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Kanya Rashi April 2024 | कन्या राशि अप्रैल 2024 राशिफल | Virgo April Horoscope | Nidhi Shrimali

kanya rashi

कन्या राशि अप्रैल 2024 राशिफल

नमस्कार, स्वागत वेलकम | आज हम आपके सामने कन्या राशि वालों का अप्रैल माह का मासिक राशिफल लेकर उपस्थित हैं और सबसे पहले जान लेते हैं इस माह में आने वाले कुछ विशेष व्रत और त्योहारों के बारे में। तो 2 अप्रैल को शीतलाष्टमी का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। 9 अप्रैल को चैटी चण्ड , गुड़ी पड़वा और चैत्र नवरात्रों की शुरुआत होने वाली है। इस दिन से हमारे भारतीय नववर्ष की भी शुरुआत हो जाती है तो आपको नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं। 10 अप्रैल को झूलेलाल जयंती मनाई जाएगी। 11 अप्रैल को गणगौर पूजा की जाएगी, जो कि सुहागिनों के लिए विशेष दिन रहता है। विशेष पर्व माना जाता है। 16 अप्रैल को दुर्गाष्टमी का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। 17 अप्रैल को रामनवमी आ रही है। 19 अप्रैल को कामदा एकादशी का व्रत किया जाएगा। वहीं 21 अप्रैल को महावीर जयंती मनाई जाएगी और 23 अप्रैल को चित्रा पूर्णिमा और हनुमान जयंती का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। तो यह कुछ विशेष व्रत और त्योहार। अब ग्रहों के हिसाब से यह महीना किस प्रकार से रहने वाला है।

सबसे पहले ग्रहों के राजा सूर्य की बात करते हैं जो कि वर्तमान में अपनी अति मित्र राशि मीन में विराजमान है और 13 अप्रैल को अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश कर जाएंगे। वहीं बुध ग्रह की बात करें जो कि आपकी राशि स्वामी भी है। वर्तमान में अपनी मित्र राशि मेष में विराजमान है और 9 अप्रैल को वक्री होकर अपनी नीच की राशि मीन में प्रवेश कर जाएंगे। मंगल ग्रह की बात करें तो वे वर्तमान में अपनी शत्रु राशि कुंभ में विराजमान है और 23 अप्रैल को अपनी अंतिम राशि मीन में प्रवेश करेंगे। गुरु ग्रह इस पूरे माह अपनी राशि मेष में विराजमान रहेंगे। वहीं शुक्र ग्रह वर्तमान में अपनी उच्च की राशि मीन में विराजमान है और 25 अप्रैल को अपनी मित्र राशि मेष में प्रवेश कर जाएंगे। शनि ग्रह इस पूरे माह अपनी खुद की राशि कुंभ में स्वग्रही होकर विराजमान रहेंगे। राहु और केतु अपनी सम राशि मीन और कन्या में विराजमान रहने वाले हैं तो यह ग्रह गोचर की स्थिति

अब आते हैं सीधा आपके अप्रैल माह के कन्या राशि वालों के मासिक राशिफल पर। और ये जो हम आपको राशिफल देते हैं , यह चंद्र गणनाओं पर आधारित रहता है और आप इसे अपनी राशि और लग्न दोनों के हिसाब से देख सकते हैं। यानी ये दोनों हिसाब से समान रूप से प्रभावशाली है। सबसे पहले आपकी राशि स्वामी पर आते हैं। आपकी राशि स्वामी इस माह। वक्रीय अवस्था में अपनी नीच की राशि में विराजमान हो रहे मीन में और आपके सप्तम भाव में बैठेंगे। राशि स्वामी सप्तम भाव में बैठकर सप्तम दृष्टि से अपने ही घर को देखेंगे पर बुध यहां पर नीच के हो रहे हैं। पर एक पॉजिटिव बात यह है कि वक्री और नीचता लिए हुए बुध शुक्र के साथ युति कर रहे हैं और शुक्र आपके उच्च के होकर सप्तम भाव में विराजमान है तो नीच भंग योग का निर्माण हो रहा है। इसलिए बुध के रिजल्ट आपको खराब नहीं मिलेंगे। पर इस समय सोच समझकर अपने शब्दों का उपयोग करें क्योंकि आपके शब्द आपके कामों को बिगाड़ भी सकते हैं, सवार भी सकते हैं और आपके रिश्तों को भी बिगाड़ सकते हैं या संवार सकते हैं। इसलिए बहुत ज्यादा केयरफुल होकर आपको बोलना होगा। सोच समझकर डिसीजन लें। जल्दबाजी में कोई भी कार्य करने से आपको बचना होगा।

