Kark Rashi 2021 – कर्क राशि का वार्षिक राशिफल
आप सभी का इंतजार हुआ खत्म। अब आज हम सबसे पहले वर्ष की शुरुआत में ग्रहों की पोजिशन के बारे में जानेंगे कि ग्रहों की व्यवस्था पूरे वर्ष कैसी रहेगी I वैसे वर्ष की शुरुआत के बाद धीरे धीरे जैसे जैसे ग्रहों की पोजिशन चेंज होगी वैसे वैसे राशिफल उस स्थान का दिया जाएगा। सबसे पहले ये जो मैं वार्षिक राशिफल आपको प्रदान कर रही हूं, ये चंद्र राशि के गणनाओं पर आधारित है और ये आपकी वृश्चिक राशि और वृश्चिक लग्न दोनों के हिसाब से समान रूप से प्रभावशाली है। तो जानते हैं कि वर्ष की शुरुआत में कहां कौनसे भाव में आपके ग्रह विराजमान हैं। सबसे पहले हम बात करते हैं लग्न की।आपके लग्न के अंदर यानि वृश्चिक राशि के अंदर केतु और शुक्र की युति हृदय और जड़त्व योग का निर्माण साल की शुरूआत में हो रहे हैं। चूंकि केतु और राहू छाया ग्रह हैं और एक दूसरे से सप्तम बैठते हैं तो राहू ग्रह आपके सप्तम भाव यानि वृषभ राशि में वर्ष की शुरुआत में यानि वर्ष पर्यन्त भी विराजमान रहने वाले हैं। सूर्य और बुध का बुधादित्य योग धनु राशि में यानि आपके द्वितीय भाव में साल के शुरुआत में देखने को मिलेगा। शनि और गुरु की युति मकर राशि में यानि आपके तृतीय भाव में साल की शुरुआत में हमें देखने को मिलेगीI मंगल साल की शुरुआत में आपके षष्टम भाव यानि मेष राशि में स्वगृही होकर विराजमान रहने वाला है वहीं चंद्रमा भी स्वगृही होकर कर्क राशि यानि आपके भाग्य स्थान में जाकर विराजमान रहेंगे। ये कुछ ग्रहों की पोजिशन है जो कि हमें साल की शुरुआत में देखने को मिलेगी। इसमें शनि राहू और केतु वर्ष पर्यंत एक ही जगह यानि मकर राशि में राहू वृषभ राशि में और केतु आपकी खुद की राशि वृश्चिक राशि में विराजमान रहेंगे।
पारिवारिक स्थिति – साल आपका कैसा गुजरने वाला है क्योंकि परिवार व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी होता है इसलिए पारिवारिक स्थितियों के बारे में जानना हमारे लिए बेहद आवश्यक है। सबसे पहले अगर हम आपके लग्न को देखें जो कि आपके व्यक्तित्व का भी भाव माना जाता है तो लग्नेश मंगल है, जो कि साल की शुरुआत में स्वगृही होकर 6th हाउस में जाकर स्वगृही होके विराजमान है इसलिए वह आपके लग्न को वैसे भी स्ट्रॉन्ग और पावरफुल बना रहे हैं I थोड़ा सा एग्रेसिव और थोड़ा सा आपके क्रोध को जरूर वो बढ़ा सकता है I बाकी रोगों में कमी लाएंगे और पर्सनैलिटी बहुत ही पावरफुल रहेगी परंतु शुक्र और केतू का जो जड़त्व योग आपके लग्न में बना हुआ है, इसका इफेक्ट भी आपकी पर्सनैलिटी पर देखने को मिलेगा तो आपकी पर्सनैलिटी में थोड़ा सा कन्फ्यूजन रहेगा, थोड़ा सा डिसीजन पावर कमजोर होगी ऐसी परिस्थितियां आपको फेस करनी पड़ सकती है। परिवारिक तौर पर यदि हम देखे तो दादियाल से बहुत अच्छे रिलेशन आपको देखने को मिलेंगे। दादा दादी के साथ आपकी ट्यूनिंग बहुत अच्छी रहने