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मंगल का राशि परिवर्तन Hindi blog | Mangal Ka Rashi Parivartan 18 August, 2023 | सिंह से कन्या में प्रवेश

मंगल का राशि परिवर्तन Hindi blog

मेष राशि – आपकी राशि स्वामी मंगल है और अष्टम भाव के स्वामी है और मंगल जाकर बैठा है आपके रोग भाव में। लेकिन आपके राशि स्वामी का अपने ससुराल जाकर बैठना आपकी पर्सनालिटी को थोड़ा सा बिगाड़ सकता है। इस समय लड़ाकू प्रवृति के हो जाएंगे हर किसी से आर क्यू करना अपने शत्रुओं की संख्या बढ़ा लेना। आप चाहकर भी अपनी बातों को सही तरीके से प्रकट नहीं कर पाएंगे क्योंकि आपके अंदर एक ईगो होगा, एक अहंकार होगा और जब व्यक्ति के जीवन मे अहंकार आता है तो उसके काम बनते चले जाते हैं। उसका पतन होना प्रारंभ हो जाता है। इसलिए अहंकार को अपने जीवन में स्थान न लेने दें। अपने कार्य को सुगमता से करने का प्रयास करें। मंगल आपको बहुत अच्छे रिजल्ट दे सकते हैं परंतु आपको अपने गुस्से और वाणी पर कंट्रोल करके ही चलना होगा। इस समय आपके राशि स्वामी है इसलिए ददिहाल वालो से और परिवारिक सदस्यों से रिश्ते भी खराब हो सकते हैं। सोच समझकर आगे बढ़ेगा। वहीं मंगल अष्टमेश, अष्टमेश, सप्तम भाव में जाकर बैठे हैं तो वे इस घर को थोड़ा इम्प्रूव करते हुए दिखाई देंगे। गुप्त शत्रुओं की संख्या समाप्त हो जाएगी। इस समय आप अपने काम में सजकता से आगे बढ़ेंगे। किसी और पर अपने कार्यों को नहीं टालेंगे। जानवरों से थोड़ा सावधान रहें। अचानक धन लाभ की प्राप्ति आपको इस समय होती हुई दिखाई देगी। मेष राशि वालों के लिए मंगल के परिणाम में मिलने वाला है तो आपको क्या करना चाहिए? मंगल की दिशा दक्षिण मानी गई है। अतः दक्षिण दिशा के द्वार से दो गुनी दूरी पर एक नीम का पेड़ आपको जरूर लगाना चाहिए।

वृषभ राशि – आपकी राशि के लिए मंगल द्वादस और सप्तम भाव के स्वामी है और पंचम भाव में जाकर विराजमान हो रहे हैं। मंगल का अपने से सिस्टम जाकर बैठना यानी खर्च भाव के स्वामी का अपने से सिस्टम जाकर बैठना आपके खर्चों में बढोतरी ला सकता है। इस समय विदेशों से काम अटक सकते हैं। अगर आप विदेशी कंपनियों के साथ कोलेबरेशन करते हैं या विदेशों से माल मंगाते हैं, किसी न किसी प्रकार से आपका बिज़नस विदेशों पर डिपेंड है। विदेशी कंपनियों पर डिपेंड है तो डेफिनेटली इस समय दिक्कतों का सामना आपको करना पड़ सकता है। आपकी संतान यदि विदेश में रहकर जॉब कर रही है तो उसके लिए भी आपके मन में चिंता के भाव उत्पन्न हो सकते हैं। थोड़े से अप और डाउन का यह समय आपको जरुर देखने को मिलेगा परंतु आपको अपने हौसलों को अपने सेल्फ कॉन्फिडेंस को बनाए रखना है तभी आप अपनी कठिनाइयों को पार कर अपनी सफलता को सुनिश्चित करेंगे। यहां पर मंगल चूंकि आपके सप्तम भाव के स्वामी है तो सप्तमेश अपने से ग्याहरवें जाकर बैठा है। यहां पर व्यापारी वर्ग को बहुत अच्छा लाभ प्राप्त होगा। इस समय नई नई योजनाओं का क्रियान्वयन करेंगे। टेक्निकल फील्ड या फिर कोई बड़े मैन्यूफैक्चरर सक्रिय हैं। कोई बड़ी मशीनरी का अगर आपका काम रहता है तो उसमें आपको बहुत बड़ा लाभ इस समय मिलता हुआ दिखाई देगा। यानि मंगल का ये राशि परिवर्तन बिजनेस क्लास लोगों के लिए बहुत ही अच्छा रहेगा। मंगल के दिन यानी मंगलवार के दिन आपको व्रत करना चाहिए।

