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3 अक्टूबर 2023 मंगल का राशि परिवर्तन Hindi blog | Mangal ka Rashi Parivartan 2023 kab hoga ?

3 अक्टूबर 2023 मंगल का राशि परिवर्तन Hindi blog

मेष राशि – आपकी राशि स्वामी और अष्टम भाव के स्वामी हैं। मंगल और मंगल आपके सप्तम भाव में विराजमान हों। अपनी ही राशि को देख रहे हैं। आप पर मंगल का अपनी ही राशि को देखना आपके लग्न को और अधिक स्ट्रांग करेगा। डिसीजन मेकिंग को बढ़ाएगा, रिस्क फैक्टर को बढ़ाएगा। यानि आप कोई भी रिस्की काम करने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। इस समय असाध्य कामों में भी आपको सफलता प्राप्त होगी। सामाजिक मान सम्मान में आपका रुतबा बढ़ता हुआ दिखाई देगा। प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। लोग आप को मानेंगे और आपको आइडियल बनाने का प्रयास करेंगे। इस समय आपकी इच्छाएं पूर्ण होंगी। डिसीजन मेकिंग और अधिक इम्प्रूव होती हुई दिखाई देगी। वहीं मंगल आपके अष्टम भाव के स्वामी है। अष्टमेश अपने से एक बार वें जाकर विराजमान हो रहे हैं। मंगल का अपने से बाहर बैठना अष्टम भाव के हिसाब से इतने अच्छे परिणाम दायक नहीं रहेगा। यहां पर अष्टमेश का अपने से बाहर बैठना यात्रायें करवाएगा परन्तु वो यात्रायें आपके लिए सुखद और मंगलमय रहेगी। को ड्राइव करके लॉंग ड्राइव पर कभी भी न जायें। यातायात के संसाधनों का उपयोग करें। जानवरों से थोड़ा सा सावधान रहने का प्रयास करें। प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी की पूजा आराधना मेष राशि वालो को करनी चाहिए।

वृषभ राशि – आपकी राशि के लिए मंगल द्वादश और सप्तम भाव के स्वामी हैं और यहां पर मंगल आपके सिस्टम यानि रोग भाव में जाकर विराजमान हो रहे हैं। मंगल का रोग भाव में बैठ कर अपने ही घर को यानि द्वादस स्थान को देखना आपके ऋण सम्बन्धी समस्याओं को दूर करेगा। इस समय रक्त विकारों से भी आपको छुटकारा मिलेगा। शत्रुओं का नाश होगा। डिसीजन मेकिंग होगी। फाइनेंशियली आप अपने आपको रिलैक्स महसूस करेंगे। इस समय आप अपने कार्य को सजगता से पूर्ण करते हुए फाइनेंशियली स्ट्रॉंग बनने का प्रयास करेंगे। व्यापारी हैं तो इस समय विदेशों से बहुत अच्छा लाभ आप प्राप्त करते हुए दिखाई देंगे। वहीं सप्तमेश मंगल अपने से 12वें जाकर बैठे हैं। यहां पर जीवन साथी के साथ में मतभेद हो सकते हैं। यहां पर फाइनेंशियली कोई पैसा आपका अटक सकता है। व्यापारी वर्ग को अपने पार्टनर से धोखा भी मिल सकता है। इसीलिए इस समय चौकन्ने होकर अपने कार्यों को करने का प्रयास करें और जो रूटीन में काम चल रहे हैं उन्हीं कार्यों से आगे बढने का भी प्रयास करें। मंगलवार के दिन हनुमान जी को लाल वस्त्र और सिंदूर अर्पित करना चाहिए।