वाली है। चाचा, ताऊ, बुआ जो भी हैं उनके साथ आपकी ट्यूनिंग बहुत अच्छी रहेगी। अपने चाचा ताऊ के साथ अगर आप कोई फैमिली बिजनेस कर रहे है या कोई पैतृक व्यवसाय कर रहे हैं तो उनकी हेल्प से आप आगे बढ़ेंगे अपने व्यवसाय को गति प्रदान करेंगे और बहुत अच्छे निर्णय और लाभ की स्थितियों को इस वर्ष लाते हुए दिखाई देंगे। यदि कुटुम्ब की बात करें तो कुटुम्ब के भाव के स्वामी है गुरु जो कि अपने से एक घर आगे जाकर बैठे हैं I वैसे भी कुटुंब के भाव में साल की शुरुआत में सूर्य बुध के बुधादित्य योग बना हुआ है और बहुत ही अच्छे रिजल्ट लेकर आया है। गुरु हालांकि साल की शुरुआत में मकर राशि में नीचस्थ होकर विराजमान रहेंगे परंतु शनि के साथ में गुरु का नीच भंग राजयोग बन रहा है। ये शनि और गुरु की युति है। ये बहुत अच्छे परिणाम देने वाला है इसलिए कुटुंब से आपको किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा बल्कि जब जब गुरु कुम्भ राशि में जाकर विराजमान होंगे यानी आपके सुख स्थान में जब भी गुरु जाएंगे वो 6 अप्रैल से 14 सितम्बर तक और फिर बाद में 20 नवंबर से साल के अंत तक आपके सुख स्थान में जाकर विराजमान होंगे तब आपके कुटुम्ब से आपको लाभ की स्थितियाँ मिलेगी। पैतृक संपत्ति इस समय आपको प्राप्त होती हुई नजर आएगी I भाई बहनों के साथ संबंध बहुत अच्छे होंगे। धन लाभ आपको बहुत अच्छा देखने को मिलेगा जिससे आपके ऐश और आराम बढ़ेंगे, सुख बढ़ेंगे। प्रॉपर्टी से रिलेटेड कोई भी काम आपके फटाफट से होते चले जाएंगे। यानि ये टाइम पीरियड आपके लिए बहुत ही बेहतरीन रहने वाला है। वैसे भी वर्ष पर्यन्त गुरु केवल दो राशियों में आपके पराक्रम भाव में और सुख स्थान में जाकर विराजमान है तो भाई बहनों के साथ भी आपकी ट्यूनिंग बहुत अच्छी पारिवारिक तौर पर मैं देख रही हूं। शनि स्वगृही होकर भाई बहनों के स्थान में जाकर विराजमान है और गुरु के साथ युति कर रहे I गुरू है पंचमेश तो आप अपनी शिक्षा से अपनी पढाई से आप बहुत अच्छा उपलब्धि प्राप्त करेंगे। भाई बहनों का बहुत अच्छा सहयोग आपकी शिक्षा में रहेगा आपके कामकाज में रहेगा आपकी जॉब में रहेगा आपको बहुत अच्छा मार्गदर्शन प्रदान करेंगे I माता के साथ में पूरे वर्ष पर्यन्त आपके रिलेशन बहुत ही अच्छे बनते हुए दिखाई देंगे क्योंकि माता के भाव के स्वामी शनि जो कि अब पराक्रम भाव में स्वगृही होकर विराजमान रहेंगे। शनि का स्वगृही होकर पराक्रम भाव में विराजमान होना माता से सुखों में वृद्धि करेगा। आपकी माता आपके पूरे वर्ष पर्यन्त एक ताकत के रूप में आपके साथ रहेगी। एक ढाल के रूप में आपके साथ रहेगी पारिवारिक मुद्दों को सुलझाने में पारिवारिक रिश्तों को संवारने में एवं आपके करियर में भी उनकी हेल्प महत्वपूर्ण तरीके से रहने वाली है। अगर और कुछ न कर सके तो वो अपना आशीर्वाद आप पर बनाए रखेगी जिससे आप अपने प्रत्येक क्षेत्र में विजय की प्राप्ति करेंगे