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Shani Rashi Parivartan 12 July 2022 in Hindi | शनि का राशि परिवर्तन 12 जुलाई 2022 | Nidhi Shrimali

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Shani Rashi Parivartan 12 July 2022 in Hindi


ॐ शं शनैश्चराय नम: Shani Rashi Parivartan 12 July 2022 in Hindi

ज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रह का विशेष महत्व है। फलित ज्योतिष में शास्त्रों में शनि को अनेक नामों से संबोधित किया गया है। जैसे मंद गामी, सूर्य पुत्र शनिश्चर, छाया पुत्र आदि। ये सभी नाम शनि के हैं और उसके बावजूद शनि हमारे जीवन पर बहुत अधिक गहरा प्रभाव डालता है। शनि सभी ग्रहों में सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं, इसलिए इन्हें मंद गामी भी कहा जाता है। शनि के नक्षत्र पुष्य अनुराधा और उत्तरा भाद्रपद हैं। शनि, मकर और कुम्भ राशि के स्वामी ग्रह शनि के राशि बदलने में ढ़ाई साल का वक्त लेते हैं। शनि मंद गति के कारण इसका असर सभी राशियों पर काफी समय तक रहता है। शनि की साढ़े साती और ढैया जिस भी राशि में होती है उस राशि का जातक या तो शनि का बहुत अच्छा लाभ प्राप्त करता है या फिर शनि की साढ़ेसाती और ढैया उनके लिए बहुत ज्यादा कष्टकारी रहती है। Shani Rashi Parivartan 12 July 2022 in Hindi

इस साल यानी वर्ष 2022 में दो बार शनि का राशि परिवर्तन होने जा रहा है। यानी 29 अप्रैल को शनि राशि परिवर्तन करके मकर से अपनी मूल त्रिकोण की राशि कुम्भ में प्रवेश कर चुके हैं और 29 अप्रेल को कर्क और वृश्चिक राशि वालों को शनि की ढैया लगी और मीन राशि वालों को शनि की साढ़े साती शुरू हो गई थी। वहीं मिथुन और तुला राशि वालों को शनि की ढैया समाप्त हो गई और धनु राशि वालों पर से शनि की साढ़े साती का प्रभाव खत्म हो गया। अब 12 जुलाई को शनि पुनः राशि परिवर्तन करने जा रहे वक्री अवस्था में तो वो 5 जून से बैठे हैं और 12 जुलाई को वे पश्चगामी होते हुए पुनः मकर राशि में प्रवेश करेंगे और वो भी शनि की ही राशि है। फिर वर्ष पर्यन्त वे मकर राशि में विराजमान रहेंगे। 17 जनवरी को पूर्णतया शनि का राशि परिवर्तन होते हुए शनि मार्गी अवस्था में आ जाएँगे और फिर वे मकर से अपनी पुनः मूल त्रिकोण की राशि कुम्भ में प्रवेश करेंगे और जब शनि कुम्भ में प्रवेश करेंगे तब अभी जो 29 अप्रैल से लेकर 12 जुलाई तक सभी राशियों की स्थितियां बनी हुई थी। यानी कर्क और वृश्चिक राशि वालों को शनि की ढैय्या चल रही थी और मीन राशिवालों को शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई थी। वो प्रभाव आपको 17 जनवरी वर्ष 2023 से देखने को मिलेगा। अभी फिलहाल 22 जुलाई को जब शनि मकर राशि में प्रवेश करेंगे तो पुनः तुला राशि वालों को शनि की ढैय्या लग जाएगी और धनु राशि वालों को पुनः शनि की साढ़े साती का प्रभाव झेलना पड़ेगा। अब शनि के इस वक्री होने की वजह से और पुनः वक्री होकर मकर राशि में लौटने की वजह से क्या इफेक्ट आपको अपने जीवन पर देखने को मिलेगा। किन किन राशियों को इसका लाभ होगा और किन किन राशियों को इसका नुकसान होगा। उसके बारे में जान लेते हैं | Shani Rashi Parivartan 12 July 2022 in Hindi

 

 