मिथुन राशि – मिथुन राशि वालो के लिए मंगल इलेवंथ और सिक्स हाउस के लॉर्ड हैं और यहां पर मंगल फिफ्थ हाउस में जाकर विराजमान हैं। यानि पंचम भाव में मंगल का अपने ही घर पर यानि लाभ भाव पर दृष्टि डालना आपके अचानक लाभ की परिस्थितियों को बढ़ाएगा। रिस्क के कामों में किया गया इन्वेस्टमेंट आपको लाभ दिलवाएगा। इस समय आपका लेवल और सर्कल बढ़ता हुआ दिखाई देगा। मित्रों की संख्या में वृद्धि होगी। सेल्फ कॉन्फिडेंस इंक्रीज रहेगा और मैन्यूफैक्चरर्स के लिए किसी बड़ी इंडस्ट्री संभालने वाले लोगों के लिए यह समय बहुत ही अच्छा और उत्तम लाभ की परिस्थितियां लेकर आएगा। बड़े। का रहेगा और मंगल चूंकि आपके रोग भाव के स्वामी अपने से बार में है, इसलिए श्वास संबंधी समस्याओं के प्रति थोड़ा सा जागरूक होकर चलें। वाहन चलाते समय सावधानी रखें वरना एक्सीडेंट होने की संभावना बनी हुई है। इस समय शत्रु पक्ष भी आप पर हावी होने का प्रयास करेगा। इसीलिए अपने आँख, नाक, कान खुले रखते हुए अपने जीवन में आगे बढ़ें। नाना नानी के स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखें। मंगलवार के दिन कम से कम 108 बार मंगल मंत्र के मंत्र यानि ॐ ग्राम क्रीम, क्रोम सब सोमाय नमः का जाप जरुर करें।

कर्क राशि – आपके लिए मंगल दशम और पंचम भाव के स्वामी हैं। और मंगल आपके सूखे स्थान में जाकर विराजमान हो रहे हैं। चतुर्थ भाव वैसे भी भूमि, भवन, वाहन का होता है और मंगल भी भूमि पुत्र है। इसलिए यहां पर बैठकर इस भाव में वृद्धि करेंगे। यानि अटके हुए रुपए पैसे भूमि से संबंधित आपको पुनः प्राप्त हो जाएंगे। अटके हुए प्रॉपर्टी के मामलों के क्रय विक्रय शुभ होते हुए दिखाई देंगे। नए घर का सपना आपका पूरा होगा। नई नई प्रॉपर्टी आप बनाते हुए दिखाई देंगे। अब मंगल चूंकि कर्म भाव पर दृष्टि डाल रहा और कर्मेश भी है तो टेक्निकल फील्ड से जुड़े हुए लोगों के लिए यह समय बहुत ही बढ़िया रहेगा। इंजीनियरिंग से संबंधित अगर आप कोई भी काम करते हैं, खनन विभाग से जुड़े हुए हैं या फिर भूमि से उगने वाले उर्वरक पदार्थों, रासायनिक पदार्थों से संबंधित किसी भी प्रकार का कोई काम करते हैं, कंस्ट्रक्शन लाइन से जुड़े हुए हैं तो मंगल आपको बहुत अच्छा लाभ दिलवाएंगे। इस समय पिता से भी आपको सपोर्ट मिलेगा। उनके नाम से किए गए कामों में भी अच्छा लाभ आपको देखने को मिलेगा। पुलिस, सेना, नेवी से जुड़े हुए उच्च प्रशासनिक पदों पर आसीन अधिकारियों को अपने अधिकारियों का साथ और सहयोग मिलेगा। प्रमोशन और इंक्रीमेंट के योग बनेंगे तो मंगल के रिजल्ट आपको कर्मेश के हिसाब से बहुत ही अच्छे मिलेंगे। वहीं अगर पंचमेश की बात करें तो पंचमेश अपने से बाहर में बैठा है। यहां पर संतान से संबंधित थोड़ी सी चिंता आपके मन में उत्पन्न हो सकती है। स्पोर्ट्स पर्सन को थोड़ा सा खेल कूद में ध्यान रखने की आवश्यकता है। आप अपनी सफलता से थोड़ा सा चूक जाएंगे। निराशा को अपने जीवन में स्थान न लेने दें और प्रयास करते चले जाएं नहीं तो सफलता जरूर मिलेगी आपको। यानि इस राशि के जातकों को मंगलवार का उपवास रखना चाहिए।

