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Kanya Rashifal 2024 | कन्या राशिफल 2024 | Kanya Rashi – Virgo Horoscope 2024 – Nidhi Shrimali

कन्या राशिफल 2024

नमस्कार, वेलकम। सबसे पहले आप सभी को वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें | आज हम आपके लिए लेकर आई हैं कन्या राशि वालों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल | यह वर्ष आपके लिए उन्नति और तरक्की के मार्ग प्रशस्त करे यही हम आपके लिए अभिलाषा भगवान से प्रार्थना करती हैं। सबसे पहले कन्या राशि के स्वामी है बुध और बुध। वर्ष की शुरुआत में वृश्चिक राशि में गोचर भ्रमण करेंगे और पूरे वर्ष पर्यन्त 12 राशियों में घूमकर वृश्चिक राशि पर वर्ष के अंत में पुनः आ जाएंगे। यानी पूरी 12 राशियों में वर्ष पर्यन्त बुध का गोचर भ्रमण रहेगा। अब एक नजर डाल लेते हैं वर्ष के प्रारंभ की यानी 1 जनवरी वर्ष 2024 की कुंडली पर केतु आपकी राशि में विराजमान वर्ष की शुरुआत में रहने वाले हैं। वहीं बुध और शुक्र आपके धन स्थान में आकर विराजमान होंगे। मंगल और सूर्य की युति आपके सुख भाव में होगी। वहीं रोग भाव में शनि स्वग्रही होकर विराजमान रहेंगे। राहु आपके सेवंथ हाउस में विराजमान रहेंगे और गुरु अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे तो यह वर्ष के प्रारंभ की कुंडली हैं | अब हम इस वर्ष आपके लिए लेकर आई हैं कुछ ऐसी महत्वपूर्ण भविष्यवाणियाँ जो कि वर्ष 2024 में आपके साथ घटित होने वाली है। साथ ही कुछ सावधानियों के बारे में भी हम आपको बातएंगे जिस कारण से आपका विजन क्लियर होगा और आप उसी हिसाब से अपने वर्ष की प्लानिंग कर पाएंगे। अब ये जो भविष्यवाणी हम देने जा रहें हैं | उससे पहले आपको बता दूं कि ये जो भविष्यवाणियां हम दे रहें हैं यह चंद्र गणनाओं पर आधारित है और आप इसे अपनी राशि और लग्न दोनों के हिसाब से देख सकते हैं। यानी दोनों हिसाब से यह समान रूप से प्रभावशाली है।


अब आतें हैं पहली भविष्यवाणी पर | गुरु
जो कि वर्ष के प्रारंभ में यानी जनवरी से लेकर अप्रैल तक आपके अष्टम भाव में विराजमान होंगे। गुरु आपके सुखेश और आपके सप्तमेश है और सुखेश और सप्तमेश का अष्टम भाव में जाकर बैठना इतना अच्छा नहीं क्योंकि गुरु सौम्य ग्रह अष्टम भाव में इतने अच्छे रिजल्ट नहीं देंगे। तो जनवरी से लेकर अप्रैल माह तक का जो समय आपके लिए है वह थोडा सा आर्थिक रूप से फ्लक्चुएशन से भरा रह सकता है। आपको अपना बजट निर्धारित करके इस समय चलना होगा। अपने खर्चों को भी थोडा सा नियंत्रित करना होगा। मां के साथ इस समय आपके संबंध थोड़े से तनावपूर्ण रह सकते हैं या उतार चढ़ाव से गुजर सकते हैं। इसलिए यह जो टाइम पीरियड, यह जो समय अंतराल है, इस दौरान आपको बहुत सोच समझकर उनसे वार्तालाप करनी है, उनसे आर्ग्यू नहीं करना है, उनकी बातों को सुनना है और शांति से बातचीत के द्वारा अपने आपसी तनाव का हल निकालना है। इस समय आप कोई भी प्रॉपर्टी से संबंधित कार्य करने जाएं तो बहुत सतर्क रहकर करें। क्योंकि अगर आपने लापरवाही करें | नहीं तो आपके साथ धोखा भी हो सकता है। वहीं नए घर, नए वाहन से सम्बंधित आपको कार्य अभी टाल देने चाहिए। जब उचित समय हो यानी जनवरी से लेकर अप्रैल तक का समय आपके लिए उचित नहीं है। इस समय ऐसे कार्यों को ना करें। व्यापार में यह समय आपको थोड़ा सा उतार चढ़ाव दिखा सकता है। पार्टनरशिप टूट सकती है। अगर आप पार्टनरशिप में काम कर रहे हैं तो पर अगर आप नया व्यापार शुरू करने जा रहे हैं तो स्वतंत्र रूप से करें। पार्टनरशिप में बिल्कुल भी न करें, क्योंकि सप्तम भाव में ऑलरेडी राहु बैठे हैं और सप्तमेश गुरु अपने से एक घर आगे तो है पर अष्टम भाव में बैठे हैं। इतने अच्छे रिजल्ट भी नहीं देंगे। तो थोडा सा संभलकर रहने की आवश्यकता रहेगी। जीवनसाथी के साथ भी तनाव उत्पन्न हो सकता है। छोटी छोटी बातों को लेकर मिसअंडरस्टैंडिंग हो सकती है। अपने बीच में न ईगो और किसी को भी न आने दें। वैवाहिक दंपतियों के लिए यह समय थोड़ी सी परीक्षा का रहेगा, पर एक दूसरे पर ट्रस्ट करते हुए आपको आगे बढ़ना होगा, तभी आप अपने वैवाहिक जीवन का सुख प्राप्त कर पाएंगे।