तभी बुध के अच्छे और बेहतरीन परिणामों को आप प्राप्त कर पाएंगे। बुध आपके कार्यों में आपको सफलता जरूर दिलाएगा, पर योजनाबद्ध तरीके से आपको अपने कार्यों को करना होगा क्योंकि बुध कर्मेश है इसलिए आईटी फील्ड, फाइनेंस अकाउंट, बैंकिंग सेक्टर या लेखन से संबंधित जो लोग कार्य कर रहे हैं, उनको बहुत सावधानी के साथ आगे बढ़ना होगा। हालांकि आप जितनी मेहनत करेंगे, उस मेहनत का फल आप जरूर प्राप्त करेंगे। परंतु बुध चूंकि नीच के और वक्री हैं तो आपको केयरफुल और सावधानी के साथ अगर आप नहीं बढ़े तो डेफिनेटली नुकसान भी हो सकता है और उलटे परिणाम भी आ सकते हैं। कर्ज की स्थिति बढ़ सकती है इसलिए आपको सोच समझकर आगे बढ़ना है। तभी आप बुध के बेहतरीन परिणामों को प्राप्त कर पाएंगे।

अब आते हैं आपके द्वितीय भाव पर। द्वितीय भाव के स्वामी हैं शुक्र, जो कि आपके भाग्य स्थान के स्वामी है और द्वितीयेश यानी धनेश और भाग्येश के हिसाब से शुक्र के शानदार परिणाम आपको इस माह मिलने वाले हैं। क्योंकि 25 अप्रैल यानी लगभग पूरे माह शुक्र उच्च के होकर आपके सप्तम भाव में विराजमान होंगे और यहां पर शुक्र का उच्च का होकर आपके सप्तम भाव में बैठना शानदार परिस्थितियां धनेश और भाग्येश के हिसाब से उत्पन्न करेगा। आपके योजनाबद्ध तरीके से किए गए कार्यों का विशेष लाभ प्राप्त होगा। रोजमर्रा के लाभ में वृद्धि होगी। लीडरशिप की क्वालिटी रहेगी और टीम को लेकर आप अपने कार्यों को आगे बढ़ाएंगे, जिससे आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न होंगे। कुटुम्ब में मान सम्मान बढ़ेगा। आपका व्यक्तित्व बहुत ही आकर्षक रहेगा। यहां पर आपके शत्रु भी आपसे मित्र बनने का मित्रता करने का प्रयास करेंगे। भाग्य आपका साथ देगा। अधूरे पड़े हुए कार्य फटाफट से होते दिखाई देंगे और यदि आपको शुक्र से रिलेटेड नए कार्यों की शुरुआत करने जा रहे हैं तो यह शुरुआत भी आपके लिए बहुत शानदार रहेगी और आप अपने बिजनेस को अपने स्टार्टअप को अच्छे से स्टैब्लिश कर पाएंगे। इस समय आप जो भी काम अपने हाथ में लेंगे उसमें आप निश्चित रूप से सफलता प्राप्त करेंगे। मित्रों का साथ और सहयोग भरपूर देखने को मिलेगा और अगर विवाह योग्य हो चुके हैं तो विवाह से संबंधित न्यौते आपको प्राप्त हो जाएंगे। घर की महिलाएं आपसे प्रसन्न नजर आएगी और आपके घर में मांगलिक कार्यक्रमों की रूपरेखा भी रखी जाएगी। तो शुक्र के शानदार रिजल्ट के लिए आप तैयार हो जाइए क्योंकि शुक्र आपको बहुत अच्छे परिणाम इस माह देने वाले हैं।