मेष राशि – शनि दशम और एकादश भाव के स्वामी हैं और अभी वक्री अवस्था में शनि पुनः मकर राशि में आ जाएंगे। शनि की तीसरी दृष्टि आपके द्वादश स्थान पर पड़ेगी। शनि की सप्तम दृष्टि आपके सुख स्थान पर पड़ेगी और शनि की दृष्टि आपके सप्तम भाव पर पड़ने वाली है तो मेष राशि वालों की इस वक्री अवस्था में शनि का दशम भाव में आकर बैठना बैठना तो अच्छा रहेगा, परंतु वक्री दृष्टि जो पड़ेगी वह आपके खर्चों को बढ़ा सकती है। इस समय आपको अपने बजट को देखकर चलना पड़ेगा। पिता का मार्गदर्शन साथ और सानिध्य मिलेगा तो आप अपने नुकसान की भरपाई कर ही लेंगे। परंतु इस समय आपको बहुत ज्यादा सावधान अपने खर्चों में रहना है क्योंकि अन्य प्रकार के खर्चे आपके जीवन में अकस्मात् आ जाएंगे और उस वजह से कई प्रकार की समस्याएं भी आपके जीवन में साथ ही साथ आ जाएगी। कर्ज की स्थितियां बढ़ सकती है। किसी से लोन लेना पड़ सकता है या फिर किसी से उधार लेकर आपको अपने कार्यों का निर्वहन करना पड़ सकता है। ही सुखों में कमी होगी। घर पर अचानक से खर्च आ गया तो घर के रखरखाव पर आपको खर्चा करना पड़ गया। कोई इलेक्ट्रॉनिक आइटम खराब हो गया और उसके बिना आपका काम नहीं चल सकता तो आपको उसकी खरीदारी करनी पड़ी। वहीं वाहन खराब हो गया तो वाहन के रखरखाव पर खर्च आ गया। रोग आपके जीवन में आ गए या फिर आपके पारिवारिक सदस्यों में से किसी सदस्य के अकस्मात बीमार होने की वजह से उस पर अस्पताल का खर्चा आपको करना पड़ गया। ऐसे ही कुछ खर्चे आपको परेशान करेंगे | और उस वजह से आपकी फाइनेंशल कंडीशन थोड़ी सी डांवाडोल होगी। माता से मतभेद हो सकते हैं। घर में कलह का वातावरण समय समय पर बन सकता है। पारिवारिक सदस्यों के बीच में वैचारिक मतभेद हो सकता है। उसका सामना मेष राशि वालों को करना पड़ सकता है। वहीं इस समय आपको अपने दाम्पत्य जीवन में भी केयरफुल होकर रहना पड़ेगा। रिश्ता ज्यादा बिगड़ सकता है क्योंकि शनि वक्री अवस्था में आकर मकर राशि में बैठा है और वक्र दृष्टि जो शनि की है वो और भी ज्यादा भयानक और खतरनाक होती है तो थोड़ा सा दांपत्य जीवन में एक दूसरे को लेकर चलें। एक दूसरे की भावनाओं को लेकर चलें और साथ में मिलकर काम करें। कोई बात में ईगो एक दूसरे का तो एक को शांत रहकर अपने ईगो को पीछे करते हुए नीचे रखते हुए एक दूसरे के साथ चलाएं। इस बात को आपको विशेष रूप से ध्यान रखना पड़ेगा। शनि दशम भाव के स्वामी है। इसीलिए इस समय आपको नौकरी में अच्छा लाभ प्राप्त होगा। हालांकि मेहनत अधिक करनी पड़ेगी। विद्यार्थी वर्ग को अपने रिजल्ट को सकारात्मक बनाने में भी अधिक मेहनत की आवश्यकता रहेगी। लाभ के लिए थोड़ी सी फ्लक्चुएशन से भरी रहेगी। लाभ आपके लिए उतार चढ़ाव की स्थितियां वर्ष पर्यन्त लेकर आएगा तो आपको बचत की योजनाओं में इन्वेस्टमेंट करना है। आपका जो भी जो भी बचत है जो भी धनराशि है उसको आप कहां से निवेश करें। ऐसा एक सिस्टम आपको जनरेट करना है यानि मैनेजमेंट आपको रुपए पैसे का रखना पड़ेगा। तभी आप इस पूरे वर्ष पर्यंत आर्थिक समस्याओं से दूर रहेंगे और आपके जीवन में किसी भी प्रकार की समस्याएं नहीं उत्पन्न होगी तो मेष राशि वालो को क्या करना चाहिए। जाप और दान ये दोनों आपके लिए बहुत ज्यादा लाभदायक साबित हो सकता है। इसीलिए शनि देव के दान जरुर करें। शनिवार के दिन शनि मंदिर जाएं और शनि के बीज मंत्र का जाप आपको करना चाहिए। हो सके तो शनि चालीसा का पाठ शनिवार के दिन जरुर करें |

 

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वृषभ राशि – शनि नवम और दशम भाव के स्वामी है और पश्चगामी होकर नवम भाव में आकर विराजमान हो रहे हैं। शनि की तीसरी दृष्टि आपके लाभ भाव पर शनि की सप्तम दृष्टि आपके पराक्रम भाव पर और शनि की दशम दृष्टि आपके रोग भाव पर इस समय पड़ेगी और चूंकि आप सभी जानते हैं कि शनि वक्री अवस्था में आकर आपके नवम भाव में बैठा है। इसीलिए वृषभ राशि वालों को थोड़ा सा लक फेक्टर सतर्क रहकर चलना है। भाग्य आपका साथ देगा। आपको पुष्ट करेगा तो आपको ही सही गलत ये आप पर निर्णय करता है। निर्भर करता है इसीलिए इस समय सही डिसीजन की तरफ आगे बढ़ने के लिए आपको किसी अनुभवी व्यक्ति से सलाह लेनी चाहिए या फिर आप अपने घर के बुजुर्गों की बड़ों की सलाह लेकर आगे बढ़ सकते हैं। किसी अनुभवी मित्र की सलाह ले सकते हैं। इसीलिए डिसीजन अपने ऊपर डाला है। जल्दबाजी में न लें। अधूरे पड़े हुए कार्यों को पहले पूर्ण करके ही नए कार्यों की शुरुआत करें। यह समय आपके कर्मपथ पर आपको बहुत अधिक मेहनत करवाएगा। पर मेहनत का ये फल यदि आप कर्म करेंगे। चूंकि शनि कर्म फल देता है तो आपको जरूर प्राप्त होगा। अब शनि की दृष्टियों की बात करें। वक्र दृष्टि होगी तो वक्र दृष्टि की अगर हम बात करें तो शनि की तीसरी दृष्टि आपके लाभ भाव पर पड़ रही है जो कि आपके लाभ की स्थितियों को थोड़ा सा फ्लक्चुएट कर सकती है। इस समय फाइनैंशली आपको कहीं से लोन लेना पड़ सकता है। अकस्मात कोई नुकसान आपके जीवन में हो सकता है। मित्रों के द्वारा आप को धोखा दिया जा सकता है। मित्र बनाते समय इस समय आपको सर्कल के समय ध्यान रखना है कि आपको अपने सर्कल में किन लोगों को ऐड करना है और किनको नहीं करना है। किनसे बचना है तो इन चीजों के लिए आप विशेष रूप से इस समय सतर्क रहें। मई आपके पराक्रम में थोड़ी सी एक पराक्रम तो बढ़ेगा पर पराक्रम किस दिशा में है। इस मामले में आपका डिसीजन गलत नहीं। और गलत दिशा में लगाया गया। पराक्रम आपको गलत रिजल्ट लेकर आपके जीवन में आ सकता है। कई परेशानियां आपके जीवन में उत्पन्न कर सकता है, इसलिए आपको सतर्क रहकर चलना चाहिए। भाई बहनों के साथ में मतभेद हो सकता है। इसलिए बहुत ज्यादा केयरफुल होकर इन रिश्तों में आप थोडा सा आगे बढने का प्रयास करें। स्वास्थ्य के मामले में यह समय बहुत ज्यादा नाजुक है। वृषभ राशिवालों को बहुत सतर्क रहकर चलने संबंधी समस्या हो सकती है। इंटर्नल पार्ट्स की प्रोब्लम होना मूत्र जनित मूत्राशय संबंधित कोई समस्या हो जाना, पाइल्स की प्रॉब्लम होना, किडनी की प्रॉब्लम होना या फिर लेडीज में विशेष रूप से जो पीरियड्स की प्रॉब्लम होती हैं | उससे अगर आप गुजर रहे हैं तो आपको बहुत ज्यादा सावधान होने की आवश्यकता है। वाहन चलाते समय भी थोड़ी सी सावधानी रखें क्योंकि वाहन दुर्घटना की संभावना हो सकती है तो वृषभ राशि वालों को क्या करना चाहिए। त्रिक भाव में शनि नहीं बैठे हैं। केवल मंत्रों के जाप से ही शनि की वक्री दशा के प्रभाव से आपको मुक्ति मिल सकती है। इसीलिए आप को शनि के जाप रोजाना करने चाहिए। विशेषकर मंगलवार और शनिवार के दिन जरूर करें। साथ ही दसरथ कृत शनि स्त्रोत्र का पाठ आपको जरूर करना चाहिए। ये आपके लिए बहुत लाभदायक रहेगा।