मिथुन राशि – आपके लिए मंगल एकादश सप्तम भाव के स्वामी यानि रोग भाव के स्वामी का अपने से 11 जाकर बैठना आपके नर्वस सिस्टम रक्त विकारों में कमी लेकर आएगा। परन्तु इस समय वाहन चलाते समय सावधानी रखनी होगी। फाइनेंशियली आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। नए वाहन की खरीदारी से बचें। इस समय लोहे की खरीददारी से भी आपको बचना चाहिए। इस समय अपने शत्रुओं से सावधान रहें। रुपए पैसों से संबंधित कार्यों में आपको सफलता जरूर प्राप्त होगी। वहीं मंगल चूंकि आपके लाभ भाव के स्वामी हैं। लाभेश अपने से सिस्टम जाकर बैठा है। व्यापार लाभेश का अपने सिस्टम जाकर बैठना आपके लाभ में कहीं न कहीं फ्लक्चुएशन यानी उतार चढ़ाव की स्थितियां जरूर लेकर आएगा। आपके काम अटक सकते हैं। यहां पर आपके सर्कल में आपके मित्रों की संख्या में वृद्धि होगी। परंतु आपको इस समय तय करना है कि आपको किसे मित्र रखना है, किसे नहीं रखना है, किसे कितना डिस्टेंस बनाकर चलना है, ये आपको ही तय करना होगा। जरूरतमंद लोगों को लाल मसूर और लाल वस्त्र का दान इस राशिवालों को करना चाहिए।

कर्क राशि – आपके लिए मंगल, दसम और पंचम भाव के स्वामी हैं। यानि आपकी कुण्डली में मंगल है योगकारक और मंगल जाकर बैठे हैं आपके पराक्रम भाव में। सबसे पहले पंचम भाव की बात करूं तो अपने से 11 खिलाड़ियों के लिए समय शानदार और उत्तम सफलता से भरपूर रहेगा। इस समय आपकी मनोवांछित इच्छाएं पूर्ण होगी। इस समय आप अपने लक्ष्य को तय कर अपनी सफलता को सुनिश्चित करेंगे। वहीं छात्रों के लिए भी ये समय बहुत ही अच्छा है। खासकर तकनीकी शिक्षा से जुड़े हुए छात्रों के लिए समय उत्तम सफलता लेकर आएगा। सक्सेस आपके कदम चूमेगी और आपके काम बनते चले जाएंगे। इस समय आपको संतानसुख की प्राप्ति होगी और इस समय आपको कोई भी काम हाथ में लेंगे तो आपका दृढ़ निश्चय उन कार्यों को पूर्ण करने में आपकी मदद करेगा। वही मंगल आपके कर्मेश भी है और कर्मेश अपने से छटे भाव जाकर बैठे। यानी जाकर बैठे हैं। इसलिए इस समय आपको काम मैं थोड़ा सा अवेयर होके आगे बढ़ना चाहिए। खासकर जो इंजीनियर से जो आईटी फील्ड से जुड़े हैं उनके लिए यह समय इतना अच्छा नहीं है। अधिकारियों की डांट आपको सुनने को मिल सकती है। आपकी मेहनत का फल कोई ओर लेकर जा सकता है। इसलिए यह सुनिश्चित करें कि आपकी मेहनत का फल आपको ही मिले। अधिकारियों का विश्वास जीतना है ताकि आपको किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े। तीन धातु सोना, चांदी, ताम्बा, इसकी अंगुठी आप अपने हाथ में बनाकर पहनें।

