Astro Gyaan|Astrology Tips|Featured, Astro Gyaan, Astro Gyaan|Astrology Tips|Featured|Jeevan Mantra, Astro Gyaan|Astrology Tips|Featured|Jeevan Mantra|jems and stone|Numerology|Palm Reading

जानिए हाथ की किस अंगुली में कौनसे ग्रह का वास है तथा अंगुलियों के माध्यम से जाने व्यक्ति का स्वाभाव -planets in fingers

planets in fingers

जानिए हाथ की किस अंगुली में कौनसे ग्रह का वास है तथा अंगुलियों के माध्यम से जाने व्यक्ति का स्वाभाव – planets in fingers

planets in fingers – गुरु माँ निधि जी श्रीमाली ने बताया है की अंगुलियों के नीचे स्थित ग्रहों के बल एवं हथेली में स्थित रेखाओं को देखकर हस्तविज्ञ व्यक्ति का भविष्य बताते हैं। अंगुलियों के उद्गम स्थान पर ग्रहों का निवास होता है और उस स्थान को वलय कहा जाता है। कौन सी अंगुली में कौन सा ग्रह का निवास है एवं ग्रह के स्वभाव एवं प्रकृति के अनुसार किस अंगुली का क्या कार्य है जानें – planets in fingers

तर्जनी : अंगूठे के पास वाली अंगुली को तर्जनी अंगुली कहते हैं और इस अंगुली के उद्गम पर बृहस्पति ग्रह का निवास होने से इसे बृहस्पति की अंगुली कहा जाता है। गुरु ग्रह का संबंध ज्ञान एवं प्रशासन से है। planets in fingers

उदाहरण:

जब आप किसी बच्चे को चुप कराना चाहते हैं, तो आप बिना बोले तर्जनी अंगुली को सीधी खड़ी कर अपने मुंह के पास ले जाते हैं और देखते ही बच्चा चुप हो जाता है।

दूर खड़े व्यक्ति को पास बुलाने के लिए आप इस अंगुली को सीधा कर अपनी तरफ हिलाते हैं और दूर खड़ा व्यक्ति आपके पास आ जाता है।

हथेली को जमीन की तरफ करके तर्जनी अंगुली को ऊपर-नीचे करने पर देखने वाला व्यक्ति बैठ जाता है और हथेली को ऊपर की ओर अंगुली को हिलाने पर बैठा व्यक्ति खड़ा हो जाता है।

अतः तर्जनी अंगुली से जो कार्य हुए हैं, वह बृहस्पति ग्रह की प्रकृति के अनुसार हुए हैं, क्योंकि बृहस्पति ग्रह प्रशासनिक कार्यों का कारक है।

स्वभाव :- तर्जनी उंगली लंबी होने पर व्यक्ति बुद्धिमान और ज्ञानी होता है। ऐसे लोगों में लीडर बनने की क्षमता होती है। अगर तर्जनी उंगली मध्यमा उंगली के बराबर है है तो व्यक्ति लोगों को अपना दबदबा बनाकर रखने वाला होता है। मध्यमा उंगली अगर अनामिका उंगली के बराबर हो तो व्यक्ति कई भाषाओं का जानकार और धनवान होता है। planets in fingers

मध्यमा: हाथ में मध्यमा अंगुली सभी अंगुलियों से थोड़ी बड़ी होती है। इसके उद्गम स्थान पर शनि ग्रह कानिवास होता है। शनि पापी एवं क्रोधी ग्रह है। इस अंगुली को सीधा कर हिलाने से व्यक्ति चिढ़ जाता है और नाराज हो जाता है। यह ग्रह के स्वभाव एवं प्रकृति का फल है।

स्वाभाव :- मध्यमा यानी शनि की उंगली बड़ी होना दर्शाता है कि व्यक्ति कभी मेहनत करने से पीछे नहीं हटता। ऐसे व्यक्ति जो भी काम करते हैं उसे पूरे दिल से करते हैं, इनकी मेहनत ही इन्हें सफल बनाती है। मध्यमा उंगली छोटी होने पर व्यक्ति निराशावादी और कुंठित स्वभाव का होता है। शनि उंगली टेढी होना दर्शाता है कि व्यक्ति बहुत धूर्त हो सकता है। ऐसी उंगली वाले से सतर्क रहना चाहिए।

 अनामिका : इस अंगुली के उद्गम स्थान पर सूर्य ग्रह का निवास होता है। हमारे यहां सभी शुभ कार्य सूर्य की साक्षी में सम्पन्न कराए जाते हैं। किसी व्यक्ति को शुभ कार्य के लिए जब आप टीका लगाते है तो यही अंगुली कार्य करती है। योग क्रिया करने वाले साधक भी नासिका या कान को पकड़ते हैं, तो अनामिका और अंगूठे का प्रयोग करते हैं। planets in fingers

स्वाभाव :- अनामिका यानी सूर्य उंगली लंबी है तो वह व्यक्ति कला, संगीत, कविता या फिर लेखन कार्य में सफल होता है। ऐसे लोग अपने जीवन में खूब धन और मान-सम्मान पाते हैं। अगर अनामिका उंगली मध्यमा उंगली के बराबर है तो यह शुभ संकेत नहीं है। ऐसा व्यक्ति जुए, शराब जैसे गलत कार्यों में संलग्न रह सकता है। वहीं अनामिका छोटी होने पर व्यक्ति को अपने मान-सम्मान के लिए जीवन भर संघर्ष करना पड़ता है planets in fingers