 

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मिथुन राशि – आपकी राशि के लिए शनि अष्टम और नवम भाव के स्वामी हैं और अष्टम भाव में पश्चगामी होकर यानी वक्री अवस्था में शनि आकर विराजमान हो रहा है। शनि का अष्टम भाव में वक्री होकर बैठना आपके नुकसान की स्थितियों को थोड़ा सा कम करेगा, परंतु इस समय आपके कार्य द्रुत गति से संपन्न होंगे। इस समय आप जो भी कार्य करने जा रहे हैं उसमें आपको सतर्क जरूर रहना पड़ेगा। ऐसे शत्रु आपके आसपास घूमेंगे जो कि आपके मित्र बनकर आपके कार्यों में व्यवधान डालना चाहिए। इसलिए ऐसे शत्रुओं से थोड़ा सा सतर्क रहें। गलत मार्ग से पैसा कमाने का प्रयास न करें। यानी रिश्वत लेने का प्रयास न करें। ईमानदारी के पथ पर चलकर आप जितना भी काम करेंगे उसका आपको सही और सटीक फल जरूर प्राप्त होगा। भाग्य के भरोसे न बैठें। रिस्की इन्वेस्टमेंट से आपको बचना चाहिए क्योंकि शनि आपके भाग्येश है। इस बार वे और वक्री अवस्था में बैठे। हालांकि अपने ही घर में बैठे हैं, परंतु इस समय आपको रिस्की इन्वेस्टमेंट से बचना चाहिए। यानी शेयर मार्केट लॉटरी में अपना भाग्य आजमाने का प्रयास न करें। अगर आजमा भी हैं तो बहुत बड़ी राशि बड़ी पूंजी लगाकर इन चीजों में अपना भाग्य ना आजमाएं जो युवा की होती है। आपको सही दिशा में आगे बढ़ना है। अपनी मेहनत के रास्ते पर चलकर आपको अपनी मंजिल को प्राप्त करना है। इस समय धर्मकर्म के कार्यों में आपकी रूचि बढ़ती हुई दिखाई देगी। शनि की तीसरी दृष्टि चूंकि आपके कर्म भाव पर पड़ रही है, इसलिए कामकाज के मामले में गलत डिसीजन लेने से बचें। इस समय बहुत ज्यादा सावधान और सतर्क रहेंगे तो आपके लिए ठीक रहेगा क्योंकि शनि की दृष्टि गुरु पर पड़ रही है और कर्मेश गुरु स्वगृही होकर बैठे है। इसलिए इस समय मैनेजमेंट के काम थोड़े से डिस्टर्ब हो सकते हैं। छोटे छोटे कामों में दिक्कतें आ सकती हैं। मैनेजमेंट के फील्ड से जुड़े हुए लोगों को बहुत ज्यादा सावधान और सतर्क रहना है। वहीं शनि की सप्तम दृष्टि आपके द्वितीय यानी धन भाव पर पड़ रही है। भावुकता में आकर किसी को भी उधार न लें। उधार और किसी से उधार लेकर काम करें। जितना बजट उतना बजट लेकर चलेंगे तो आपके लिए ठीक रहेगा। पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद इस समय शांत ही रहने दें। इन विवादों को तूल ना लेने दें, वही आपके लिए सकारात्मक रहेगा। विद्यार्थी वर्ग को अधिक परिश्रम से ही फल प्राप्त होगा। इसीलिए मेहनत में किसी भी प्रकार की कमी न रखें। अगर आपने कमी रखी तो आपको अपनी मेहनत का फल नहीं मिलेगा। मिथुन राशि वाले जातकों को क्या करना चाहिए तो आपको मंगलवार और विशेष रूप से शनिवार के दिन आपको हनुमान जी के मंदिर जाकर हनुमान चालीसा का श्रीराम का नाम लेते हुए पाठ कर लेना चाहिए। इससे शनि देव शांत रहेंगे और आपके जीवन में नकारात्मक परिणाम सकारात्मक हो जाएंगे। Shani Rashi Parivartan 12 July 2022 in Hindi

 