सिंह राशि – आपके लिए मंगल नवम और चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और मंगल जाकर बैठे हैं आपके द्वितीय भाव में। यहां पर सुकेश अपने से 11 जाकर बैठना आपके सुखों में निरंतर वृद्धि करेगा। वाहन जैसे सुखों में विशेष रूप से प्रगति के पूर्ण योग बन रहे हैं। इस समय नई प्रॉपर्टी भी आप बना पाएंगे। नए घर का सपना आपका पूरा होगा। मां के साथ आपके संबंध और अधिक स्ट्रॉन्ग होंगे और फाइनेंशियली उनका सपोर्ट आपको देखने को मिलेगा। वहीं मंगल चूंकि भाग्येश है, भाग्य आपका साथ नहीं देगा। इससे मैं आपको कर्मप्रधान बनाऊंगा। आपके काम एक लेजी एस की वजह से अटक सकते हैं। इसीलिए लेजी न न रखें। नहीं, अपने कार्यों को किसी और पर डालें। यदि आप अपने कार्यों को खुद खड़े रहकर पूर्ण करेंगे तभी आपके कार्य निर्विघ्न पूर्ण हो पाएंगे। हनुमानजी की नित्य पूजा करें और हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें।

 कन्या राशि – मंगल आपकी राशि के लिए अष्टमेश और तृतीय भाव के स्वामी हैं। यानि पराक्रमेश और अष्टमेश का आपकी खुद की राशि में जाकर बैठना। आपके लिए ये समय थोड़ा अग्रेसिव आपको जरूर बनाता है परंतु आपके बल और पराक्रम में वृद्धि होगी। आपका प्रभाव क्षेत्र बढ़ता हुआ दिखाई देगा। लोगों में आपकी धाक बढ़ेगी। इस समय कुटुम्ब में भी आपका मान सम्मान और रुतबा बढ़ता हुआ दिखाई देगा। आप के छोटे भाई बहनों के साथ आपके संबंध और अधिक प्रगाढ़ होंगे। मंगल चूंकि आपके अष्टम भाव के स्वामी है। अष्टमेश अपने से सिस्टम जाकर बैठा है। इसीलिए इस समय यात्रायें करते समय सावधानी रखें और लंबी दूरी की यात्रा को खुद ड्राइव करके कहीं पर भी ना जाएं। यातायात के संसाधनों का उपयोग करेंगे तो वो आपके लिए सेफ रहेगा। इस समय रिस्की कामों में इन्वेस्टमेंट से भी आपको बचना चाहिए। मंगलवार के दिन गेहूं, गुड़, ताम्बा, मसूर, मूंगा, लाल रंग, लाल वस्त्र, लाल फल, लाल फूल, लाल चंदन, लाल रंग की मिठाई आदि मंदिर में अर्पित करें।

तुला राशि – आपके लिए मंगल द्वितीय और सप्तम भाव के स्वामी हैं और जाकर बैठ रहे हैं मंगल द्वादश स्थान में धनेश अपने से 11वें जाकर बैठे हैं। धनेश का अपने से 11 जाकर बैठना आपके लिए बहुत ही अच्छा। आपके लिए उत्तम लाभ की परिस्थितियां लेकर आएगा। यहां पर रोजमर्रा के लाभ में वृद्धि होगी। आपको अपने वर्क प्लेस पर बड़ी बड़ी अपॉर्च्युनिटी मिलती हुई दिखाई देगी। व्यापारी वर्ग नई नई योजनाओं का क्रियान्वयन करेंगे। नई कंपनियों के साथ आपकी टाईअप रहेगा। आपके घर के बुजुर्गों का भी आपको पूरा साथ और सहयोग मिलेगा। पैतृक संपत्ति संबंधी विवादों का निपटारा आपके पक्ष में होगा। मई इस समय व्यापारी वर्ग को विदेशों के साथ में काम करते समय विदेशी कंपनियों के साथ काम करते समय सोच समझकर आगे बढ़ना चाहिए। यदि आप विदेशों में काम कर रहे नौकरी कर रहे हैं तो डेफिनेटली यह समय थोड़ा सा आपके लिए रहने वाला है। वहीं अगर आप खनन से संबंधित काम करते हैं, सिक्योरटी सर्विस से जुड़े हुए हैं या फिर कंस्ट्रक्शन लाइन से जुड़े हुए हैं तो आपको थोड़ा सा संभलकर रहने की आवश्यकता है और अगर कोई बड़ी बड़ा ऑफर आपके पास आता है तो उस ऑफर को एक्सेप्ट करने से पहले उसके बारे में पूरी जांच पड़ताल जरूर कर लें। हनुमान मंत्र ॐ हं हनुमते नमः का जाप जरूर करें।

