि से अपने ही घर को यानी लग्न को देखेगा तो यह सिचुएशन पूरे माह आपके लिए बहुत ही शानदार परिणामों से भरी रहेगी। इस समय आपके मान सम्मान, यश कीर्ति में बढ़ोतरी होगी। कुटुंब में भी आपका मान सम्मान और बढ़ेगा। आपकी बुद्धिमता के चर्चे चारों तरफ होते हुए दिखाई देंगे। आप अपने कार्यों में बहुत अच्छी सफलता भी प्राप्त करेंगे। इस समय जो भी कार्य आप हाथ में लेंगे उसमें भी निश्चित तौर पर आप सफलता प्राप्त करते हुए दिखाई देंगे। आपके सुखों में वृद्धि होगी। लग्जरी में वृद्धि होगी। हालांकि सुख स्थान में केतु बैठे जो कि कहीं न कहीं सुखों को लेट कर सकते हैं। इसलिए आपको थोड़ा सा संभल कर सोच समझकर आगे बढ़ना है। शत्रु भी आपको पीछे धकेलने का प्रयास करेंगे पर आपको अपने हौसलों को बुलंद रखना है। अगर आपका सेल्फ कॉन्फिडेंस स्ट्रांग रहा तो शत्रु भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे और बुध के रिजल्ट आपको और भी अधिक बेहतरीन देखने को मिलेंगे। यहां सप्तम भाव में मंगल के साथ बुध की युति हो रही है और यह युति लाभेश के साथ होना आपके लाभ की स्थितियों को बढ़ाएगा और आपके पर्सनैलिटी की वजह से आपको लाभ प्राप्त होगा। आपकी बुद्धिमता की वजह से आपको लाभ प्राप्त होगा। आपके सुखों में वृद्धि होगी तो बुध के रिजल्ट आपके लिए बहुत ही बेहतरीन रहने वाले हैं।

अब आते हैं आपके द्वितीय भाव पर। धनेश हैं चंद्रमा। चंद्रमा मन माता मस्तिष्क का कारक ग्रह हैं थोड़ा थोड़ा कभी कभी काम के बीच में इस महीने आपका मन हट जाएगा और आपकी इच्छा होगी कि काम छोड़ो, कुछ और करो और कहीं और जाओ। पर इस समय आपको पहले अपने कर्तव्य को पहचानना होगा कि आपका कर्तव्य क्या है। जितना आपका कर्म अच्छा होगा, आप अपने कर्तव्य पथ पर भी उसी तरह से आगे बढ़ते हुए दिखाई देंगे तो अपनी ड्यूटी को आपको पहचानना होगा। आपकी ड्यूटी आपको पहले करनी है उसके बाद आपको अपनी इच्छाओं को पूर्ण करने का प्रयास करना चाहिए। आपके मन में अंतर्द्वंद की स्थिति इस माह कई बार रहेगी पर इसको शांत करके आप मेंटली स्ट्रांग रहकर अपने कार्यों को करना है। कन्फ्यूज नहीं होना है क्योंकि कन्फ्यूजन से स्थितियां और अधिक बिगड़ सकती है।

अब आते हैं आपके पराक्रम भाव पर। पराक्रम भाव के स्वामी हैं सूर्य जो कि आधे माह तक आपके सप्तम भाव में बैठेंगे। पराक्रमेश का अपने से पंचम और सप्तम भाव में जाकर बैठना पराक्रम भाव के हिसाब से बेहतरीन परिणाम लेकर आएगा। इस समय आपका सेल्फ कॉन्फिडेंस बहुत ही इनक्रीज रहेगा। इस समय आप जो भी कार्य हाथ में लेंगे उसमें आप सफलता हासिल करेंगे। लीडरशिप की क्वालिटी आपके अंदर आ जाएगी। राजनीति में आपको बड़ा और शुभ समाचार प्राप्त होगा। राजनीति में आपका वर्चस्व बढ़ता हुआ दिखाई देगा तो यह समय सूर्य के रिजल्ट आपको बहुत ही बेहतरीन और उत्तम सफलताओं से भरा दिलवाएगा। पर सूर्य 15 जनवरी को चेंज होने वाले हैं और वे चले जाएंगे मकर राशि के अंदर यानी आपके अष्टम भाव में यानी पराक्रमेश का अपने से षष्ठम जाकर बैठना आपके लिए थोड़ा सा चैलेंजिंग हो सकता है। इस समय ओवर कॉन्फिडेंस में कोई भी गलत डिसीजन लेने से बचें और कॉन्फिडेंट ना हो और सोच समझकर डिसीजन लें। कोई भी ऐसा डिसीजन न लें, जिससे आने वाला भविष्य आपका खतरे में पड़ जाए और लाभ की जगह नुकसान की स्थितियां आपकी बढ़ती चली जाए। इसलिए आपको संभलकर रहने की आवश्यकता रहेगी। छोटे भाई बहनों के साथ भी आपको अच्छी ट्यूनिंग इस समय बनाकर चलना होगा।