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कर्क राशि – शनि सप्तमेश और अष्टमेश हैं और सप्तम भाव में शनि स्वग्रही हो रहे हैं तो पश्चगामी होकर वक्री होकर सप्तम भाव में जाकर विराजमान हो रहे हैं। ये समय जीवनसाथी के साथ मतभेदों को भूलकर आगे बढ़ने का है। हालांकि एक दूसरे का सपोर्ट मिलेगा पर फिर भी एक दूसरे के प्रति विश्वास में कुछ कमी आप महसूस करेंगे। किसी भी रिश्ते की शुरुआत विश्वास पर ही होती है। उसकी नीव विश्वास पर रखी जाती है। इसीलिए विश्वास करते हुए एक दूसरे के साथ आगे बढ़ें। एक दूसरे पर अनर्गल शक मिथ्या आरोप लगाना छोड़ दें। इस। रिस्ता बिगड़ सकता है। अगर आप अपने रिश्ते को सुचारू रूप से चलाना चाहते हैं तो अपने जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण से आगे बढ़ें। एक दूसरे पर भरोसा करते हुए अपने जीवन में आगे बढ़ें। ये समय व्यापारी वर्ग को बहुत अच्छा लाभ दिलवाएगा। व्यापार में उन्नति और तरक्की करते हुए दिखाई देंगे। वहीं इस समय आप नई नई योजनाओं का क्रियान्वयन भी करेंगे, खासकर जो ग्रोसरी के व्यापारी हैं। फल फ्रूट सब्जी से सम्बंधित अगर आप कोई काम करते हैं या फिर किसान हैं तो उनको बहुत अच्छा लाभ प्राप्त होगा। परंतु इस समय आपको अपने गुप्त शत्रुओं से सावधान रहना है। वाहन चलाते समय सावधानी रखें और इस समय कोई रिस्की काम हाथ में न लें। आपका भाग्य इस समय इतना साथ नहीं देगा | इसलिए भाग्य के भरोसे न बैठें। कर्म पर अधिक ध्यान दें कर्मप्रधान बनें। जितनी अच्छी मेहनत करेंगे उतना ही अच्छा परिणाम आपको अपने जीवन में देखने को मिलेगा। साथ ही ज्यादा भावुकता आपके लिए काम की नहीं है। अति भावुक होने से आप अपने जीवन में डिसीजन गलत ले बैठेंगे और भावुकता में लिए गए निर्णय हमेशा नुकसानदायक साबित होते हैं। प्रोफेशनल लाइफ में तो आपको भावुक होना ही नहीं चाहिए। रिश्तों में भी अति भावुकता काम की नहीं है। इससे आपके रिश्ते तनाव युक्त हो सकते हैं। इसीलिए थोड़ा सा आपको प्रेक्टिकल होकर अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहिए और इस समय आपको सुखों से संबंधित समस्याएं उत्पन्न फाइनेंशल कंडीशन फ्लक्चुएट हो सकती है। इसीलिए फाइनैंशली थोड़ा सा एक अपने बजट को निर्धारित करके आगे बढ़ें। मां के स्वास्थ को लेकर कुछ चिंता हो सकती है, इसलिए उनके स्वास्थ का विशेष रूप से ध्यान रखें। अब आपको क्या उपाय करने चाहिए तो शनि के बीज मंत्र का ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करते हुए शनि के रत्न को यानी नीलम को आपको धारण करना चाहिए। शनि का दान आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा और छाते का दान विशेष रूप से आपको करना चाहिए। Shani Rashi Parivartan 12 July 2022 in Hindi

 

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सिंह राशि – शनि षष्टम और सप्तम भाव के स्वामी हैं और सप्तम भाव में स्वगृही हो रहे हैं। अब शनि आपके सप्तम भाव में बैठकर शशि नामक महापुरुष योग बना रहे थे। ये जो दो ढाई महीने का टाइम है वो आपके लिए बहुत अच्छा रहा। परंतु अब आपको थोड़ा सा सतर्क हो जाना है क्योंकि कोई डिसीजन जल्दबाजी में आपको नहीं लेना है। किसी भी नई कंपनी के साथ टाइअप करते समय व्यापारी वर्ग को बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है। कहीं ऐसा न हो कि वो कंपनी निकल जाए और आपका पैसा उसमें अटक गया है। इसीलिए बहुत ज्यादा सतर्क होकर चलें। अगर आप पार्टनरशिप में काम करते हैं तो अपने पार्टनर की भावनाओं को ध्यान में रखकर अपने जीवन में आगे बढ़ें और मेहनत होने से थोड़ा सा आपको इस समय बचना चाहिए। शनि चूंकि अष्टमेश है और अष्टम भाव में स्वगृही हो रहा है। इसीलिए इस समय श्वास संबंधी समस्याओं में आपको थोड़ा सा रिलैक्सेशन देखने को मिलेगा। फिर भी आपको वाहन चलाते समय सावधान रहना है। हड्डी से संबंधित चोट आपको लग सकती है। इसलिए उस से संबंधित कार्यों में विशेष रूप से केयरफुल आपको रहना चाहिए। हालांकि इस समय अगर आप श्वास संबंधी समस्याओं से बहुत लंबे टाइम से जूझ रहे थे। कोई असाध्य रोग से जूझ रहे थे तो आपको बहुत ज्यादा रिलीफ मिलने वाला है। शनि के रिजल्ट आपको स्वास्थ के हिसाब से बहुत अच्छे मिलेंगे एवं शत्रु पक्ष भी चाहकर भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। इस समय आप अपने कर्म के द्वारा अपने शत्रुओं को परास्त करेंगे। वहीं शनि की तीसरी दृष्टि अष्टम भाव पर पड़ रही है। इसलिए इस समय छोटी छोटी चीजों को ऑर्गनाइज करके आपको चलना पड़ेगा। छोटी छोटी चीजों को लापरवाही से कहीं पर भी ना रखें वरना आपकी प्रिय वस्तु खो सकती है। जानवरों से थोड़ा सा आपको सावधान इस समय रहना चाहिए। व्यर्थ में खर्चों को आप ना बढ़ाएं। यानी अपने मन को थोड़ा सा कंट्रोल में रखें। खरीदारी बहुत ज्यादा कर लेना ये भी खरीद लो वो भी घरेलू। इन चीजों से आपको बचना पड़ेगा जितनी जरूरत हो उतना ही सामान कहीं सामान अपने पास रखें और उतना ही खरीदें। व्यर्थ व्यर्थ के खर्च से आपको थोड़ा सा बचना इस समय बेहद आवश्यक रहेगा। वहीँ इस समय आपके पराक्रम को आपको किस दिशा में लगाना है उसे भी आपको निर्धारित करना पड़ेगा। भाई बहनों के साथ में थोड़ी सी ट्यूनिंग बिगड़ सकती है, इसीलिए उनके साथ अपने मदभेदों को और बढ़ाने का प्रयास न करें। शांत रहें और शांति से अपने इन रिश्तों को निभाने का प्रयास करें। रोज आप भगवान शनि देव के सूर्यास्त के बाद बीच मंत्र का जाप शनि माला से करना चाहिए। वहीं शनि यंत्र को अपने पूजा कक्ष में रखें और सोने से पहले उसके दर्शन जरूर करें। इसके अलावा आपको शनिवार के दिन बजरंग बाण का पाठ हनुमान जी के मंदिर में जाकर जरुर करना चाहिए और हनुमान जी को रोट जरूर चढ़ाएं।