अब आते हैं आपके पराक्रम भाव पर। आपके पराक्रम भाव के स्वामी मंगल जो कि आपके अष्टम भाव के भी स्वामी है और मंगल आपके इस शनि के साथ में विराजमान हो रहे हैं। हालांकि पराक्रमेश रोग भाव में बैठे और अष्टमेश रोग भाव में बैठे तो बढ़िया है पर पराक्रम भाव के स्वामी अपने से चतुर्थ बैठे हैं। यह भी अच्छा मंगल शनि के साथ क्रांतिकारी योग बनाएंगे और यह क्रांतिकारी योग आपको कुछ अलग हटकर करने की प्रेरणा देगा। इस समय आप गलत के खिलाफ आवाज उठा पाएंगे और यह आवाज बहुत ही बुलंद तरीके से उठेगी जिससे आप गलत करने वालों को झुकना ही होगा। आपके सामाजिक मान सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। इस समय आप अपने कार्यों में कुशलतापूर्वक आगे बढ़ेंगे। टेक्निकल फील्ड से जुड़े हुए लोगों को विशेष लाभ की भी प्राप्ति होगी। वहीं यात्रा आपके लिए सुखद और मंगलमय रहेगी। परन्तु इस समय आपको ब्लड सर्कुलेशन से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उसके प्रति थोड़े से सावधान रहें और यात्रा करते समय सावधानी रखें। आपके गुप्त शत्रु आपको परेशान कर सकते हैं। ऐसे शत्रुओं से थोड़ा सा आपको बचकर रहना होगा और अपने कार्यों को गोपनीय तरीके से करना होगा। तभी आप उन कार्यों में विशेष सफलता हासिल कर पाएंगे। तो मंगल के रिजल्ट आपको बहुत अच्छे मिलेंगे पर सावधानी के साथ आगे बढ़ें।


अब आते हैं आपके सुख स्थान और सप्तम भाव पर। आपके सुखेश और सप्तमेश गुरु जो कि अष्टम भाव में बैठे हैं और अष्टम भाव में गुरु आपके बहुत अच्छे परिणामों से आपको अवगत करा रहे हैं। गुरु सूर्य के साथ में बैठेंगे और यहां पर गुरु और सूर्य की युति रहेगी। वह आपके लिए बहुत ही कल्याणकारी रहेगी। आपके सुखों में वृद्धि होगी। आपके योजनाबद्ध तरीके से किए गए कार्यों में आप बहुत अच्छी सफलता हासिल करेंगे। व्यापारिक वर्ग के लिए यह समय बहुत ही अच्छा रहेगा क्योंकि अगर आप अपने व्यापार को अब्रॉड में बढ़ाना चाहते हैं या विदेशी कंपनियों के साथ टाईअप करना चाहते हैं या विदेशों से अच्छा धन लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो उसके बहुत अच्छे विकल्प आपको मिलते हुए दिखाई देंगे और अच्छा लाभ भी आप अपनी योजनाओं से प्राप्त करेंगे। जीवनसाथी का आपको भरपूर साथ और सहयोग मिलेगा और इस समय आप अपने कार्यों से अपने जीवनसाथी का भी दिल जीतते हुए दिखाई देंगे। ससुराल वालों से आपके संबंध और अधिक प्रगाढ़ होंगे और उनसे भी विशेष लाभ प्राप्त होगा।

