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जानिए सूर्य देव को अर्घ्य देने का महत्व , नियम एवं फायदे – Arghya to Sun

Arghya to Sun

जानिए सूर्य देव को अर्घ्य देने का महत्व , नियम एवं फायदे- Arghya to Sun

Arghya to Sun गुरु माँ निधि जी श्रीमाली ने कहा है की यदि सुबह की शुरुआत अच्छी हो तो पूरा दिन अच्छा जाता है। प्रत्येक व्यक्ति भी यही चाहता है कि सुबह की शुरुआत बहुत अच्छी हो और पूरा दिन अच्छा जाए। शास्त्रों में कई ऐसी बातें बताई गई हैं, जिन्हें ध्यान में रखा जाए तो सुबह अच्छी होती है और पूरा दिन भी अच्छा जाता है। इसके साथ ही आपके जीवन की परेशानियां दूर होती हैं। तरक्की और धन-समृद्धि प्राप्त होती है। ऐसे में भाग्य का साथ पाने के लिए रोजाना सुबह आपको सूर्य को जल देना चाहिए। हिंदू धर्म में सूर्य को देवता की तरह पूजा जाता है। ज्यादातर लोग सुबह पूजा पाठ करने के बाद सूर्य को अर्घ्य देते हैं। सूर्य को अर्घ्य देने से भाग्योदय होता है और मान सम्मान में वृद्धि होती है। इसके अलावा यदि विवाह में देर हो रही है तो नियमित सूर्य को जल देने से शीघ्र ही अच्छे रिश्ते आते हैं। Arghya to Sun

सूर्य देव को जल देने का वैज्ञानिक महत्व

गुरु माँ निधि जी श्रीमाली के अनुसार सूर्य देव को जल चढ़ाते वक्त जब हम जल की धाराओं में से सूर्य की ओर देखते हैं तो उससे निकलने वाली 7 तरह की किरणें हमारी आंखों पर पड़ती हैं जिससे हमारी आंखों की रोशनी अच्छी होती है. इससे आंखों का रंग नेचुरल बना रहता है.  सबसे जरूरी चीज सूर्य को जल चढ़ाने को लेकर ये है कि इससे विटामिन डी भरपूर मात्रा में हमारे शरीर को मिल जाती है. सुबह की पहली किरण सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है. सूर्य को जल चढ़ाने से दिल की (Heart health) भी सेहत अच्छी रहती है. असल में सूर्य को अर्घ्य देते समय हमारा सीना जो है वो सूर्य की तरफ होता है जिसकी रोशनी सीधे हृदय पर पड़ती है जो गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करती है. Arghya to Sun

सूर्य को जल चढ़ाने से त्वचा रोगों से भी मुक्ति मिलती है. सूर्य को जल बिना नहाए कभी नहीं देना चाहिए. इससे जब आप सूर्य को जल चढ़ाती हैं तो सारे रोमछिद्रो से गंदगी निकल आती है Arghya to Sun

सूर्य को जल देने की प्रक्रिया 

  • इसके लिए हमे सुबह जल्दी उठकर स्नान करना होता हैं।
  • उसके बाद एक तांबे के बर्तन में शुद्ध जल लेकर पूर्व दिशा की ओर मुख करना होता हैं।
  • अब अपने दोनों हाथों को सिर के ऊपर उठाकर, उन्हें थोड़ा आगे की ओर झुकाकर सूर्य देव की ओर जल को एक सीधी धारा में नीचे गिराना होता है।
  • सूर्य देव को जल देते समय हमे उस जल की गिरती धारा में निरंतर देखना होता हैं।
  • बर्तन का सारा जल चढ़ाने के पश्चात हमे उस जल को छूकर अपने माथे व आँखों पर लगाना होता हैं और फिर उसकी तीन परिक्रमा करनी होती हैं। Arghya to Sun