 

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कन्या राशि – शनि आपकी राशि में पंचम और सप्तम भाव के स्वामी हैं और पंचम भाव में स्वग्रही हो रहे हैं। सप्तमेश का अपने से बाहर जाकर बैठना फिर वक्री अवस्था में बैठना और भी अच्छा नहीं है तो इस समय आपको अपने शत्रुओं से सावधान रहना है। मातृपक्ष से आपको कोई शुभ समाचार मिल सकता है। थोड़ा सा संभलकर रहें। अपने नाना नानी के स्वास्थ का विशेष रूप से ध्यान रखें। इस समय यात्रा आप के लिए थोड़ा सा सतर्क होकर करने की है। इसीलिए यात्रा में बहुत अधिक सतर्क रहें। आपका सामान चोरी हो सकता है। इसलिए बहुत ज्यादा संभल कर अपने जीवन में आपको आगे बढ़ना चाहिए। शनि चूंकि आपके पंचम भाव में वक्री अवस्था में स्वग्रही हो रहा है, इसलिए विद्यार्थी वर्ग को मेहनत का फल जरूर मिलेगा। परंतु आपको मेहनत में लापरवाही बिल्कुल भी नहीं करनी है। अगर आपने सोचा कि थोड़ी मेहनत में अच्छे परिणाम प्राप्त कर लो या गलत तरीके से अपने रिजल्ट को अपने लिए सकारात्मक कर लूं तो इस समय आपके लिए नेगेटिव साबित हो सकते हैं। इसीलिए विद्यार्थी वर्ग को बहुत ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। नौकरीपेशा लोगों के लिए यह समय अच्छा रहेगा। आपकी मेहनत का फल आपको मिलेगा प्रमोशन इन्क्रिमेंट के योग इस समय बनते हुए दिखाई देंगे। जो छात्र क्लैट की या फिर ज्वैलरी की पढ़ाई कर रहे हैं। उनके लिए टाइम पीरियड बहुत ही अच्छा और सुखद परिणामों से भरा रहेगा। वहीं अगर शनि की तीसरी दृष्टि की बात करें तो वो पढ़ रही है। आपके सप्तम भाव पर तो सप्तम भाव के हिसाब से शनि के रिजल्ट इतने अच्छे नहीं हैं। जीवनसाथी के साथ मतभेद हो सकता है। टकराव की स्थितियां बन सकती है। इसलिए इस समय बहुत ज्यादा संभलकर रहें। अपनी संतान से भी आपको एक तालमेल बनाकर मित्रवत व्यवहार करते हुए आगे बढ़ना पड़ेगा। वरना आप दोनों के बीच में ट्यूनिंग बिगड़ सकती है और संतान विद्रोही प्रवृति की हो सकती है। गलत मार्ग पर प्रेरित न हो, इसीलिए आप को बहुत शांति से उसे हैंडल करना पड़ेगा। लाभ की स्थितियों में बहुत ज्यादा फ्लक्चुएशन आ सकता है। इसीलिए गलत निर्णय लेने से बचें। सोच समझकर डिसीजन सर्कल बनाते समय भी आपको सावधानी रखनी चाहिए। आपके डेली रूटीन के लाभ भी थोड़ा सा फ्लक्चुएशन इस समय देखने को मिलेगा। मेहनत आपको इस समय अधिक करनी पड़ सकती है। कुटुम्ब में रिश्तेदारों से मेल जोल बनाकर रखें। उनसे तालमेल जितना अच्छा रहेगा उतना ही आपका सामाजिक मान सम्मान और कीर्ति बढ़ती हुई दिखाई देगी। आपको क्या करना चाहिए आपको सरसों का तेल का दीपक रोजाना संध्याकाल के समय अपने पीने के पानी के पास में जरुर जलाना चाहिए। ये बहुत अच्छा उपाय है। ये आपको रोज़ाना संध्या काल यानी गोधूलि बेला में जब हम आरती करते हैं उस समय एक सरसों के तेल का दीपक आपको अपने पीने के पानी के मटके के पास में जरूर जलाना है।

 