अब आते हैं दूसरी भविष्यवाणी पर। गुरु की दृष्टियां सदैव अच्छी होती है। गुरु की पंचम दृष्टि आपके ऊपर यानी खर्च भाव पर पड़ रही है। वहीं गुरु की सप्तम दृष्टि आपके धन स्थान पर पड़ रही है और नवम दृष्टि गुरु के खुद के घर पर यानी सुख स्थान पर पड़ रही है। तो जनवरी से लेकर अप्रैल तक का समय आपके खर्चों को नियंत्रित कर देगा। क्योंकि खर्च भाव पर जो गुरु की दृष्टि है वो अनर्गल खर्चों से आपको बचा लेगी। कर्ज की स्थिति कितनी भी हो परंतु आप उस पर कंट्रोल करने में यानी काबू पाने में सफलता हासिल करेंगे। विदेशों से आपको बहुत अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है। अगर आप व्यापार विदेशी कंपनियों के साथ करते हैं या विदेशी करंसी आपके व्यापार में आती है तो विदेशों से अच्छा लाभ आप इस समय प्राप्त करेंगे। वहीं रोजमर्रा के लाभ में भी आपकी वृद्धि होगी। वर्कप्लेस पर बड़ी अपॉर्च्युनिटी आपको मिलती हुई दिखाई देगी। अधिकारी आपसे प्रसन्न नजर आएंगे और टीम वर्क की तरह आप काम करेंगे। सहकर्मी भी आपकी बातों को मानेंगे। गुरु की नवम दृष्टि आपके सुख स्थान पर पड़ रही है तो सुख जरूर होंगे परंतु उसके बावजूद आप असफलता नहीं प्राप्त करेंगे। बहुत ज्यादा समस्याएं आपके जीवन में नहीं बढ़ेगी। आर्थिक स्थिति में उतार चढ़ाव जरूर आप महसूस करेंगे पर उसके बावजूद आप अपने जीवन को बैलेंस करके चलना जानते हैं और आप यह कार्य कर पाएंगे। प्रॉपर्टी से संबंधित कार्यों में अटकाव जरूर आएगा, परंतु अगर आपने सतर्कता रखी तो डेफिनेटली ऐसे कार्यों में भी आप अच्छा लाभ प्राप्त करेंगे।