 वृश्चिक राशि – आपकी राशि स्वामी और सप्तम भाव के स्वामी हैं। मंगल और मंगल जाकर बैठे आपके लाभ भाव में। यहां पर मंगल का आपके लाभ भाव में जाकर बैठना आपकी लाभ की स्थिति को बढाता हुआ दिखाई देगा। अचानक धन लाभ की परिस्थितियां आपको देखने को मिलेगी। यदि आपने किसी को उधार दे रखा है तो वो व्यक्ति आपका उधार चुका कर जाएगा जिससे आपके मन में प्रसन्नता के भाव उत्पन्न होंगे। आपकी पर्सनालिटी बहुत ही पावरफुल रहेगी। इस समय लोग आपको मानेगे और आपको फॉलो करने का प्रयास करेंगे। शत्रु भी आपसे मित्रता करने का प्रयास करेंगे। दयाल वालों से संबंध और अधिक प्रगाढ़ होंगे। वहीं मंगल चूंकि रोग भाव के स्वामी है इसीलिए रक्त विकारों से संबंधित कोई भी प्रॉब्लम आपको देखने को मिल सकती है। इसीलिए अपने ब्लड सर्कुलेशन से संबंधित जो भी बीमारियां जैसे बीपी, शुगर हुआ, इन मामलों में बहुत सावधानी रखें और इसमें वैसे भी मौसम परिवर्तन हो रहा है। इसीलिए फोड़े फुंसी जैसी प्रॉब्लम, रक्त विकारों जैसी कुछ प्रॉब्लम आपको हो सकती हैं। इसीलिए आपको थोड़ा सा संभलकर रहने की आवश्यकता है। लाल चीजों का दान आपको करना चाहिए और हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें।

धनु राशि – आपके लिए मंगल, बारवे और पंचम भाव के स्वामी हैं और मंगल जाकर बैठे हैं। आपके कर्मभाव। पंचम भाव के स्वामी अपने आश्रम जाकर बैठना आपके श्वास संबंधी समस्याओं से आपको दूर रखेगा। वहीं आप के काम थोड़े से अटक सकते हैं। विद्यार्थी वर्ग को स्ट्रगल करना पड़ सकता है। परिणाम नकारात्मक और निराशाजनक रहेगा। परंतु आपको अपने हौसले को बुलंद रखना ही होगा। इस समय संतान के बिहेवियर को उसके गुस्से को लेकर आप थोड़े से चिंतित होते हुए दिखाई देगें। परंतु यदि उसे प्यार से मार्गदर्शन प्रदान करेंगे तो डेफिनेटली वह अपने रास्ते पर आते हुए अपने लक्ष्य को जरूर साधेगी। इस समय मंगल चूंकि आपके खर्च भाव के स्वामी हैं, खर्चों को बढ़ा सकते हैं इसलिए अपने खर्चों को थोड़ा सा बैलेंस करके चलने का प्रयास करें। हालांकि कर्ज की स्थितियों से आपको मुक्ति मिल जाएगी। थोड़े से रिलैक्स होते हुए दिखाई देंगे। अधिकारियों का आपको सहयोग मिलेगा और बचत योजनाओं से आपको अच्छा लाभ प्राप्त होगा। प्रतिदिन ॐ भौमाय नमः और ॐ अंक अंग अंगारकाय नम मंत्र का जाप करें।

