Pandit NM Shrimali – Best Astrologer in India

Free Shipping above 1999/-

सूर्य का राशि परिवर्तन 17 सितंबर Hindi blog | Surya Ka Rashi Parivartan 17 September 2023 | Sun Transit 2023

सूर्य का राशि परिवर्तन 17 सितंबर Hindi blog

मेष राशि – आपकी राशि के लिये सूर्य पंचम भाव के स्वामी हैं और जाकर बैठ रहे हैं। रोग भाव में सूर्य का रोग भाव में जाकर बैठना नेत्र सम्बन्धी समस्या बढ़ा सकता है। साथ ही। ह्रदय से सम्बंधित रोगियों को भी इस। समय थोड़ा सावधान रहने की आवश्यकता है। हालाँकि विद्यार्थी। वर्ग को इस समय। बहुत अच्छा लाभ प्राप्त होगा। मेडिकल के स्टूडेंट्स को अपने कार्य। क्षेत्र से सम्बंधित अपनी पढ़ाई से सम्बंधित कुछ। शुभ समाचार प्राप्त होते हुए दिखाई देंगे। आप अपने लक्ष्य को जरुर अर्जित करेंगे। करियर में सारी दिक्कतें। और परेशानियाँ भी खत्म। होती हुई दिखाई देगी और। संतान सम्बन्धी बाधा भी समाप्त हो जाएगी। पीले पुष्प, हल्दी, तिल, जल में मिलाकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। कार्य क्षेत्र। में उच्च पद की प्राप्ति। होगी

वृषभ राशि – सूर्य चतुर्थ भाव के स्वामी और पंचम भाव में जाकर विराजमान हो रहे हैं। सूर्य का पंचम भाव में जाकर बैठना आपके करियर में आ रही दिक्कतों को, समस्याओं को समाप्त करेगा। विद्यार्थी वर्ग। को थोड़ी सी अधिक परिश्रम की आवश्यकता रहेगी परन्तु इस समय। आपके मान सम्मान और। प्रसिद्धि में वृद्धि होगी। कलाकारों को इस समय मान सम्मान प्राप्त होगा। आर्थिक स्थिति और अधिक उन्नत होगी। माँ के साथ सम्बन्ध और अधिक प्रगाढ़ होते हुए दिखाई देंगे और इस समय नए वाहन। की खरीदारी, नए घर की खरीदारी, प्रोपर्टी से सम्बंधित अटके हुए। मामलों में। विशेष। लाभ प्राप्त करेंगे। सफेद चंदन, सफेद पोश। और। दूध को जल। में मिलाकर। सूर्य देव को इस राशिवालों को अर्ग देना चाहिए। इससे आपके। जीवन में अटकी हुई योजनाएं चल निकलेगी और उससे बड़ा लाभ प्राप्त होगा।

मिथुन राशि – आपके लिए सूर्य तृतीय भाव के स्वामी और चतुर्थ भाव में जाकर विराजमान होने वाला है। यहाँ पर सूर्य का चतुर्थ भाव में जाकर बैठना आपके बल और पराक्रम। में वृद्धि। करेगा। भाई बहनों के साथ आपके संबंधों को और अधिक मजबूत करेगा। आपकी डिसीजन मेकिंग। और अधिक स्ट्रांग होगी। इंटरनल पावर और। अधिक मजबूत होती हुई दिखाई देगी। इस समय आपको अपनी माँ से वाद विवाद की स्थितियों से बचना चाहिए और और। कॉन्फिडेंट होकर कोई भी गलत डिसीजन ना लें जिससे। नुकसान की स्थितियां। बढ़ जाये। जल में तिल। दुर्वा और पुष्प मिला कर। सूर्यदेव को अर्घ्य। दें। गाय को चारा खिलाएं। इससे सुख और ऐश्वर्य में वृद्धि होगी।

कर्क राशि – सूर्य द्वितीय भाव के स्वामी और तृतीय भाव में जाकर विराजमान हो रहे। सूर्य का तृतीय। भाव यानि पराक्रम भाव में जाकर बैठना आपके बल और पराक्रम में वृद्धि करेगा। भाई बहनों के साथ आपके संबंधों को और अधिक। मजबूती देता। हुआ दिखाई देगा। घर के बड़ों का आशीर्वाद, कुटुम्ब में मान सम्मान आप इस समय प्राप्त करेंगे। रोजमर्रा के कार्यों में धनलाभ की स्थितियां बढ़ती हुई दिखाई देगी। पावर और पोजीशन इस समय आपकी। बढ़ती हुई दिखाई देगी और कोई बड़ी। अपॉर्च्युनिटी आपको इस समय अपने वर्क प्लेस पर प्राप्त होगी। जल में दूध। चावल, तिल मिलाकर। सूर्यदेव को अर्घ्य दें। गृह कलह, संघर्ष और। व्यवधान में कमी आएगी।