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तूला राशि – आपकी राशि के लिए शनि, चतुर्थ और पंचम भाव के स्वामी और चतुर्थ भाव में स्वग्रही हो रहे हैं। इस समय आप विद्यार्थी वर्ग को जितनी मेहनत करेंगे उतना रिजल्ट नहीं मिलेगा। थोड़ी सी निराशा उत्पन्न हो सकती है। वहीं आप आध्यात्मिक भावों से भरे रहेंगे। मन में एक अजीब सी विरक्ति रहेगी। संसार के प्रति सांसारिक कार्यों के प्रति आपका मन प्रभु भक्ति में अधिक रहेगा। इस समय आपको अपने कर्मपथ पर आगे बढ़ना है। अपने कर्तव्य का पालन पहले करना है। सबसे पहले आपका कर्तव्य है। उसके बाद में सभी कार्य हैं। इस बात को ध्यान रखें और जो लोग कर्तव्य से विमुख होते हैं, उनका ईश्वर भी साथ नहीं देता। इसीलिए आपको कर्तव्य परायण पहले बनना पड़ेगा। अपने परिवार के प्रति अपने जीवन के प्रति आपकी कुछ जिम्मेदारियां हैं तो उन जिम्मेदारियों को आपको बखूबी इस समय निभाना है जितने अच्छे से आप अपने कर्तव्य के प्रति सचेत रहेंगे उतना ही अच्छा फल आपको शनिदेव देंगे। वहीं शनि चतुर्थ भाव में स्वगृही होकर बैठे। हालांकि वक्री अवस्था में है। इसलिए इस समय आपको सोच समझकर भूमि प्लॉट में मकान में इन्वेस्टमेंट करना है तो भूमि संबंधी विवादों से थोड़ा सा दूर रहें और कंट्रोवर्शियल अगर कोई लैंड है तो उसकी खरीददारी से आपको इस समय बचना चाहिए। वो खरीदारी आप बिल्कुल भी न करें में कहीं पर भी आप जा रहे हैं। यात्रा कर रहे हैं तो दूरगामी यात्रा में खुद ड्राइव करके न जाएं। सेफ साइड होकर आपको यात्रा करनी चाहिए। ट्रैवलिंग में थोड़ा सा ध्यान रखें। अपने सामान का कोई सामान चोरी हो सकता है। मई इस समय आर्थिक पक्ष आपका मजबूत रहेगा। फाइनैंशली आप स्ट्रॉन्ग नजर आएंगे। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में थोडा सा ध्यान रखें क्योंकि शनि की तीसरी दृष्टि आपके सप्तम भाव पर पड़ रही है। वहीं सप्तम दृष्टि आपके कर्मभाव पर पड़ रही है जो कि आपको आपके पिता से मतभेद दिला सकती है। कर्म पथ में कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती। अधिकारियों से आपको बार बार डांट और नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। इसलिए अपनी मेहनत में किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें और गलत डिसीजन लेने से आपको इस समय बचना चाहिए। वहीँ आपका इस समय कोई अफेयर हो सकता है। विपरीत लिंग के प्रति आपका आकर्षण अच्छा है पर यदि आप ऑलरेडी जीवन साथी के साथ अपने दांपत्य जीवन का आनंद उठा रहे हैं तो ऐसी चीजों से थोडा सा दूर रहें। ये आपके लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं | और आपके परिवार को थोडा सा डिस्टर्ब कर सकती है। परिवार सुख से आपको वंचित कर सकती है, इसीलिए थोडा सा संभल कर हैं। आपको क्या करना चाहिए? आपको पीपल के वृक्ष के नीचे रोजाना संध्या काल के समय तिल का तेल का दीपक जरूर जलाना चाहिए और पीपल को जल रोजाना अर्पित जरूर करें। ये उपाय करने से आपको शनि के दोष से मुक्ति प्राप्त होगी और शनि के पॉजिटिव रिजल्ट देखने को मिलेंगे। Shani Rashi Parivartan 12 July 2022 in Hindi

 

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वृश्चिक राशि – आपकी राशि के लिए शनि तृतीय और चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और तृतीय भाव में स्वग्रही होकर विराजमान हुए हैं। शनि का पराक्रम भाव में स्वग्रही होना भाई बहनों के साथ बहुत अच्छी ट्यूनिंग को बनाएगा। पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद है या कोई आपसी वैचारिक मतभेद है। पारिवारिक कलह का वातावरण है, उससे आपको मुक्ति मिल जाएगी। राजनीति में अटके काम आपकी द्रुतगति से संपन्न होंगे। आपकी योजनाएं चल निकलेगी। वर्क प्लेस पर आपको अपने अधिकारियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा, परन्तु इस समय आपको अपने समाज में एक अपनी पॉजिटिव इमेज बनाकर चलना पड़ेगी। क्रोध आवेश अग्रेशन आपके लिए नेगेटिव इमेज को क्रियेट कर सकता है और उस वजह से सामाजिक मान सम्मान घट सकता है। यानी मानहानि की संभावना बनी हुई है। इसीलिए आपको थोड़ा सा सतर्क होकर इस मामले में चलना पड़ेगा। अब शनि की तीसरी दृष्टि आपके पंचम भाव पर शनि की सप्तम दृष्टि भाग्यस्थान पर और शनि की दशम दृष्टि आपके खर्च भाव पर पड़ रही है। खर्चों पर थोडा सा नियंत्रण करके आपको अपने जीवन में आगे बढ़ना है। थोडा सा बैलेंस होकर चलेगें तो आपके खर्चे नियंत्रित हो जाएंगे। वहीँ इस समय आपको कोई भी गलत मार्ग पर चलते हुए पैसे कमाने का प्रयास नहीं करना है। भाग्य आपका साथ थोडा सा कम ही देगा। इसीलिए आपको भाग्य के भरोसे नहीं कर्म के भरोसे अपने जीवन में आगे बढ़ना है। आध्यात्मिक भावों से भरे हैं। धन कर्म के कार्यों से जुड़े मानव सेवा और जन कल्याण के कार्यों को प्राथमिकता देंगे तो शनि देव आप पर सदैव प्रसन्नचित रहेंगे। मई विद्यार्थी वर्ग के लिए समय इतना अच्छा नहीं है। थोडा सा पढ़ाई में और करियर में कुछ दिक्कतें आ सकती है। इसलिए अपने कैरियर में थोड़ा सावधान होकर चलें। मेहनत में किसी भी प्रकार की लापरवाही ना करें तो इस राशि के जातकों को मंगलवार के दिन हनुमान जी को पान का बीड़ा चढ़ाना और हनुमान जी से प्रार्थना करनी है कि वो शनि की दृष्टि से उन आप को बचाए और शनि का सकारात्मक परिणाम आपको दे। साथ ही भगवान श्रीराम का रामचरित मानस का पाठ आप रोजाना जरूर करें।

 