मकर राशि – आपकी राशि के लिए मंगल एकादश और चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और जाकर बैठे। नवम भाव में मंगल का एकादश और चतुर्थ भाव का स्वामी होकर आपके भाग्य स्थान में जाकर बैठने से आपको बहुत मिक्स रिजल्ट्स मिलते हुए दिखाई देंगे। अगर लाभ भाव की बात करें तो लाभेश अपने से ग्याहरवें जाकर बैठे। आपके लाभ में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी। सर्कल लेवल बढ़ेगा। नए लाभ की स्थितियों के लिए आप नई नई योजनाओं का क्रियान्वयन करेंगे। अपने काम की नई ब्रांच भी आप खोलते हुए दिखाई देंगे। कुछ विशेष आयोजनों पर आप विचार करते हुए उन्हें लाभ में परिवर्तित करने का पूर्ण प्रयास करेंगे। वही मंगल चूंकि आपके सूटकेस में सूटकेस अपने सिस्टम जाकर बैठ रहे हैं, इसीलिए इस समय आपके सुखों में थोड़ा सा फ्लक्चुएशन हो सकता है। इसलिए इस समय आप कोई भी कार्य द्रुत गति से संपन्न करने में अपने आपको असमर्थ महसूस करेंगे। इस समय अपने खर्चों को थोड़ा सा बैलेंस करके चलने का प्रयास करें और मां से संबंधों को थोड़ा सा पुनर्विचार करते हुए आगे बढ़ें। मंगलवार के दिन लाल मसूर की दाल, लाल मिठाई, लाल फल किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को दान जरूर करें।

कुम्भ राशि – आपके लिए मंगल तृतीय और दशम भाव के स्वामी हैं और जाकर आपके अष्टम भाव में मंगल का आपके तृतीय और दशम भाव का स्वामी होकर अष्टम भाव में जाना आपके लिए मिक्स रिजल्ट लेकर आएगा। आपके भाई बहनों के साथ आपके संबंध थोड़े से खराब हो सकते हैं। पैतृक संपत्ति संबंधी विवादों को थोड़ा सा साइड में रखेंगे तो आपके लिए ठीक रहेगा वरना उसमें आपके लिए नेगेटिव रिजल्ट मिलते हुए दिखाई देंगे। इस समय यात्रायें करते समय सावधानी रखें। आपकी इच्छाएं पूर्ण जरुर होगी परन्तु आपको अपनी इच्छाओं का सम्मान करते हुए थोड़ा सा संभलकर रहने की भी आवश्यकता रहेगी। इस समय चूंकि मंगल कर्मेश है तो कर्मभाव के स्वामी अपने से प्यार में जाकर बैठना आपके काम काज में उत्तरोत्तर उन्नति लेकर आएगा। काम के सिलसिले में यात्रा आदि करनी पड़ सकती है। हनुमान जी को सिंदूर का चोला आपको जरुर चढ़ाना चाहिए।

मीन राशि – आपके लिए मंगल द्वितीय और नवम भाव के स्वामी हैं और जाकर आपके सप्तम भाव में यहां पर मंगल का द्वितीय और नवम भाव का स्वामी होकर सप्तम भाव में जाकर बैठना आपके लिए रिजल्ट लेकर आएगा या भाग्य आपका साथ देगा। अधूरे पड़े हुए कार्य द्रुत गति से संपन्न होंगे। यह यात्रा आपके लिए सुखद और मंगलमय रहेगी। मित्रों से आपको विशेष लाभ की परिस्थितियां भी देखने को मिलेगी। धर्म कर्म के कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी। वहीं रोजमर्रा का लाभ थोड़ा सा लाइटवेट करता हुआ दिखाई दे सकता है। इस समय आपको सोच समझकर आगे बढ़ना चाहिए। किसी भी कॉन्ट्रोवर्सी से बचें। अपने अधिकारी का विश्वास हासिल करें। टीमवर्क की तरह काम करें। अकेले अगर आप कोई भी काम करेंगे तो उस कार्य में आप सफलता प्राप्त नहीं कर पाएंगे। हर मंगलवार को हनुमानजी के मंदिर में बूंदी का भोग जरूर लगाएं और यह प्रसाद सभी में बांट दें।