सिंह राशि – आपके राशिस्वामी ही सूर्य है और आपकी राशि स्वामी अब तक तो आपकी खुद की राशि में बैठे थे और अब चले जाएंगे आपके तृतीय भाव में राशि स्वामी का अपने से एक घर आगे जाकर बैठना आपके लिए बहुत ही अच्छा रहने वाला है। डिसीजन मेकिंग स्ट्रॉन्ग होगी। कोई भी कार्य आप बहुत ही अपना। पॉइंट ऑफ व्यू रखते। हुए उस कार्य को। पूर्ण करते हुए दिखाई। देंगे। सामाजिक मान सम्मान। यश कीर्ति। चारों तरफ बढ़ती हुई दिखाई देगी। इस समय आध्यात्मिक कार्यों में आपका मन अधिक लगेगा। मई आपको अगर जॉब करने या कॉमन जॉब कर रहे हैं तो उसमें आपके कार्यों को प्रशंसा मिलेगी और। आपको इस। समय ख्याति प्राप्त होती। हुई दिखाई देगी। जल में कुमकुम, लाल पुष्प तथा तिल डालकर। सूर्यदेव को अर्घ्य दें। कार्यस्थल पर उन्नति प्राप्त होगी।

कन्या राशि – सूर्य के परिणाम आपके लिए सूर्य द्वादश भाव के स्वामी हैं और आकर बैठ गए हैं। आपकी खुद की राशि में। सूर्य अपनी मित्र राशि में बैठे हैं इसीलिए आपको बहुत अच्छा लाभ पहुंचाएंगे। इस समय खर्चों में कमी आएगी। इस समय शत्रुओं में। भी कमी आएगी। मैं आपकी डिसिजन मेकिंग स्ट्रॉन्ग होती हुई दिखाई देगी। आपके परिवार से आपके संबंध। और अधिक मजबूत होंगे। सामाजिक मान सम्मान में बढोतरी होगी। आपका कद बढ़ेगा और इस समय शत्रु भी। आपसे मित्रता करने का प्रयास करेंगे। तिल, दुर्वा और पुष्प डालकर आपको। सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। इससे आपको शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी।

तुला राशि – आपके लिए सूर्य एकादश। भाव के स्वामी हैं और जाकर बैठ रहे हैं। द्वादश स्थान में या द्वादश भाव में सूर्य का बैठना धन संबंधी समस्याओं को कम करेगा। आर्थिक स्थिति को ठीक करेगा। नुकसान की स्थितियां कम करता हुआ दिखाई देगा। वहीं आपकी पोजीशन और पावर को बढ़ाएगा। इस समय आपका सर्कल और लेवल बढ़ता हुआ दिखाई देगा। इस समय। आपकी डिसीजन मेकिंग स्ट्रॉन्ग होगी। और सामाजिक कार्यक्रमों में आपकी भागीदारी बढ़ेगी। सफेद चंदन, चावल। दूध। जल में मिलाकर भगवान सूर्य। को अर्घ्य दें। इससे बारिश। संबंधों से। व्यवसाय में अच्छा लाभ होगा।

वृश्चिक राशि – आपके लिए सूर्य दसम भाव के स्वामी है और एकादश भाव में जाकर विराजमान हो रहे हैं। आप पर कर्मेश का अपने से एक घर आगे जाकर बैठना आपके लिए बहुत ही अच्छे। शुभ संकेत। लेकर आया है। वर्क प्लेस पर टारगेट रखकर कार्य करेंगे तो डेफिनेटली उस टारगेट को जरूर अचीव करेंगे। इस समय आपको अपने पिता से आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। सरकारी योजनाओं से भी विशेष। लाभ की स्थितियां आपको। देखने को मिलेगी एवं। सरकारी काम कोई अटके। तो वो द्रुत गति से संपन्न होते हुए दिखाई देंगे। कॉलीग्स में आपकी एक पहचान बनेगी और आप। कईयों के लिए आइडियल बनते। हुए दिखाई देंगे। इस समय। डिसीजन मेकिंग स्ट्राँग रखकर। कार्य करेंगे तो डेफिनेटली आपको लाभ प्राप्त होगा। मेडिकल के स्टूडेंट का परिणाम सकारात्मक रहेगा। कुमकुम, लाल पुष्प। तिल जल में मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें। इससे विदेश यात्रा के योग बनेंगे।