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धनु राशि – आपकी राशि के लिए शनि द्वितीय और तृतीय भाव के स्वामी है। द्वितीय भाव में स्वग्रही हो रहे है। इस समय कुटुम्ब में आपका मान सम्मान बढ़ेगा। वाणी से संबंधित कोई भी कार्य करें तो उसमें आपको निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होगी। वहीँ इस समय आपको पैतृक संपत्ति संबंधी विवादों से मुक्ति मिल जाएगी और उनका फैसला आपके पक्ष में जाएगा। कोर्ट कचहरी में कोई मामले आपके लंबित चल रहे हैं तो वो फैसला भी आपके पक्ष में जाएगा। परंतु इस समय भाई बहनों से ट्यूनिंग बिगड़ सकती है। उनसे आपको नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। परिवार में कोई कार्य आपका मांगलिक कार्य अटक सकता है। वहीँ इस समय आपको राजनीति से संबंधित कार्यों में दिक्कतें आ सकती है। कोई काम कोई योजना आपके राजनीति में अटकी हुई है तो वो योजनाएं आपकी रुक सकती है। फंस सकती है | शनि की तीसरी दृष्टि की तो शनि की तीसरी दृष्टि आपके सुख स्थान पर पड़ रही है जो कि सुखों को फ्लक्चुएट कर सकती है। फाइनैंशली थोडा सा केयरफुल होकर चलें और प्रॉपर्टी से संबंधित कार्यों में बहुत ज्यादा सतर्क रहें। वहीं शनि की सप्तम दृष्टि आपके श्रम भाव पर पड़ रही है जो कि रूटीन के कार्यों को डिस्टर्ब कर सकती है। छोटे छोटे कार्यों में व्यवधान डाल सकती है और इस समय आपको बहुत ज्यादा अपने जीवन में भी केयरफुल होकर चलना पड़ेगा। किसी पर जरूरत से ज्यादा भरोसा करने से आपको। समय बचना चाहिए। महिलाओं की स्थिति थोड़ी सी फ्लक्चुएशन से भरी रहेगी। इसीलिए आपको निवेश करते समय सावधानी रखनी है। आपको निवेश करना है और कहां आपको निवेश करने से बचना चाहिए। धनु राशि वालों को क्या करना चाहिए। हर शनिवार के दिन आप जरूरतमंद लोगों को भोजन जरुर खिलाएं। उनका पेट जरूर भरें। कोई भूखा है तो उसे भूखा न जाने दें। अगर आपके घर के बाहर कोई भिखारी आता है या कोई मांगने के लिए आता है तो उसे कभी भी निराश न करें।

 

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मकर राशि – शनि आपकी खुद की राशि और द्वितीय भाव के स्वामी है और आपकी राशि में वक्री होकर विराजमान हुए हैं | शनि इस समय आपकी राशि में वक्री होकर बैठना आपके लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होगा। आपके सामाजिक मान सम्मान में बढ़ोतरी होगी। वहीं पारिवारिक दृष्टि से आप एक पावरफुल पोजिशन में आ जाएंगे। आपके वर्कप्लेस पर भी आपके कार्यों को सराहा जाएगा। नौकरी पेशा लोगों के लिए ये समय बहुत ही अच्छा इन्क्रीमेंट और प्रमोशन का रहेगा। परंतु कुटुम्ब में मान सम्मान आपका घट सकता है। किसी रिश्तेदार के साथ अनबन होने की वजह से वाद विवाद की स्थितियां जगजाहिर हो जाएगी। समाज में थोड़ा सा आपको केयरफुल होकर चलना पड़ेगा। ऐसा कोई भी कार्य न करें जिससे आपके समाज में आपका मान सम्मान घटे। इस समय अपने पैतृक संपत्ति संबंधी विवादों को थोड़ा सा साइड में रखें और अपने रिश्तों को महत्व देने का प्रयास करें। वहीँ शनि की तीसरी दृष्टि आपके पराक्रम भाव पर पड़ रही है जो कि आपके भाई बहन के साथ ट्यूनिंग को बिगाड़ सकती है। इस समय आपके कोई भी रिस्की काम में हाथ डालना ठीक नहीं है। थोड़ा सा सोच समझकर व्यवस्थित ढंग से अपने कार्यों को पूर्ण करने का प्रयास करें और अपने अधिकारियों को विश्वास में लेकर आप अपने जीवन में आगे बढ़ें। वहीँ सप्तम दृष्टि आपके सप्तम भाव पर पड़ रही है। व्यापारी वर्ग के लिए यह समय भावुकता में डिसिजन लेने का नहीं है। जल्दबाजी में कोई भी निर्णय लेने से बचें। कोई भी कन्फ्यूजन की स्थिति है तो आप किसी अनुभवी मित्र से या अनुभवी व्यक्ति से सलाह ले सकते हैं। परन्तु खुद अपने ऊपर आकर डिसीजन लेने से थोडा सा आपको इस समय बचना चाहिए। शनि की दशम दृष्टि आपके कर्म भाव पर पड़ रही है। इसीलिए ये समय आपको कर्मप्रधान बनना चाहिए। किसी के भरोसे न बैठें। योजनाओं में सोच समझकर आगे बढ़ें। अपने स्टाफ का ध्यान रखें और इस समय थोड़ा सा पिता के साथ में आवारगी न करें। उनकी बातों को सुनें और उनकी बातों को महत्व देने का प्रयास करें। अब आपको क्या करना चाहिए? शनिवार के दिन आपको मजदूर वर्ग और जो सफाई करनी है उनको कुछ न कुछ दान आप जरुर करें। यदि कोई व्यक्ति धूप में झुलस रहा है तो आपको उसे काले छाते का दान भी करना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति नंगे पांव है तो शनिवार के दिन उसके पैरों में आप चप्पल जरूर पहनाएं तो ये काम आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा। शनि आपके लिए सदैव आप पर प्रसन्नचित्त बने रहेंगे।

 