अब आते हैं अगली भविष्यवाणी पर। 1 मई का समय जो कि बहुत ही इंपॉर्टेंट है क्योंकि इस दिन गुरु राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। गुरु मेष से वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे और 14 मई वर्ष 2025 को आप यानी गुरु वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। यानी इस साल अप्रैल से लेकर दिसंबर तक का समय गुरु के लिए बहुत ही अच्छा रहने वाला है क्योंकि गुरु आपके भाग्य स्थान में आ जाएंगे। कन्या राशि वालों के लिए यह समय बहुत अच्छा रहेगा। क्योंकि गुरु आपके सप्तमेश और आपके सुखेश है और सप्तमेश और सुखेश यानी दो केंद्र स्थान का स्वामी त्रिकोण में आकर बैठ रहा है। गुरु का यहां पर आकर बैठना आपके लिए बहुत ही अच्छा रहेगा। सुखों में अब वृद्धि होगी। आर्थिक स्थिति में जो फलक्चुएशन अब तक आप देख रहे थे वह समाप्त हो जाएगा। आर्थिक सुदृढ़ता प्राप्त करेंगे। मां के साथ संबंध ठीक हो जाएंगे और इस समय आप नई नई प्रॉपर्टी बनाएंगे। भूमि, भवन, वाहन जैसे सुखों से परिपूर्ण होंगे। नए घर का सपना भी आपका पूरा होता हुआ दिखाई देगा। वहीं गुरु चूंकि आपके सप्तम और सप्तम भाव का स्वामी अपनी स्थिति और भाग्य स्थान में बैठा है, इसलिए व्यापार में अब आप अच्छी उन्नति करेंगे। यानी अप्रैल से लेकर दिसंबर तक का समय व्यापारी वर्ग के लिए बहुत ही अच्छा रहने वाला है। खासकर जिनके विवाह में प्रॉब्लम आ रही थी उनको भी मनचाहा लाइफ पार्टनर अप्रैल से लेकर दिसंबर के बीच में मिल जाएगा। विवाह के अच्छे योग बनेंगे।


अब आते हैं अगली भविष्यवाणी पर। गुरु की दृष्टियां जिस प्रकार से अच्छी होती है तो गुरु की पंचम दृष्टि आपके लग्न पर पड़ रही है। गुरु की सप्तम दृष्टि आपके पराक्रम भाव पर और नवम दृष्टि आपके पंचम भाव पर रहेगी। जो कि आपके लिए बहुत ही मंगलकारी रहेगी। इस समय आपकी पर्सनैलिटी बहुत ही अच्छी रहेगी। इस समय आप कोई भी कार्य बिना सोचे समझे नहीं करेंगे जिससे आपके सामाजिक मान सम्मान में बढ़ोतरी होगी। आपके धैर्य में वृद्धि होगी। विनम्रता के चर्चे चारों तरफ होंगे। लोग आपको फॉलो करेंगे और आपसे पूछकर अपने कार्यों को करने का प्रयास करेंगे। यानी आप लोगों की सहायता के लिए हर समय तत्पर रहेंगे और यही आपके सामाजिक मान सम्मान को बढ़ाएगा। आपके बल और पराक्रम में वृद्धि छोटे भाई बहनों के साथ में आपकी ट्यूनिंग और भी अधिक बेहतर होगी। पैतृक व्यवसाय साथ में करते हैं तो उसमें निरंतर सब मिलकर अपने व्यवसाय को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। विद्यार्थी वर्ग के लिए यह समय शानदार परिणामों का रहेगा। अगर आप कोई भी लक्ष्य प्रधान पढाई कर रहे हैं तो आपको लक्ष्य प्राप्त करने में सफलता प्राप्त होगी। संतान सुख में वृद्धि होगी। संतान से संबंधित शुभ समाचार मिलेंगे। साहित्य और कला के क्षेत्र में आपको सम्मानित किया जाएगा। और इस समय करियर को लेकर कुछ बड़े डिसीजन आपके द्वारा लिए जा सकते हैं। तो यह समय आपके लिए करियर को बहुत अच्छे से आगे बढ़ाने का रहेगा।