धनु राशि – सूर्य नवम भाव के स्वामी और दशम भाव में जाकर यानि कर्म भाव में जाकर विराजमान हो रहे हैं। यहां पर आपके भाग्येश का अपने। से एक। घर आगे जाकर बैठना आपके भाग्य में। निरंतर प्रगति करेगा। इस समय धार्मिक अनुष्ठानों में आपका मन अधिक लगेगा। घर में भी कोई धार्मिक अनुष्ठान आप ऑर्गनाइज। करते हुए दिखाई। देंगे। इस समय वायु और जल यात्रायें। अधिक रहेगी परन्तु वो। यात्रायें आपके लिए सुखद और। मंगलमय रहेगी। इस समय युवक युवतियां जो नौकरी की। तलाश कर हैं उनकी तलाश खत्म हो जाएगी। गवर्नमेंट जॉब की जो बच्चे तैयारी कर रहे। हैं उनको सक्सेस हासिल होगी। परन्तु इस समय वर्क। प्लेस पर आपको अपने सहकर्मियों के साथ तालमेल बनाकर रखना है। किसी भी कॉन्ट्रोवर्सी। से। आपको बचना होगा। हल्दी, केसर और पीले पुष्प जल में। डालकर। सूर्यदेव को अर्घ्य दें। इससे हर क्षेत्र में विजय की प्राप्ति होगी।

मकर राशि – आपकी राशि के लिये सूर्य अष्टम भाव के स्वामी हैं और जाकर बैठ रहे हैं आपके भाग्य स्थान में सूर्य का। आप अपने से एक घर आगे जाकर बैठना आपके कार्यों। में निरंतर एक सिस्टमेटिक तरीके से। किए गए कार्यों में सफलता लेकर आएगा। इस समय आप सोच। समझ कर डिसीजन लेंगे। रिस्की कामों में अचानक धनलाभ के योग बनेंगे। इस समय आपका भाग्य। आपका साथ देगा और अधूरे। पड़े हुए कार्य भी द्रुत गति से पूर्ण होंगे। इस समय अजनबियों से थोड़ा। सा आपको बचना चाहिए और। गुप्त शत्रुओं से भी। सावधान रहें। काले नीले पुष्प और तिल जल में मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें। गरीबों को भोजन कराएं। इससे आपको अपना अधिकार प्राप्त होगा।

कुंभ राशि – आपके लिए सूर्य सप्तम भाव के स्वामी और अष्टम भाव में जाकर विराजमान होने पर सूर्य का अष्टम भाव में जाकर बैठना आपके कार्य में निरंतर सफलता दिलवाएगा। इस समय यात्राएं आपके लिए। सुखद और मंगलमय रहेगी। जीवन साथी का साथ और सुयोग। भरपूर देखने को मिलेगा। उनसे आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। अगर किसी को मन ही मन। चाहता। है तो उसे अपने मन। की बात जरूर रखें। वो आपकी बातों को समझेगा। इस समय आपके। नए मित्र बनते हुए। दिखाई देंगे। जल में तिल, काले उड़द। सरसों। और। मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें। इससे विरोधी समाप्त हो जाएंगे।

मीन राशि – सूर्य सप्तम भाव के स्वामी हैं और सप्तम भाव में जाकर विराजमान हो रहे हैं या पर। शत्रुओं की। संख्या में सूर्य कमी लाते हुए दिखाई देंगे। सूर्य के परिणाम आपको बहुत अच्छे मिलेंगे। ननिहाल से आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। इस समय श्वास संबंधी। समस्याओं से भी आपको मुक्ति मिलेगी। खासकर त्वचा। नेत्र और ह्रदय संबंधी जो रोगी हैं उनको। स्वास्थ लाभ। विशेष रूप। से प्राप्त होने के प्रबल योग। बन रहे हैं। इस समय कोई भी कार्य। जल्दबाजी में करने की अपेक्षा शांति से अपने कार्यों को करने का प्रयास करें। गलत आदत से आप छूट जाएंगे। इस समय कुछ गुड हैबिट्स। आपके जीवन में आ जाएगी जो कि आपके उन्नति के मार्ग को। प्रशस्त करेगी। हल्दी, केसर, पीले पुष्प और तिल मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें। इससे आपको सम्मान प्राप्त होगा।