और आगे बढ़ते हुए उन्नति कारक आपका भविष्य रहने वाला है। संतान की तरफ से यदि मैं बात करूं तो संतान भाव के स्वामी गुरु जो जो कि पराक्रम भाव के पराक्रमेश और सुखेश इन दोनों के साथ में युति करके बैठा है। उसके साथ में पंचम भाव के स्वामी की युति करना बहुत ही शानदार रिजल्ट आपको इस वर्ष पर्यन्त संतान की तरफ से देखने को मिलेंगे। संतान से आपको लाभ की प्राप्ति होगी वो आपके सुखों में वृद्धि करेगी बराबर की है तो आपके कारोबार को बढाने में भी आपकी सहायता करती हुई दिखाई देगी। ननिहाल यानि मातृपक्ष से आपको बहुत अच्छे लाभ की स्थितियां वर्ष के प्रारंभ में देखने को मिलेगी I ननिहाल से आपका संबंध बहुत अच्छा रहने वाला है। वहीं जीवन साथी की यदि बात करें तो सप्तम भाव में राहु का जाकर बैठना और सप्तमेश शुक्र का केतु के साथ में जड़त्व योग बनाना थोड़ा सा लाइफ पार्टनर के साथ में स्तिथियों को डावाडोल करता हुआ दिखाई देगा I पिता के साथ आपके शुरूआत बहुत ही अच्छे साल की शुरुआत में रहने वाली है। पिता के भाव के जो कि आपके कर्म भाव के स्वामी हैं सूर्य वो सेकंड हाउस में जाकर विराजमान होंगे I पिता से बहुत अच्छी ट्यूनिंग रहेगी। जब सूर्य स्वग्रही होंगे, उच्च के होंगे तो आपके पिता से धन लाभ की प्राप्ति आपको होगी जो आपके कारोबार में आपकी हेल्प करेंगे। किसी भी तरीके से वो आपको सपोर्ट करते हुए आपके लाभ की स्थितियों को बढ़ाते हुए दिखाई देंगे और पारिवारिक स्थितियां आपके लिए इस साल अच्छी रहने वाली है। थोड़ा सा आपको संभलकर रहना है जीवन साथी के मामलों में।
आर्थिक स्थिति – वृश्चिक लग्न वालों की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी रहने वाली है I सुख स्थान के स्वामी शनि जोकि आपके पंचमेश के साथ में युति करके पराक्रम भाव में जाकर विराजमान हो रहे है I सुखों में वर्ष पर्यंत वो प्रगति करेंगे। नई प्रॉपर्टीज लेना , जमीन जायदाद की खरीदारी करना नए घर की खरीदारी करना यहां तक कि आप इस साल अपना मनचाहा लग्जरी वाहन भी खरीद सकते हैं। आपके पास फोर व्हीलर है और आप उसे अपग्रेड करना चाहते हैं तो उसमें भी आपको इस साल सक्सेस हासिल होगी। और टू व्हीलर का सपना भी पूरा हो जाएगा। लाभ भाव के स्वामी बुध जो कि आपके सेकंड हाउस में धन भाव में जाकर विराजमान है आपको लाभ की स्थितियां बहुत अच्छी दिलवाएंगे। सूर्य के साथ साल की स्टार्टिंग में वो बुधादित्य योग भी बना है तो लाभेश का कर्मेश के साथ में युति करके और सेकंड हाउस में जाकर बैठना, काम से लाभ की स्थितियों को बढ़ाएगा। वर्ष की शुरुआत में आपको बहुत अच्छा लाभ देखने को मिलेगा। बुध वैसे भी किसी भी राशि में बैठ जाएँ तो वो अच्छे रिजल्ट ही देते हैं क्योंकि बुध बुद्धि के कारक ग्रह हैं सौम्य ग्रह है इसलिए वो आपको वर्ष पर्यन्त अच्छे रिजल्ट देते हैं। पर बुध जब जब वक्रीय होते हैं तब उसके रिजल्ट उस स्थान के अनुसार हमें देखने को मिलेंगे तो इस साल 30 जनवरी से 20 फरवरी तक वे मकर राशि के अंदर वक्रीय होंगे यानी आपके पराक्रम भाव में वक्रीय होंगे। शनि के साथ में विराजमान होंगे और आपके पराक्रम को बढ़ाएंगे आप अपनी ताकत का लोहा सबको बताएंगे सामाजिक मान सम्मान में वृद्धि करवाएंगे। इस समय आर्थिक तौर पर आप अपने आपको बहुत ताकतवर महसूस करेंगे।