अब आते हैं अगली भविष्यवाणी पर। शनि जो कि आपके रोग भाव में जाकर विराजमान है। 29 अप्रैल वर्ष 2022 को शनि ने राशि परिवर्तन किया था और शनि मकर से कुंभ राशि में प्रवेश कर गए थे। और आप सभी जानते हैं कि शनि का गोचर लगभग ढाई वर्ष का होता है। इसलिए 29 मार्च 2025 तक शनि, कुंभ राशि में विराजमान रहेंगे और 29 मार्च 2025 के दिन कुंभ से मीन में प्रवेश कर जाएंगे। यानी इस पूरे वर्ष पर्यन्त शनि रहेंगे आपके रोग भाव में जो कि रोगों में कमी लेकर आएंगे। वैसे तो शनि जहां बैठते हैं उस घर को बढ़ाते हैं परंतु चूंकि षस्टम स्थान में शनि क्रूर ग्रह है और सबसे बड़ी बात शनि अपने ही घर में विराजमान है। कोई भी व्यक्ति अपने घर का बुरा नहीं चाहता है, उसे बढ़ाता ही है, उसके उन्नति के बारे में ही सोचता है। तो यहां बैठकर शनि आपको बड़े बड़े रोगों में आराम दे देंगे। आपके प्रतिद्वंदी जो कि अब आपको परेशान करना बंद कर देंगे। अब तक जो आपको परेशान कर रहे थे वो आपको परेशान नहीं करेंगे। आप बुद्धि, युक्ति और अपनी योग्यता से हर क्षेत्र में विजय के झंडे गाड़ देंगे यानि सफलता जरूर आपके कदम चूमेगी। ननिहाल से यानी मातृपक्ष से आपको विशेष सहायता प्राप्त होगी और मोरल सपोर्ट भी मिलेगा। छात्रों के लिए यह समय पढ़ाई में बहुत अच्छे अंक लाने का रहेगा। मेहनत का यथेष्ट फल प्राप्त करेंगे। संतान से संबंधित शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी।


अब आते हैं अगली भविष्यवाणी पर। शनि की दृष्टियां अच्छी नहीं होती। शनि की तीसरी दृष्टि आपके अष्टम भाव पर पड़ रही है। शनि की सप्तम दृष्टि आपके ट्वेल्थ हाउस यानि खर्च भाव पर पड़ रही है और शनि की दृष्टि आपके पराक्रम भाव पर पड़ रही है। यहां पर शनि की दृष्टि अष्टम और खर्च भाव पर पड़ रही है। उनके लिए पॉजिटिव रहने वाली है, क्योंकि शनि की दृष्टि अच्छी नहीं होती। यह स्थान भी इतने अच्छे नहीं होते तो यहां पर बैठकर जो शनि दृष्टि अष्टम भाव पर डालेंगे तो रोजमर्रा के रूटीन के कार्यों को बैलेंस करते हुए दिखाई देंगे। उल्टा आपके गुप्त शत्रुओं की संख्या को कम करेंगे। उल्टा अचानक खर्चों को कम करेंगे। अचानक आ रही समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। धनलाभ के नए योग आपको बनते हुए दिखाई देंगे। खर्चों में कमी होगी। इस समय विदेशों से बहुत अच्छा लाभ आप अर्जित करते हुए दिखाई देंगे। विदेशी करंसी को आप अपने काम में लेकर आएंगे। इस समय आपको कोई भी कार्य ऐसा नहीं करना है जिससे आपके अपनों का मन आहत हो जाए। इसलिए वाणी पर संयम और क्रोध पर नियंत्रण रखते हुए आपको अपनी लाइफ में आगे बढ़ना होगा। इस बात का आपको विशेष रूप से ध्यान रखना है।


