[vc_row][vc_column][vc_column_text]
Santan Prapti Pooja | संतान प्राप्ति के लिए ये पूजा करे
दंपत्ति बहुत सारे प्रयास करते हैं और उन सभी प्रयासों के बावजूद भी उन्हें एक स्वस्थ संतान की या संतान सुख की प्राप्ति नहीं हो पाती है उसका कारण कई ग्रह नक्षत्र हो सकते हैं। कुण्डली के अन्दर पंचम भाव से संतान प्राप्ति को देखा जाता है । पंचम भाव संतान का कारक भाव माना जाता है तो पंचम भाव का स्वामी कौन है उस पर भी एक दृष्टि डालनी चाहिए। यदि पंचमेश नीच का हो या फिर छठे, आठवें या 12वें भाव में जाकर विराजमान हो जाए या फिर उस पर क्रूर ग्रहों की दृष्टि पड़ रही हो तब संतान प्राप्ति में बाधा उत्पन्न हो सकती है। अब कुछ ग्रह और हैं जो कि क्रूर ग्रहों के रूप में जाने जाते हैं वे भी यदि पंचम भाव में बैठ जाए तो संतान प्राप्ति में बाधा उत्पन्न होती है। यह ग्रह है –
राहु ग्रह – राहु यदि पंचम भाव में बैठे तो इसे सर्प का शाप माना जाता है। राहु पंचम भाव में बैठकर संतान प्राप्ति में बाधा उत्पन्न करता है। अगर राहु उच्च का हो बहुत अच्छा हो तो पुत्र संतान की प्राप्ति निश्चित रूप से होती है परन्तु यदि राहु नीच का हो पंचम भाव में बैठा है और तो सर्प के शाप के कारण वो दंपत्ति हमेशा संतान सुख से वंचित रहते हैं या संतान प्राप्ति का ग्रह उस प्रभाव के कारण क्षीण हो जाता है तो संतान प्राप्ति में बाधा उत्पन्न होती है। Santan Prapti Pooja
केतु ग्रह – केतु ग्रह यदि पंचम भाव में बैठा हो तो संतान प्राप्ति की अभिलाषा करते प्रयास करते हैं और स्त्रियां गर्भवती तो होती है परन्तु बार बार गर्भपात की समस्या उत्पन्न हो जाती है। मिसकैरेज होने के चांसेस बहुत ज्यादा रहते हैं और हर बार एक उम्मीद बनती है और फिर वो में टूट जाती है।
सूर्य ग्रह – सूर्य ग्रह अगर पंचम भाव में हो तो वो व्यक्ति संतानहीन और दरिद्र माना जाता है। पंचम भाव में अगर सूर्य अपने क्रूर प्रभावों को लेकर उपस्थित रहता है तो वो पंचम भाव को प्रभावित करता और उस जैसे भी संतान में बाधा उत्पन्न होना तय है। Santan Prapti Pooja
मंगल ग्रह – मंगल ग्रह यदि पंचम भाव में विराजमान होता है तो वो सर्जरी बार बार करवाता है मिसकैरेज के कारण भी कई तकलीफें करवाता है और महिला एनिमिक हो जाती है उसमें रक्त की कमी होना या रक्त विकार के कारण संतान प्राप्ति में बाधा होना समस्याएं उत्पन्न होती है।
शनि ग्रह – शनि ग्रह यदि पंचम भाव में विराजमान हो जाए तो वो उस पंचम भाव को खराब कर देता है। संतान प्राप्ति में कई प्रकार से समस्याएँ उत्पन्न होती है।
ये क्रूर ग्रहों के प्रभाव भी संतान प्राप्ति में बाधक हो सकते हैं तो आपकी कुंडली में ऐसे ही कोई क्रूर ग्रह पंचम भाव में यदि बैठा है या फिर पंचमेश जोकि दुष्प्रभाव आपकी कुण्डली में डाल रहे हैं तो आप के लिए संतान प्राप्ति पूजा एक विकल्प हो सकता है।
संतान प्राप्ति के कई उपाय करते हैं परन्तु पूजा एक ऐसा माध्यम है जिससे सबसे तेजी से रिजल्ट प्राप्त होते हैं। सबसे अधिक रिजल्ट पूजा से मिलते है। यदि संतान प्राप्ति की अभिलाषा करते तो हमारे प्रखंड पंडितों के माध्यम से विधि विधान से पूजा की जाती। सबसे पहले गणपति जी का आह्वान करते हैं और फिर उसके बाद में पंचमेश जो भी ग्रह है उस पंचम भाव के स्वामी को देखते हुए अगर वो पीड़ित है तो उसका निवारण किया जाता है या फिर पंचम भाव में यदि राहु, केतू, मंगल, सूर्य या शनि इन क्रूर ग्रहों में से कोई ग्रह बैठा है तो साथ में उसका भी निवारण कराया जाता है और भगवान विष्णु की पूजा आराधना विधि विधान से की जाती है। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करते हुए विधि विधान से संतान गोपाल पूजा की जाती है और इससे संतान प्राप्ति में आ रही बाधाएं दूर हो जाती है और एक स्वस्थ संतान की प्राप्ति उस दंपत्ति को हो जाती है। तो इस तरह से पूजा करने से आपको संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है।[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_column_text text_larger=”no”]
कही हार्मोनल इम्बैलेंस तो कारण नहीं संतान ना होने का – Click Here
[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_video link=”https://youtu.be/Q10-Mrid1Xc” el_width=”70″ align=”center” image_poster_switch=”no”][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_column_text text_larger=”no”]Note: Daily, Weekly, Monthly, and Annual Horoscope is being provided by Pandit N.M.Shrimali Ji, almost free. To know daily, weekly, monthly and annual horoscopes and end your problems related to your life click on (Kundali Vishleshan) or contact Pandit NM Srimali Whatsapp No. 9929391753, E-Mail- [email protected]
Connect with us at Social Network:-
[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row]