30 मई से लेकर जो 22 जून का समय ये वृषभ राशि में वक्रीय होंगे यानि आपके सप्तम भाव में वे वक्रीय होंगे तब आपको जीवन साथी से लाभ की स्थिति दिलवाएंगे I साझेदारी में किया गया काम या फिर आपका कोई व्यक्तिगत व्यवसाय उसमें भी वो वृद्धि दिलवाएंगे आपको बहुत अच्छी ग्रोथ दिलवाएंगे तो आर्थिक स्थिति उस समय भी आपकी उन्नत रहेगी और 27 सितंबर से 18 अक्टूबर का समय आपके इस वर्ष का सबसे अधिक आर्थिक तौर पर समृद्ध दायक रहेगा। इस समय बुध आपके लाभ भाव में जाकर उच्च के होकर विराजमान रहेंगे। कन्या राशि के अंदर तो साल की ये तीनों तिथियां जब बुध वक्रीय हो रहे हैं तो वो आपको बहुत अच्छे रिजल्ट दे रहे हैं तो आर्थिक तौर पर ये साल आपके लिए बहुत ही उन्नति दायक और समृद्धि दायक रहने वाला है। आपकी ग्रोथ को बढ़ाएगा लेवल बढ़ेगा सर्कल बढ़ेगा। आप एक अच्छी पावरफुल पोजिशन में समाज में गणमान्य व्यक्तियों के रूप में जाने जाएंगे।
शिक्षा करियर और व्यवसाय – शिक्षा की यदि मैं बात करूं तो विद्यार्थी वर्ग सबसे पहले आता है जोकि स्कूली पढ़ाई कर कॉलेज की पढ़ाई कर रहे हैं, वो हमारे देश का भविष्य हैं तो पंचम भाव को देखते, वो शिक्षा का स्थान माना जाता है पंचमेश हैं गुरु जो कि आपको पहले भी बताया कि पराक्रमेश और सुखेश के साथ में युति कर रहे है I बहुत अच्छा विद्यार्थियों को इस साल परिणाम मिलने वाला है I 10th और 12th के जो स्टूडेंट्स हैं उनके लिए तो ये टाइम बहुत अच्छा रहने वाला है। उच्च शिक्षा की तैयारी यदि आप कर रहे हैं तो उच्च शिक्षा में आपको मनचाहा कॉलेज प्राप्त होगा। आपके टीचर आपके लेक्चरर आपके साथ में रहेंगे। इस समय आप अपने काम को दोगुना तिगुना अपनी पढाई को बहुत अच्छे रूप से निखारते हुए अपने व्यक्तित्व को निखारते हुए बहुत इम्प्रूवमेंट अपनी पढाई में लाते हुए दिखाई देंगे I साल भर का जो समय है वो आपके लिए बढ़िया रहेगा। हालांकि पंचमेश यानि गुरु जब अपने से 12वें जाकर बैठेंगे, वो बैठे हैं कुम्भ राशि के अंदर उस समय थोड़ा सा मेहनत आपको अधिक करनी पड़ेगी परन्तु स्थितियां उस समय भी आपके लिए अच्छी ही रहेंगी यानि गुरु के पॉजिटिव रिजल्ट आपको पूरे साल वर्ष पर्यन्त देखने को मिलेंगे। गुरु सालभर आपको साल की शुरुआत से लेकर 5 अप्रेल तक मकर राशि में शनि के साथ नीचस्थ होकर विराजमान रहेंगे। फिर 6 अप्रैल से 14 सितम्बर तक वे आपके सुख स्थान में जाकर बैठेंगे। 