अब आते हैं सीधा आपके पंचम भाव पर। पंचम भाव के स्वामी हैं शुक्र और शुक्र 18 जनवरी तक आपके रोग भाव में बैठेंगे और 18 जनवरी को शुक्र चले जाएंगे आपके सेवंथ हाउस में और लाभेश के साथ शुक्र की युति भी होगी। यहां पर शुक्र पंचम भाव के हिसाब से आपको पूरे माह अच्छे रिजल्ट देंगे। हालांकि शुक्र आपके खर्च भाव के भी स्वामी है पर पहले पंचम भाव की बात करें तो शुक्र के बहुत अच्छे परिणाम आपको इस माह मिलते हुए दिखाई देंगे। सेल्फ कॉन्फिडेंस इंक्रीज होगा। डिसीजन मेकिंग और अधिक स्ट्रांग होती हुई दिखाई देगी यह कार्य यह समय आपकी सफलता को सुनिश्चित करेगा। कलाकारों के लिए यह समय मान सम्मान और प्रसिद्धि से भरा रहेगा। धर्म कर्म के कार्यों में भी आपकी रुचि बढ़ेगी। आपकी बॉन्डिंग अपनी फैमिली के साथ में बहुत अच्छी और स्ट्रॉन्ग रहेगी। इस समय छात्रों को डिस्टर्ब नहीं होना है। विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण रहेगा, पर अपने डिस्ट्रक्शन को साइड में करके अपनी पढ़ाई पर आपको फोकस करना है। वरना इंटैलिजेंट होते हुए भी परिणाम आपको वैसे नहीं मिलेंगे, जैसी आपने मेहनत की है। तो इन सावधानियों के साथ आपको आगे बढ़ना होगा। 18 जनवरी को जब शुक्र आपके सेवंथ हाउस में आ जाएंगे तो इस परिस्थिति में शुक्र के रिजल्ट और भी अच्छे और बेहतरीन आपको मिलते हुए दिखाई देंगे। तो यह तो हुई पंचम भाव की बात।

अब खर्च भाव की अगर हम बात करें तो खर्च भाव के स्वामी पहले तो 18 जनवरी तक अपने से सप्तम बैठकर अपने ही घर को देखेंगे तो खर्चों को थोड़ा सा बैलेंस करने का प्रयास करेंगे। क्योंकि अपने घर का कोई व्यक्ति बुरा नहीं चाहता। पर इस समय विदेशों से भी बहुत अच्छी अपॉर्चुनिटी आपको प्राप्त होती हुई दिखाई देगी। अब लग्नेश के साथ आपकी युति भी होगी तो इस समय आप स्ट्रांग अपने पॉइंट ऑफ रख पाएंगे और इस समय शत्रुओं की संख्या में भी कमी होती हुई दिखाई देगी। शत्रुओं की संख्या कम हो जाएगी। कर्ज की स्थितियों से आपको मुक्ति मिलेगी। अब शुक्र जब आपके सेवंथ हाउस में जाकर विराजमान होंगे तो खर्च भाव का स्वामी अपने से अष्टम जाकर बैठेगा। हालांकि केंद्र के अंदर शुक्र के रिजल्ट आपको ठीक मिलेंगे परंतु फिर भी आपको सोच समझकर इन्वेस्टमेंट करना है। खर्चे करते समय सावधानी रखें।

