अंगारक योग के उपाय
Know Remedies For Angarak yog
पंडित एन एम श्रीमाली जी के अनुसार मंगल और राहु की युति के कारण अंगारक योग होता है। अंगारक योग प्रचलित परिभाषा के अनुसार यदि किसी कुंडली में मंगल का राहु अथवा केतु में से किसी के साथ स्थान अथवा दृष्टि से संबंध स्थापित हो जाए तो ऐसी कुंडली में अंगारक योग का निर्माण हो जाता है वास्तविकता में किसी जातक को अंगारक योग के साथ जोड़े जाने वाले अशुभ फल तभी प्राप्त होते हैं जब कुंडली में अंगारक योग बनाने वाले मंगल, तथा राहु अथवा केतु दोनों ही अशुभ हों तथा कुंडली में मंगल तथा राहु केतु में से किसी के शुभ होने की स्थिति में जातक को अधिक अशुभ फल प्राप्त नहीं होते और कुडली में मंगल तथा राहु केतु दोनों के शुभ होने की स्थिति में इन ग्रहों का संबंध अशुभ फल देने वाला अंगारक योग न बना कर शुभ फल देने वाला अंगारक योग बनाता है। उदाहरण के लिए किसी कुंडली के तीसरे घर में अशुभ मंगल का अशुभ राहु अथवा अशुभ केतु के साथ संबंध हो जाने की स्थिति में ऐसी कुंडली में निश्चय ही अशुभ फल प्रदान करने वाले अंगारक योग का निर्माण हो जाता है जिसके चलते इस योग के प्रबल प्रभाव में आने वाले जातक अधिक आक्रामक तथा हिंसक होते हैं तथा कुंडली में कुछ अन्य विशेष प्रकार के अशुभ प्रभाव होने पर ऐसे जातक भयंकर अपराधी जैसे कि पेशेवर हत्यारे तथा आतंकवादी आदि बन सकते हैं। दूसरी ओर किसी कुंडली के तीसरे घर में शुभ मंगल का शुभ राहु अथवा शुभ केतु के साथ संबंध हो जाने से कुंडली में बनने वाला अंगारक योग शुभ फलदायी होगा जिसके प्रभाव में आने वाले जातक उच्च पुलिस अधिकारी, सेना अधिकारी, कुशल योद्धा आदि बन सकते हैं जो अपनी आक्रमकता तथा पराक्रम का प्रयोग केवल मानवता की रक्षा करने के लिए और अपराधियों को दंडित करने के लिए करते हैं। Know Remedies For Angarak yog
पंडित एनएम श्रीमाली जी द्वारा उचित अंगारक योग के उपचार बताये जाते है और आपका मार्गदर्शन किया जाता है| अगर आप अंगारक योग और अंगारक योग उपायों के बारे में जानना चाहते हैं, तो ज्योतिषी पंडित एनएम श्रीमाली जी भारत में सबसे अच्छा विकल्प हैं। Know Remedies For Angarak yog
ये अंगारक योग आसान उपाय : –
- आप अपने घर के पूजा कक्ष में मंगल राहू अंगारक दोष निवारण यन्त्र स्थापित करे तथा उसकी रोज पूजा आराधना करे |
- आप अपने गले में राहू यन्त्र लॉकेट,मंगल यन्त्र लॉकेट धारण करे |
- तांबे का कंगन तैयार करें और इसे दाहिने हाथ की कलाई पर पहनें। मंगल मंत्र “ओम अंग अंगारकाय नमः” का 108 बार जाप करें।
आपको मंगलवार का व्रत करना चाहिए। आपको हनुमान मंदिर जाना चाहिए और उनके सामने हनुमान चालीसा का जाप करना चाहिए। अनामिका में तांबे की अंगूठी पहनें। - आपको को मास और शराब या अन्य चीजो से बचना चाहिए।
- राहु और मंगल की शांति पूजा करनी चाहिए।
- तकिये के पास तांबे के बर्तन में पानी रखें और सुबह इसे कैक्टस के पौधे में फेंक दें।