सिंह राशि – आपकी राशि के लिए मंगल नवम और चतुर्थ भाव के स्वामी है और यहां पर मंगल आपके पराक्रम भाव में जाकर विराजमान हो रहे हैं और सप्तम दृष्टि से नवम भाव को यानी अपने ही घर को देख रहे हैं। यहां पर भाग्य आपका साथ देगा। अधूरे पड़े हुए कार्य द्रुत गति से सम्पन होंगे। नए कार्य की शुरुआत आपकी द्रुत गति से होती हुई दिखाई देगी। इस समय फंड की व्यवस्था हो जाएगी। अटके हुए काम भी बन निकलेंगे। इस समय जो युवक युवतियां नौकरी की तलाश कर रहे उनकी वो तलाश खत्म होती हुई दिखाई देगी। धर्म कर्म के कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी और जन कल्याण और मानव सेवा जैसे कार्यों में आप अपना अभूतपूर्व योगदान दिखाते हुए दिखाई देंगे। यहां पर मंगल आपके सुखेश भी है। सपने इस बार में बैठे हैं इसीलिए इस समय आपको फाइनेंशियली सोच समझकर और केयरफुल होकर चलना होगा। इस समय मां से भी विवाद की स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं। इस लिए मां से वाद विवाद की स्थितियों से बचना चाहिए। इस समय बस अपने कार्यों को रूटीन से और ईमानदारी के रास्ते पर चलते हुए करने का प्रयास करें। आपको इस राशि के जातकों को रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए।

कन्या राशि – आपके लिए मंगल अष्टम और तृतीय भाव के स्वामी और द्वितीय भाव में विराजमान हैं। द्वितीय भाव से वे अपने ही घर को सप्तम दृष्टि से देख रहे हैं यानि अष्टम भाव पर दृष्टिपात कर रहे हैं। इस समय मंगल के रिजल्ट आपको बहुत ही अच्छे मिलते हुए दिखाई देंगे। यात्रायें सुखद और मंगलमय रहेंगी। इस समय आपकी कोई प्रिय खोई हुई वस्तु आपको पुनः प्राप्त हो जाएगी जिससे आपके मन में प्रसन्नता के भाव उत्पन्न होंगे। धर्म कर्म के कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी। रिस्की कामों में किए गए इन्वेस्टमेंट से आपको बहुत अच्छा लाभ प्राप्त होगा। वहीं मंगल आपके पराक्रम से अपने से बाहर में बैठे हैं। इस समय क्रोध और अक्ल से बने बनाए काम बिगड़ सकते हैं। वर्क प्लेस पर आपके हाथ में आई हुई सफलता चूक सकती है। आपकी मेहनत का क्रेडिट कोई ओर लेकर जा सकता है। इसीलिए इस समय बहुत ही अवेयर होकर आगे बढने का प्रयास करें। अपने अधिकारियों से बहस बिल्कुल भी न करें। छोटे भाई बहनों से पैतृक संपत्ति संबंधी विवादों से बचकर रहें। हनुमान जी के बीज मंत्र ॐ हं हनुमते नमः का 108 बार जाप जरूर करें।

तुला राशि – आपकी राशि के लिए मंगल द्वितीय और सप्तम भाव के स्वामी और आपकी राशि में विराजमान हो रहे हैं। पर मंगल का आपकी राशि में बैठकर सप्तम भाव को देखना, अपने ही घर को सप्तम दृष्टि से देखना बहुत ही अच्छे परिणाम आपके लिए लेकर आएगा। जीवनसाथी के साथ चल रहे मतभेद समाप्त हो जाएंगे। इस समय आप मांगलिक जरुर हो रहे हैं इसलिए अपने लिए मांगलिक ही जीवनसाथी ढूंढें। इस समय व्यापार में बहुत अच्छी उन्नति और प्रगति करते हुए दिखाई देंगे। क्रोध और आवेश को थोड़ा सा त्याग कर विनम्रता के साथ अपने कार्यों को करने का प्रयास करें। किसी भी बात पर जिद ना करें यानि अड़े ना हैं वरना वो काम आपका अटक सकता है। अब मंगल चूंकि आपके धनेश भी है, धनेश अपने से बाहर में बैठे हैं, इसीलिए इस समय बहुत केयरफुल होकर आपको डिसीजन लेने होंगे। अपने कार्यों में सतर्कता बनाए रखें। कोई भी कार्य जल्दबाजी में करने से आपको बचना होगा। कुटुम्ब में मान हानि हो सकती है, इसलिए वाणी पर आपको नियंत्रण करते हुए अपने जीवन में आगे बढना होगा। इस समय यात्रा आपके लिए सुखद और मंगलमय रहेगी।