सूर्य देव को जल चढ़ाने के नियम 

  • अगर आप सूर्यदेव को जल दे रहे हैं तो कोशिश करें कि आप उगते हुए सूरज को जल दें। कुछ लोग दस, ग्यारह बजे या फिर दोपहर में सूरज को जल देते हैं। अगर आप भी इस तरह सूर्यदेव को जल देते हैं तो इससे आपको कोई लाभ नहीं मिलता है
  • जब सूरज को जल या अर्घ्य दिया जाता है तो लोटे की धातु पर भी ध्यान देना चाहिए। आजकल लोग तांबे से लेकर पीतल, चांदी यहां तक कि मिट्टी के लोटे में जल चढ़ाते हैं। लोग तरह तरह के लोटे का इस्तेमाल करते है लेकिन सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए ताम्बे के लोटे का इस्तेमाल उपयुक्त है इसके अलावा, आप लोटे का इस्तेमाल करने से पहले उसे अच्छी तरह साफ करें। बेहतर होगा कि आप उसे साबुन की जगह राख से साफ करें।
  • जब आप सूर्य देव को अर्घ्य दे रहे है तो कोशिश करें कि उस दौरान आप कम से कम कपड़ों को पहनें। अगर संभव हो तो सफेद रंग के कपड़ों को पहनकर अर्घ्य दें। अगर आपके पास सफेद कपड़े नहीं हैं तो ऐसे में आप हल्के रंग के कपड़ों को पहनें। कभी भी सूर्य देव को जल देते हुए काले रंग के कपड़ों को भूल से भी ना पहनें। 
  • हमेशा आप सूर्य देव को अर्घ्य देते हुए लोटे को अपने सिर के ऊपर इस तरह रखें कि जल की एक ऊंची धारा बने। साथ ही, सूरज की किरणों की रोशनी उस लोटे के जल से छनते हुए आपके शरीर तक पहुंचे। अगर इस तरह सूर्य देव को जल दिया जाता है तो व्यक्ति रोगमुक्त व स्वस्थ रहता है। साथ ही, उस जल की धारा से सूर्य देव को देखने का प्रयास करें। अधिकतर लोग उस दौरान अपनी आंखें बंद कर लेते हैं। लेकिन आप ऐसा बिल्कुल भी ना करें।  
  •  लोग जब सूर्य देव को जल देते हैं तो वह कहीं पर इसे देना शुरू कर देते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि आप सूर्य देव को किसी हरे-भरे घास के मैदान में, नदी में या घर के लॉन में खड़े होकर जल दें। सूर्य देव को दिया जाने वाला जल नाली में नहीं जाना चाहिए। साथ ही, अगर संभव हो तो आप किसी लकड़ी के आसन पर खड़े होकर सूर्य देव को जल अर्पित करे  Arghya to Sun

गुरु माँ निधि जी श्रीमाली के अनुसार उगते सूर्य को जल में इन 5 चीजों को मिलाकर अर्घ्य देवे  

1-पुष्प

सनातन धर्म में देवी देवता की पूजा में पुष्प के प्रयोग का भी बहुत महत्व है। सूर्य देवता को जल अर्पित करते समय जल के पात्र में पुष्प होने चाहिए। ऐसा करने से सूर्य देवता के आशीर्वाद से आपकी सभी कार्य संपन्न होंगे।

2-अक्षत

हिंदू धर्म में अक्षत को बहुत पवित्र माना गया है। देवी-देवता की पूजा और किसी भी शुभ काम में अक्षत का प्रयोग किया जाता है। जल में चावल डालकर सूर्य को अर्घ्य देना बहुत शुभ होता है। माना जाता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

3-रोली

जल में रोली डालकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ऐसा करने से सूर्य दोष दूर होता है और स्वास्थ्य बेहतर रहता है। माना जाता है कि रोली का लाल रंग हमें सूर्य की किरणों से जोड़ता है और इससे शरीर में रक्त संचार बढ़ता है। Arghya to Sun

4-हल्दी

सनातन धर्म में हल्दी को बहुत शुभ माना जाता है। विवाह से पहले भी वर या कन्या को हल्दी लगाई जाती है। जल में हल्दी डालकर सूर्य को अर्घ्य देने से विवाह के योग बनते हैं।

5-मिश्री

भगवान के भोग में मिश्री का प्रयोग किया जाता है। माना जाता है प्रसाद में मिश्री चढ़ाने से भगवान प्रसन्न होते हैं। जल  में मिश्री डालकर चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से सूर्य देवता की कृपा बनी रहती है।  Arghya to Sun

सूर्य को जल देने के फायदे

  1. विवाह होने में अगर देरी हो रही हो तो रोज सूर्य को जल देने से अच्छे रिश्ते आते हैं.
  2. सूर्य को नित्य जल देने से मान-सम्मान की वृद्धि होती है.
  3. सूर्य को जल देने से भाग्योदय होता है.
  4. रोजाना सूर्य को जल चढ़ाने से सूर्य देव का प्रभाव शरीर में बढ़ता है, जिससे ऊर्जा में वृद्धि होती है. 
  5. सूर्य को जल चढ़ाने के साथ ‘ओम् नमो भगवते श्री सूर्याय क्षी तेजसे नम: ओम् खेचराय नम:’ मंत्र का जाप करने से बल, बुद्धि, विद्या और दिव्यता प्राप्त होगी। Arghya to Sun

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