अब आते हैं अगली भविष्यवाणी पर। राहु जो कि वर्ष पर्यन्त आपके सप्तम भाव में जाकर विराजमान है। यहां पर राहु व्यापार में फ्लक्चुएशन ला सकते हैं, गलतफहमियों को बढा सकते हैं और गलत डिसीजन दिलवा सकते हैं। क्योंकि सप्तम भाव में राहु के रिजल्ट अच्छे नहीं होते इसलिए आपको बहुत केयरफुल होकर चलना होगा। गलतफहमियों का शिकार न बनें। चाहे वो आपके पति पत्नी के रिश्ते हों, चाहे पारिवारिक रिश्ते हों, चाहे प्रोफेशनल लाइफ के रिश्ते हो। सब में आपको बहुत धैर्य के साथ डिसीजन लेने होंगे। कोई भी आकर आपको भ्रमित करने का प्रयास करे। आपको उसके भ्रम जाल में नहीं फंसना है। उसकी बातों में नहीं आना है। अपने विवेक और बुद्धि का इस्तेमाल करते हुए डिसीजन लें। इस समय अगर आप नए काम की शुरुआत करने जा रहे हैं तो स्वतंत्र रूप से करें। पार्टनर को सम्मिलित न करें क्योंकि उसमें आपको धोखा मिल सकता है। अगर ऑलरेडी पार्टनरशिप में काम करते हैं तो थोड़ा सा संभल कर कार्य करें। तो राहु सप्तम भाव में बैठकर आपके मैरिटल रिश्तों को भी प्रभावित कर सकता है और प्रोफेशनल लाइफ में भी उतार चढ़ाव लेकर आ सकता है। इसलिए बहुत धैर्य से और विवेक से आपको अपने कार्यों को आगे बढ़ाना होगा।

अब आते हैं आपके राशि स्वामी पर। यानी अगली भविष्यवाणी है आपके राशि स्वामी की। बुध जो कि आपकी राशि स्वामी है, 14 जून से लेकर 19 जून तक मिथुन राशि में स्वग्रही होंगे यानि कर्म भाव में स्वग्रही हो जाएंगे तो इस समय कोई भी काम से रिलेटेड कोई आपके पैसे अटके हुए हैं। इंक्रीमेंट रुका हुआ है, प्रमोशन रुका हुआ है तो वह आपको मिल सकता है। अधिकारियों से कोई बड़ी अपॉर्चुनिटी लेने का भी यह समय रहेगा। वहीं गुरु ग्रह 23 सितंबर से 10 अक्टूबर तक आपकी राशि यानी कन्या राशि में उच्च के होकर विराजमान होंगे। हालांकि केतु ऑलरेडी बैठे हैं इसलिए उस समय बुध और केतु का जड़त्व योग भी बनेगा। पर उसके बावजूद चूंकि बुध उच्च के हैं तो वह आपको बहुत ही बेहतर परिणामों से अवगत करवाएंगे। बुद्ध की दृष्टि राहु पर पड़ेगी तो यह समय राहू के भी पॉजिटिव रिजल्ट लेकर आएगा। क्योंकि राहु अगर किसी से दबता है तो वह है बुध यानी राहु के दोष को बुध दूर करते हैं। आप इस समय अपने बुध को जितना स्ट्रांग रखेंगे, अपने विवेक और बुद्धि का इस्तेमाल करेंगे। उतना ही आप अच्छी सफलता को अर्जित करते हुए दिखाई देंगे। इस समय आपकी इंटेलिजेंसी के चर्चे चारों तरफ होंगे और कुछ बड़ी सफलता के योग भी आपको मिलेंगे। तो यह है कन्या राशि वालों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल की कुछ विशेष भविष्यवाणियां। जो कि आपके जीवन में बदलाव लाने की तरफ अग्रसर है।

कन्या राशि वालो के लिए विशेष उपाय

  • आपको रोजाना गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करना चाहिए। गणेश जी पर रोजाना दूर्वा जरूर चढ़ाएं।
  • बुधवार के दिन गणेश जी पर साबुत मूंग चढ़ाते हुए ऋणहर्ता गणेश स्त्रोत का पाठ करें।
  • इस वर्ष पर्यन्त आपको गणेश जी की पूजा आराधना रोजाना करनी चाहिए।
  • रोजाना बुध के बीज मंत्र का जाप आपको जरूर करना चाहिए।
  • वहीं अगर आप कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य करने जा रहे हैं तो हरे रंग का उपयोग आप जरूर करें।
  • शिव परिवार की पूजा अराधना करें।
  • महामृत्युंजय मंत्र का आपको वर्ष पर्यंत जाप करना चाहिए।
  • अपने माता पिता का आशीर्वाद लिए, बिना उनसे सलाह लिए, बिना कोई भी इंपॉर्टेंट निर्णय न लें।
  • कोई भी महत्वपूर्ण कार्य से पहले अपने इष्टदेव को याद जरूर करें।