वृश्चिक राशि – आपकी राशि के लिए मंगल आपके राशि स्वामी और सप्तम भाव के स्वामी है। यहां पर मंगल के रिजल्ट आपको आपके। बहुत अच्छे मिलेगे क्योंकि मंगल आपके ताऊस में बैठ कर सप्तम दृष्टि से रोग भाव को देख रहेगा पर रोगों में कमी आएगी। इस समय शत्रुओं की संख्या में कमी होगी। धन संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। वर्क प्लेस पर आपके काम बनने प्रारम्भ हो जायेंगे। गलत मित्रों की संगति छूट जाएगी और गलत आदत भी आप अपने जीवन से त्यागते हुए दिखाई देंगे। यह सब आपके जीवन में पॉजिटिव बदलाव करने वाली बातें हैं जो कि इस माह आपको देखने को मिलेगी। मंगल चूंकि आपकी राशि स्वामी अपने से बाहर में बैठा है तो अपने क्रोध और अग्रेशन को थोड़ा सा शांत रखकर अपने कार्यों को करने का प्रयास करें। आप पर खर्चों में कमी आ सकती है। इस समय सामाजिक मान सम्मान तो बढ़ेगा पर आपकी जल्दबाजी में किए गए काम से कार्य में नुकसान की स्थितियां देखने को मिल सकती है। इसलिए जल्दबाजी करने से बचें। बंदरों को आपको गुड़ और चना खिलाना चाहिए।

धनु राशि – आपकी राशि के लिए मंगल बारवे और पांचवें भाव के स्वामी हैं और यहां पर मंगल आपके लाभ भाव में बैठकर पांचवे स्थान को अपने खुद के घर को सप्तम दृष्टि से देख रहे हैं। मंगल का अपने ही घर पर दृष्टि डालना खिलाड़ियों के लिए समय बहुत ही अच्छा रहेगा। मई साइन्स के स्टूडेंट्स के लिए यह समय बहुत ही शानदार और उत्तम सफलतादायक रहेगा। जो इंजिनियरिंग की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए भी यह समय बहुत ही अच्छा और लक्ष्य प्राप्ति का रहेगा। वहीं संतान की तरफ से शुभ समाचारों से भरा यह समय रहेगा और आपकी डिसीजन मेकिंग और सेल्फ कॉन्फिडेंस इनक्रीस होगा। मई मंगल के लौड़े अपने से बारवे बैठे हैं इसलिए खर्चों को थोड़ा सा नियंत्रित करके चलें। विदेशी कंपनियों से छकाया हो सकता है परंतु उस कंपनी की जांच पड़ताल करके ही आपको आगे बढ़ना चाहिए। मंगलवार के दिन लाल मसूर की दाल, लाल मिठाई, लाल फल किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें।

मकर राशि – आपकी राशि के लिए मंगल ग्यारवें और चतुर्थ भाव के स्वामी है। यहां पर मंगल आपके कर्म भाव में जाकर विराजमान होने कर्म भाव से वे अपने ही घर सुख के स्थान पर दृष्टि डाल रहें। सप्तम दृष्टि मंगल की आपके सुखों में वृद्धि करेगी। अटके हुए भूमि संबंधी सौदों को क्लियर करती हुई दिखाई देगी। प्रॉपर्टी से संबंधित क्रय विक्रय के मामलों को तेजी लाएगी और इस समय नए घर का सपना, नए वाहन का सपना आपका पूरा होता हुआ दिखाई देगा। मां से संबंध भी और अधिक प्रगाढ़ होते हुए दिखाई देंगे। वर्क प्लेस पर सहकर्मियों के साथ में एक बड़ा प्रोजेक्ट लीड करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। वहीं मंगल आपके लाभ भाव के स्वामी है। अपने से बार में बैठे हैं। इसीलिए लाभ की स्थिति न हो इसलिए निवेश करते समय सावधानी रखें। सोच समझकर डिसिजन लाएं। जल्दबाजी में कोई भी कार्य न करें। सामाजिक कार्यक्रमों में थोड़ा सा इन्वॉल्व होने का प्रयास करें। इससे आपको प्रोफेशनली और पर्सनली दोनों तरीके से लाभ प्राप्त हो सकता है। हर मंगलवार को हनुमानजी के मंदिर में बूंदी का भोग जरूर लगाएं और प्रशाद सभी में बांट दें।