कनिष्ठिका : इस अंगुली के उद्गम स्थान पर बुध ग्रह का निवास है। जब बच्चे आपस में दोस्ती करते हैं, तो दोनों हाथ की इन्हीं अंगुलियों को पकड़कर करते हैं। गणगौर तीज की पूजा दो-दो औरतें मिलकर करती है और पूजन में दोनों औरतें अपने हाथ की कनिष्ठिका अंगुली को आपस में मिलाकर पूजन करती हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है कि बुध ग्रह मेल- मिलाप, दोस्ती का कारक ग्रह और अपनी प्रकृति के अनुसार व्यक्ति से कार्य करवाता है।

स्वाभाव :- सबसे छोटी उंगली कनिष्ठा को बुध की उंगली कहते हैं। यह उंगली अगर अनामिका के नाखून वाले ऊपरी पोर तक पहुंचे तो व्यक्ति बुद्धि बल से जीवन में काफी प्रगति करता है। वह विज्ञान जैसे विषयों में रुचि रखता है। अगर बुध और सूर्य उंगली बराबर हैं तो व्यक्ति वैज्ञानिक या फिर बड़ा कारोबारी हो सकता है। अगर कनिष्ठा काफी छोटी है तो व्यक्ति धन का लालची हो सकता है, ऐसे लोग गलत तरीके से भी धन कमाने के लिए तैयार रहते हैं। planets in fingers

अंगूठा : इसके उद्गम स्थान पर शुक्र ग्रह का निवास होता है। जब कोई किसी व्यक्ति को अंगूठा बताता है या हिलाता है तो आदमी अप्रसन्न हो जाता है और चिढ़ने लगता है। शुक्र ऐशो-आराम, काम-वासना का द्योतक है। और आदमी के अंगूठे के दिखाने, हिलाने से अप्रसन्न हो जाता है।

स्वाभाव :- सबसे छोटी उंगली कनिष्ठा को बुध की उंगली कहते हैं। यह उंगली अगर अनामिका के नाखून वाले ऊपरी पोर तक पहुंचे तो व्यक्ति बुद्धि बल से जीवन में काफी प्रगति करता है। वह विज्ञान जैसे विषयों में रुचि रखता है। अगर बुध और सूर्य उंगली बराबर हैं तो व्यक्ति वैज्ञानिक या फिर बड़ा कारोबारी हो सकता है। अगर कनिष्ठा काफी छोटी है तो व्यक्ति धन का लालची हो सकता है, ऐसे लोग गलत तरीके से भी धन कमाने के लिए तैयार रहते हैं।

गुरु माँ निधि जी श्रीमाली के अनुसार चंद्रमा और मंगल हाथ की हथेली में स्थित होते हैं। चंद्रमा का स्थान हथेली में स्थित होते है चन्द्रमा  हथेली के अंतिम कोने में और मंगल का स्थान शुक्र के नीचे होता है। जब हम किसी से राजीनामा करते या मिलते है तो आपस में हाथ मिलाते हैं। इसके अलावा कभी किसी से झगड़ा होने पर हम थप्पड़ भी लगा देते हैं। चंद्रमा मन का कारक ग्रह और मस्तिष्क से इसका संबंध है। मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति कहा गया है। इसका स्वभाव क्रोधी है। यह पाप ग्रह है और लड़ाई का कारक है। जन्म पत्रिका में जिस प्रकार ग्रहों के अनुसार व्यक्ति का उत्थान-पतन एवं विवाह होता, उसी प्रकार हमारे हाथ में स्थित ग्रहों के अनुसार मनुष्य कार्य, आचरण, व्यवहार करता है। planets in fingers

हथेली की रेखाओं के अलावा उंगलियों की बनावट से भी भविष्य जाना जा सकता है। आइए जानते हैं उंगलियों की बनावट के क्या मायने होते हैं। planets in fingers

  1. अपनी हथेली को फैला कर देखने पर यह देखें कि उंगलियों किस अवस्था में हैं। यदि सभी अंगुलियां अलग-अलग हैं तो इसका अर्थ है कि हर पर्वत संतुलित अवस्था में है। इसका अर्थ है, ग्रहों की स्थिति कुल मिलाकर अनुकूल है जो आपके लिए शुभ फलदायक है। 
  2. यदि सभी उंगलियां एक दूसरे की ओर झुकी हैं तब ऐसा व्यक्ति लचीले स्वभाव का होता है। यदि सभी उंगलियों का झुकाव मध्यमा की ओर है तो उनमें शनि पर्वत के गुण तथा विशेषताएं बढ़ जाती है।
  3. अनामिका उंगली सीधी और लंबी होने पर व्यक्ति धन कमाने के मामले में काफी भाग्यशाली रहता है।
  4. जिस व्यक्ति की तर्जनी अंगुली का झुकाव अंगूठे की ओर होता है उनमें अहंकार का भाव कम होता है। मध्यमा की ओर इस उंगली का झुकाव होने पर व्यक्ति खुले मिजाज का होता है। 
  5. मध्यमा उंगली का झुकाव तर्जनी की ओर होने पर व्यक्ति गंभीर स्वभाव का होता है। ऐसा व्यक्ति कोई भी काम बहुत ही सोच विचार कर करते हैं। ऐसे व्यक्ति में अहंकार की भावना कम रहती है।
  6. जिस व्यक्ति की छोटी उंगली का झुकाव अनामिका उंगली की ओर होता है वह स्वार्थी स्वभाव का होता है। वहीं छोटी उंगली का झुकाव हथेली के बाहर की ओर होतो यह लापरवाह स्वभाव की ओर इशारा करता है। planets in fingers

Connect our all social media platforms:- Click Here

Related Posts