15 सितम्बर से 19 नवम्बर तक वे पुनः मकर राशि के अंदर शनि के साथ युति करेंगे और 20 नवम्बर से साल के अंत तक आपके सूखे स्थान यानि कुम्भ राशि में जाकर विराजमान होने वालेI इस वर्ष पर्यन्त गुरु का गोचर भ्रमण दो राशियों के अन्दर ही रहेगा और वो आपके लिए विद्यार्थियों के लिए बहुत अच्छा रहने वाला है। हम व्यवसाय की बात करें तो सबसे पहले जॉब की बात करूंगी तो कर्म भाव के स्वामी सूर्य जो कि साल की शुरुआत में बुध के साथ में विराजमान होकर सूर्य और बुध का बुधादित्य योग द्वितीय भाव में बनाएंगे आपको अपने रिश्तेदारों से मिलने वालों की सहायता से युवा वर्ग के लिए नौकरी की तलाश खत्म हो जाएगी। अच्छी नौकरी आपको साल की शुरुआत में मिलती हुई दिखाई देगी वही यदि आपका खुद का कोई व्यवसाय है आपका खुद का कोई काम हो या फिर आप जॉब कर रहे हैं तो उनके लिए भी ये साल बहुत अच्छा उन्नति दायक रहने वाला है। जब जब सूर्य उच्च के होंगे स्वगृही होंगे तब आपको बहुत अच्छे रिजल्ट मिलेंगे। 14 अप्रैल से 13 मई तक वो मेष राशि में उच्च के होकर विराजमान रहेंगे। आपका काम बहुत अच्छी प्रगति करेगा। आप अपने शत्रुओं को अपने बुद्धिबल और चातुर्य से परास्त करते हुए दिखाई देंगे। वहीं इस समय स्वास्थ लाभ भी आपको प्राप्त होगा। स्वास्थ्य में आ रही समस्याएं दूर हो जाएगी पर इस समय आपको थोड़ा अपनी साइड का ध्यान रखना पड़ेगा। वहीं जब सूर्य 17 अगस्त से लेकर 16 सितम्बर तक सिंह राशि में स्वगृही होंगे ये टाइम आपके पूरे साल के अंदर सबसे ज्यादा उन्नति दायक आपके काम के हिसाब से रहने वाला है यानि आप लम्बे टाइम से केवल जॉब किये जा रहे है और आपका प्रमोशन नहीं हो पा रहा तो आपके प्रमोशन के चांसेस मिलेंगे या फिर आप इससे बेहतर जॉब प्राप्त कर लेंगे। इससे बेहतर सैलेरी प्राप्त करेंगे I बॉस से बहुत अच्छा पद और सम्मान प्राप्त होगा। बड़ी बड़ी अपॉर्च्युनिटी आपको इस महीने देखने को मिलेगी परंतु 17 अक्टूबर से 16 नवंबर तक का समय जब सूर्य तुला राशि में नीच के होंगे तब थोड़ा सा जागरूक होकर काम करना है हालांकि सूर्य 12th में बैठकर भी अच्छे रिजल्ट देंगे आपको इसलिए नीच के होंगे तो उल्टा आपके खर्चों को कम करेंगे आपके मितव्ययता को बढ़ाएंगे। आपको विदेशों से अच्छे लाभ की प्राप्ति होगी। इस समय आप इम्पोर्ट एक्सपोर्ट या विदेशी कंपनियों के साथ कोई टाईअप करके अपने काम को विस्तार करते हुए दिखाई देंगे। परंतु इस समय आपको संभलकर चलना सीधे मार्ग पर चलना गलत तरीका अपने धन कमाने का नहीं निकालना है। शॉर्टकट कोई भी नहीं अपनाना अन्यथा आपके ऊपर कार्रवाई हो सकती है और आपको कई समस्याएं अपने कार्यक्षेत्र में देखने को मिल सकती है इसलिए सीधे तरीके से जो भी आप धन कमाते हैं उसमें चले जाइए। ये साल आपके जॉब के हिसाब से आपके व्यापार के हिसाब से आपको अच्छे लाभ दिलवाएगा। अब व्यापार को देखे तो व्यापार भाव के अंदर जो कि राहू विराजमान है और राहू वर्ष पर्यन्त आपके सप्तम भाव में जाकर विराजमान रहने वाले पर राहू की वजह से थोड़ा कन्फ्यूजन आपको