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कुंभ राशि – आपके लिए शनि 12वें भाव और आपकी खुद की राशि के स्वामी और 12वें भाव में स्वग्रही हो है। अब तक जो युवक युवतियां बाहर जाकर नौकरी करना चाहते थे और उनका वीजा नहीं लग रहा था या कुछ न कुछ एब्रॉड जाने में प्रॉब्लम आ रही थी। उनकी वो प्रॉब्लम अब खत्म हो जाएगी। शनि उसमें है जो इम्पोर्ट एक्सपोर्ट और हेंडीक्राफ्ट से रिलेटेड व्यापार करते हैं। उन व्यापारियों के लिए भी ये समय बहुत ही अच्छा रहेगा। इस समय आपका व्यापार अच्छी गति और तेजी पकड़ता हुआ दिखाई देगा। वहीं शनि आपके लग्नेश अपने से बार में जाकर बैठे वक्री अवस्था में बैठा है। इसीलिए अपने क्रोध और आवेश पर नियंत्रण रखें। किसी का भला करने जा रहे हैं तो जरुरी नहीं है कि हम कटू वचन बोल कर उसका भला करें। वो व्यक्ति नहीं समझेगा। आपकी बातों को और उल्टा आपकी बातों को डिनॉय करके यानि आपकी बातों को नकार कर अपने जीवन में आगे बढ़ेगा। यदि आप सच में भला करना चाहते हैं तो मित्रवत व्यवहार से मीठा बोल कर आप उसे अपने जीवन के प्रति आने आनेवाले घटनाओं के प्रति और समस्याओं के प्रति सतर्क कर सकते हैं तो उससे आपकी बात समझ में भी आएगी और वो अपने जीवन में विपदा में आने से कष्टों में आने से बच जाएगा तो थोड़ा सा अपने स्ट्रेट पार्टनर्स को आपको कम करना पड़ेगा। ये आपके पारिवारिक रिश्तों में भी नकारात्मक साबित हो सकती है। अब शनि की तीसरी दृष्टि आपके धनभाव पर पड़ रही है जो कि कुटुम्ब से आपके रिश्तों को बिगाड़ सकती है। इस समय आपके पैतृक संपत्ति संबंधी विवादों को बढ़ा सकती है। थोड़ा सा इस मामले में आपको सतर्क रहना है। डेली रूटीन का लाभ भी थोड़ा सा प्रभावित होगा। इसीलिए आपको अधिक मेहनत की आवश्यकता रहेगी। स्वास्थ संबंधी समस्याओं में थोड़ा सा सावधान रहें। माइग्रेन की प्रॉब्लम होना मेंटली डिप्रेशन फ्रस्ट्रेशन से अगर आपको। तो ऐसे रोगियों को विशेष रूप से सावधान रहना है। अपना स्ट्रेंथ बनाए रखें। आत्मविश्वास डगमगाने न दें। यह आपके लिए ठीक रहेगा। भाग्य के भरोसे अब कोई समय नहीं है क्योंकि भाग्य आपका साथ नहीं देगा। आपको कर्मप्रधान बनना ही पड़ेगा। हायर एजुकेशन से जुड़े हुए छात्रों को बहुत अधिक परिश्रम की आवश्यकता रहेगी। परंतु आपको अपने परिश्रम का फल जरूर प्राप्त होगा। आपको रोजाना 108 बार एक माला संध्या काल के समय शनि के बीज मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए | और साथ ही शनि मंदिर में शनि भगवान को तेल, सरसों का तेल में काले तिल डालकर जरुर अर्पित करें। Shani Rashi Parivartan 12 July 2022 in Hindi

 

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मीन राशि – आपकी राशि के लिए शनि ग्यारवें और 12वें भाव के स्वामी हैं और 11वें भाव में स्वग्रही हो रहे वक्री अवस्था में बैठे हैं। इस समय आपकी स्थिति आपके लिए थोड़े दिन के लिए थोड़ी सी फ्लक्चुएट होगी परंतु फिर आप यथावत लाभ की स्थितियों में आ जाएंगे। सर्कल लेवल बढ़ेगा। इस समय कुछ अच्छे लोग आपके सर्कल में जुड़ेंगे। आपकी लग्जरी में सुख सुविधा और संसाधनों में वृद्धि होगी। सामाजिक मान सम्मान में बढ़ोतरी होगी परंतु इस समय अगर आपको कोई ऐसा कार्य करना है जो कि मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ में मिलकर करना है या फिर शोध से आपको पैसा आता है तो इस समय पैसे की आवक रुक सकती है। कुछ परेशानी आपको इस मामले में झेलनी पड़ सकती है। धन संबंधी समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है। कर्ज की स्थिति आपके जीवन में बढ़ सकती है और फाइनेंशियली स्थिति थोड़ी सी डांवाडोल हो सकती है तो थोड़ा सा उस मामले में आप केयरफुल हैं। साथ ही अपने व्यक्तित्व को ऐसा बनाएं कि आपको भ्रम की स्थितियां कभी भी जीवन में न झेलनी पड़े। आप एक सशक्त पर्सनैलिटी हैं, इसलिए अपने जीवन में भ्रमित न हों। मैनेजमेंट से संबंधित जो लोग काम करें उनके लिए यह समय बहुत केयरफुल रहने का है। साथ ही अगर शिक्षण व्यवसाय से अगर आप जुड़े हैं तो निश्चित रूप से थोड़ा सा सावधान रहें। अपने कार्यों में सतर्क होकर आपको आगे बढ़ना चाहिए। वहीं छात्रों के लिए यह समय अधिक परिश्रम का है। भावुक होकर भावुकतावश आप अपने मित्र की सहायता तो कर रहे हैं, परंतु अपनी सहायता नहीं कर पा रहे हैं। आप अपने मित्र को पढ़ाने के चक्कर में बोर हुए जा रहे हैं और इस वजह से आपकी परीक्षा प्रभावित हो सकती है। इसीलिए अपनी पढ़ाई पर भी उतना ही ध्यान दें, जितना आप अपने मित्र की पढ़ाई पर दे रहे हैं तो थोड़ा सा डिस्ट्रैक्शन को हटाया और केवल आपका कंसंट्रेशन आपके लक्ष्य पर होना चाहिए। मैनेज करें। आप स्वार्थी होते हैं परंतु कभी कभी अपने बारे में सोचना भी बेहद आवश्यक आपके जीवन में रहता है। इस समय यात्रा करते समय थोड़ी सी सावधानी रखें। ऐक्सिडेंट होने की संभावना है। हड्डी से संबंधित जो लोग रोग रोगी है या रोग से जूझ रहे हैं, उनको थोड़ा सा सावधान और केयरफुल रहना चाहिए। इस समय ससुराल पक्ष से थोड़ा सा सावधान रहें क्योंकि उनसे मतभेद होने की संभावना बनी हुई है। आपको सदैव एक चांदी का चौकोर टुकड़ा अपने पास रखना चाहिए या फिर चांदी का सिक्का अपने पर्स में रखें और अपने साथ कोई भी काम करने जाएं तो लेकर जाएं। साथ ही आपको काली चीजों का दान जरूर करना चाहिए। सरसों या तिल का तेल, काले तिल, काली उड़द, काला कपड़ा, इनका दान आप शनिवार के दिन कर सकते हैं। शनिवार के दिन हनुमान मंदिर जाएं और हनुमान मंदिर में हनुमान जी को लड्डुओं का चूरमे के लड्डुओं का भोग जरूर लगाएं तो ये उपाय मीन राशि वालों को जरूर करने चाहिए। Shani Rashi Parivartan 12 July 2022 in Hindi

 

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