अब आते हैं आपके पंचम और अष्टम भाव पर। आपके पंचम और सप्तम भाव के स्वामी शनि जो कि सप्तम भाव में स्वग्रही होकर बैठे मंगल के साथ क्रांतिकारी योग भी बना रहे हैं तो यह जो योग है, युति है वह इसमें आपको बहुत अच्छी सफलता दिलवाएगी। खासकर जो जुडिशरी, पुलिस, सेना, नेवी जैसे कार्यों से जुड़े हुए हैं या फिर कोई उच्च प्रशासनिक पदों की तैयारी कर रहे हैं, उन स्टूडेंट्स के लिए यह समय बहुत ही अच्छा और उत्तम सफलता से भरा रहेगा। इस समय आप अपने कार्यों में बहुत अच्छी सफलता हासिल करेंगे। रिजल्ट आपके लिए सकारात्मक रहेंगे। वहीं इन क्षेत्रों से जुड़े हुए लोगों को बड़ी सफलता के योग बनेंगे। उच्च पद की प्राप्ति होगी। प्रमोशन के योग बनेंगे और आपका प्रभाव क्षेत्र बढ़ता हुआ दिखाई देगा। इस समय आप अपने काम को तो नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। अपने परिवार और पैरेंट्स का नाम रोशन करते हुए भी दिखाई देंगे तो शनि के रिजल्ट भी आपको बहुत ही अच्छे मिलेंगे। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति थोड़ा सा सावधान रहें। बस केयरफुल होकर चलेंगे तो दिक्कत नहीं आएगी। तो यह हुई पंचम और अष्टम भाव की बात।

अब आ जाते हैं आपके लाभ भाव पर। लाभ भाव के स्वामी है चंद्रमा, जो कि थोडा सा मन को विचलित करते हैं और लाभ की स्थिति को सचेत करते हैं। इस समय आपका सर्कल और लेवल तो खूब बढ़ेगा। सामाजिक कार्यक्रमों में आपकी भागीदारी बढ़ेगी, परंतु आपको अपने खर्चों के निर्वहन के लिए सावधान रहना होगा। लाभ की स्थितियों में थोड़ी सी सावधानी के साथ आप आगे बढ़ेंगे तो दिक्कत नहीं आएगी और इस समय आप अच्छा लाभ प्राप्त कर पाएंगे। निवेश करते समय थोड़ी सी सावधानी रखें।

अब आते हैं आपके हाउस यानी खर्च भाव पर। खर्च भाव के स्वामी है सूर्य जो कि 13 सितंबर तक आपके सप्तम भाव में बैठेंगे। राहु के साथ ग्रहण योग बनाएंगे। इस समय आपको थोड़ा सा संभलकर रहना होगा। कोई झूठे आरोप आप पर लग सकते हैं। कुछ अधिकारियों से आपके मनमुटाव चल सकते हैं, जिससे आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। तो आपको इस समय अधिकारियों से संबंधों को सुधारना होगा। थोड़ा सा संभल कर रहने की आवश्यकता है। 13 अप्रैल के बाद सूर्य हो जाएंगे उच्च के और उच्च के होकर गुरु के साथ युति करेंगे। यह टाइम पीरियड आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा क्योंकि इस समय आप बहुत अच्छा और विदेशों से अच्छा लाभ प्राप्त कर पाएंगे। विदेशी कंपनियों के साथ आपका टाईअप रहेगा। इस समय अगर आप हैंडीक्राफ्ट के व्यापारी हैं या इम्पोर्ट एक्सपोर्ट से संबंधित काम करते हैं तो डेफिनेटली यह समय आपके लिए बहुत ही सपोर्टिव रहेगा। वहीं अगर आप वहां कोई जॉब कर रहे हैं या गवर्नमेंट जॉब में अब्रॉड में तो डेफिनेटली, प्रमोशन और इंक्रीमेंट के भी योग बनेंगे। तो सूर्य के परिणाम 13 अप्रैल से आपको बहुत ही बेहतर मिलेंगे। उसके पहले सावधानी के साथ आगे बढ़ें। कन्या राशि वालों का अप्रैल माह का मासिक राशिफल |

विशेष उपाय

दो लौंग को पीले कपड़े में बांधकर घर के किसी कोने में टांग दें, जिससे घर में सुख शांति बनी रहेगी। यह कार्य आपको नवरात्रि के दौरान करना होगा।
हनुमान जयंती के दिन रामरक्षा स्त्रोत का पाठ जरूर करें और शीतलाष्टमी के दिन माता शीतला की विधिपूर्वक पूजा आराधना करें।
शीतला शीतला माता पर चढ़ाए हुए जल से आंखों को धोएं। इस दिन पूजन करने से माथे पर हल्दी का तिलक लगाना जरूरी है।