अब आते हैं आपके। और उस पर यानी सप्तमेश सप्तम भाव और कर्म भाव की बात करते हैं। सप्तमेश और कर्मेश गुरु जो कि लाभ भाव में जाकर विराजमान हो रहे हैं, आपके लाभ भाव में गुरु का बैठना आपके लिए बहुत ही अच्छी सफलता लेकर बहुत लंबे टाइम से आ रहा है। यानी इस समय आपको बहुत अच्छे अचीवमेंट्स मिलते हुए दिखाई देंगे। पर यहां पर हम सप्तम भाव की अगर बात करें तो मंगल के साथ शुक्र जाकर बैठे हैं। शुक्र का बैठना कर्गोभाव की परिस्थिति लेकर आता है। आधे माह तक यानी 15 जनवरी तक का समय बहुत अच्छा है क्योंकि मंगल और सूर्य की युति होगी जो कि आपको बहुत अच्छी अभूतपूर्व सफलताएं भी दिलवाएगी। व्यापार का यह स्थान है तो बहुत शानदार सफलता के योग बनेंगे। टेक्निकल फील्ड में आप बहुत अच्छी महारत हासिल करेंगे। अटका हुआ इंक्रीमेंट, प्रमोशन ये सब मिलते हुए दिखाई देंगे। पर इस समय आपको चैलेंजेस का भी सामना करना पड़ेगा। पर 18 जनवरी के बाद का समय आपके लिए इतना अच्छा नहीं होगा। शुक्र मंगल की युति आपके लिए इतनी बढ़िया और मंगलकारी नहीं रहेगी। दांपत्य जीवन डिस्टर्ब हो सकता है और जीवनसाथी के साथ टकराव की स्थितियां बन सकती है। इसलिए इन मामलों में फैमिली के मामलों में लाइफ पार्टनर के मामले में बहुत ज्यादा सावधानी के साथ आपको आगे बढ़ना होगा। अब काम के हिसाब से कहें तो कर्म भाव में राहु बैठा है, जो कि कहीं न कहीं काम में चैलेंज लेकर आ सकते हैं, कठिनाइयां ला सकते हैं। मैंने पहले ही बताया आपको चैलेंजेस का सामना जरूर करना पड़ेगा, पर आपके सेल्फ कॉन्फिडेंस के दम पर आप हर परिस्थिति को पार करना जानते हैं और कर भी लेंगे। यानी आपको गुरु के रिजल्ट कर्मभाव के हिसाब से बेहतरीन मिलेंगे।

अब आते हैं आपके अष्टम भाव पर और आपके भाग्य स्थान पर आपके अष्टमेश और भाग्येश शनि बहुत लम्बे टाइम से भाग्य स्थान में स्वग्रही हुए बैठे हैं। यहां पर शनि के रिजल्ट जैसे आपको मिल रहे हैं वैसे ही कंटिन्यू चलेंगे। आपको अपने कर्म को बढ़ाना होगा क्योंकि शनि अच्छे रिजल्ट दे रहे हैं। इसलिए आप जितना अच्छी मेहनत करेंगे उतनी ही अच्छे परिणामों को और बढ़ाते चले जाएंगे और इससे आपकी सफलताओं के आंकड़े ऊपर जाते चले जाएंगे। आपकी उन्नति का ग्राफ ऊपर जाता हुआ चला जाएगा। इसलिए आपको शनि के इस समय का इस परिस्थिति का बहुत अच्छे से फायदा उठाना चाहिए क्योंकि शनि अपने ही घर में बैठे हैं तो धर्म कर्म के कार्यों से भी आपको जोड़ेंगे। मानव सेवा जनकल्याण के कार्यों से भी आपको जोड़ेंगे। आपके सेल्फ कॉन्फिडेंस को बनाए रखेंगे। यात्रा आपके लिए सुखद और मंगलमय रहेगी और इस समय नुकसान की स्थितियां कहीं न कहीं आएगी। जरूर अपने लाइफ में चलते हैं पर शनि के कारण आपके नुकसान की स्थिति भी बैलेंस हो जाएगी। तो मिथुन राशि वालों के लिए यह जनवरी माह और बहुत ही अच्छे परिणाम लेकर आ रहा है।

विशेष उपाय

  • जनवरी माह में मकर संक्रांति का बड़ा पर्व आ रहा है तो गरीबों को कंबल, वस्त्र आदि का दान इस दिन करें।
  • सूर्य के खास मंत्र ॐ ह्रीं सूर्याय नम मंत्र का जाप करें।
  • शनिवार के दिन शनि मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाने से नौकरी संबंधी सभी समस्याएं दूर होती है।
  • आप व्यापार में है तो अपने कार्य स्थल में व्यापार वृद्धि यंत्र स्थापित करें। इसके प्रभाव से धनलाभ और संतुष्टि मिलेगी और आर्थिक हानि और संकट दूर होगा।
  • कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के लिए सिरहाने में सोने से पहले तांबे के लोटे में पानी भरकर रखें और सुबह उठकर उस पानी को पी लें।