कुम्भ राशि – आपकी राशि के लिए मंगल तृतीय और दशम भाव के स्वामी है और नवम भाव में बैठकर तृतीय भाव को यानी खुद के भाव को देख रहे आप पर मंगल का अपने ही घर को देखना आपके बल और पराक्रम को बढ़ाएगा। आपकी पावर को आपको कंस्ट्रक्टिव में लगाना या आपको तय करना। छोटे भाई बहनों से आपके मतभेद समाप्त हो जाएंगे। आपकी ट्यूनिंग और अधिक बेहतर होगी। पैतृक संपत्ति संबंधी विवादों का निपटारा आपके पक्ष में जाएगा। इस समय आप जो भी कार्य हाथ में लेंगे, उसमें आप निश्चित तौर पर सफलता प्राप्त करेंगे। वहीं कर्मेश मंगल अपने से बार में बैठे हैं, इसलिए वर्क प्लेस पर आपके खिलाफ कोई कंट्रोवर्सी हो सकती। आप पर झूठे आरोप लग सकते हैं। सहकर्मियों के माध्यम से आपको इर्ष्या और द्वेष के चलते आपके खिलाफ षड्यंत्र रचे जा सकते हैं। इस समय अपने अधिकारियों को विश्वास में रखें और अपने कार्यों को इमानदारी से करने का प्रयास करें। आप अगर डेडिकेशन दिखाएंगे तो सहकर्मी आपका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएंगे। आपको प्रतिदिन राम सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए।

मीन राशि – आपकी राशि के लिए मंगल द्वितीय और नवम भाव के स्वामी हैं और जाकर बैठे हैं अष्टम भाव में। अष्टम भाव से द्वितीय भाव पर यानी खुद के घर पर दृष्टि डाल रहे हैं। आप पर धन प्राप्ति की स्थितियां और अधिक प्रबल होती हुई दिखाई देगी। धन संबंधी समस्याएं समाप्त हो जाएगी। किसी बड़े कार्य को लीड करने का अवसर आपको प्राप्त होगा। आपकी प्रोफेशनल लाइफ में अधिकारी आपके कार्यों की चारो तरफ प्रसंशा करेंगे। टीम वर्क की तरह काम करें। आप जल्दी अपने लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। व्यापारी वर्ग व्यापार में नई नई योजनाओं का क्रियान्वयन करेंगे और कुटुम्ब में आपको मान सम्मान की प्राप्ति होगी। चूंकि मंगल आपके भाग्येश और अपने से बार में बैठे हैं इसीलिए भाग्य थोड़ा सा लेट हो सकता है। इस समय आपको कर्मप्रधान बनना होगा। भाग्य के भरोसे बैठने की बजाय खुद खड़े रहकर अपने कार्यों को करें। किसी और पर अपने कार्य थोपने की अपेक्षा आपको खुद को ही अपने कार्य को करना होगा। तभी आप अपने कार्यों में फायदे की स्थितियां उत्पन्न कर पाएंगे। इस समय धर्म कर्म के कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी। खासकर जन कल्याण जैसे कार्यो से आप जुड़ेंगे जिससे आपको मानसिक शांति भी मिलेगी और सामाजिक स्थिरता, मान सम्मान और प्रतिष्ठा भी प्राप्त होगी। मंगलवार की शाम के समय हनुमान जी को केवड़े का इत्र व गुलाब की माला जरुर चढ़ाएं।