डिसीजन लेने में जरूर हो सकता है मन में अलग अलग कोई भी काम शुरू करते हैं तब अनायास भय जरूर आपके जीवन में आएगा। परंतु सप्तमेश जोकि लग्न में बैठा है और अपने ही घर को देख रहे है तो ओर आपको कोई गलत रिजल्ट नहीं मिलेंगे। शुक्र की दृष्टि जो सप्तम भाव पर साल की शुरुआत में पड़ रही तो साल की शुरुआत। बहुत अच्छी है और एक टाइम आपको ध्यान में रखना पड़ेगा। जब शुक्र 15 फरवरी से लेकर 17 मार्च के बीच में अस्त होंगे इस समय आपको थोड़ा सा संभलकर चलना पड़ेगा। व्यापार के अंदर अपने पार्टनरशिप के अंदर आपको संभलकर काम करना पड़ेगा बाकी ओवरआल आपको शुक्र के अच्छे रिजल्ट प्राप्त होते हुए दिखाई देंगे। वर्ष पर्यन्त आपका काम और आपका व्यवसाय बढ़ेगा। इसके अलावा 5 फरवरी से लेकर 12 फरवरी तक का जो समय है ये एक विशेष समय रहेगा जिस समय पांच पांच ग्रहों की युति आपके पराक्रम भाव यानि मकर राशि में हो रही है वो पांच ग्रह सूर्य बुध शुक्र शनि और गुरु इन पांचों ग्रहों की युति आपके पराक्रम भाव में और इस समय आप जो भी काम करेंगे उसमें आपको बहुत प्रसिद्धि हासिल होगी। सामाजिक मान सम्मान बढ़ेगा। आपको हर कार्य में सफलता हासिल होगी। सर्व कार्य सिद्धिदायक आपके लिए समय देता हुआ दिखाई देगा। जब 10 फरवरी का दिन इस दिन आपके साथ अच्छा पॉजिटिव कोई महत्वपूर्ण घटना घट सकती है क्योंकि इस समय आपके भाग्येश चंद्रमा भी इन पांचों ग्रहों के साथ में आकर विराजमान हो जाएंगे मकर राशि के अंदरI ये दिन आपके लिए और भी खास हो सकता है। 5 फरवरी से लेकर 12 फरवरी तक का समय वैसे भी आपके पराक्रम में वृद्धि करेगा। कोई बहुत अच्छा अचीवमेंट आप इस समय प्राप्त कर सकते हैं। आपके लिए ये पांचों ग्रहों की युति ये बहुत ही लाभदायक और मंगलमय रहेगी।
जीवन साथी और प्रेम प्रसंगों – जीवन साथी व प्रेम प्रसंगों की यदि मैं बात करूं तो सप्तमेश है शुक्र जो कि साल की शुरुआत में लग्न में जाकर विराजमान है। लग्न के अंदर शुक्र का जाकर अपने ही घर को देखना साल की शुरुआत ठीक करेगा पर सप्तम भाव में राहु जाकर विराजमान है जो कि थोड़ा सा दांपत्य जीवन को जरूर उथल पुथल करेंगे। यानि के थोड़ी बहुत ग़लतफहमी भी हो सकती है I कभी आपको लगेगा की वो गलत सही कभी आपकी लाइफ पार्टनर को लगेगा नहीं ये मेरे लिए गलत और मैं ठीक तो ऐसी परिस्थितियां कुछ तू तू मैं में की बार बार वर्ष पर्यन्त आपको देखने को मिल सकती है तो इसका उपाय करके आप थोड़ा सा शांति से अपने रिश्ते को समझिए। भोलेनाथ की पूजा आराधना आपको वर्ष पर्यन्त करनी चाहिये और मां गौरी के साथ में भोलेनाथ की पूजा आराधना संयुक्त रूप से करें। थोड़ा सा संभलकर आपको अपनी वैवाहिक स्थिति को कंट्रोल करना पड़ेगा। मिसअंडरस्टैंडिंग क्रिएट हो सकती है। आगे चलकर बहुत बड़ा रूप लेती हुई भी दिखाई दे सकती है। इसलिए थोड़ा सा संभलकर अपने दाम्पत्य जीवन में आगे बढ़ें। लव रिलेशनशिप में ये टाइम आपके लिए बहुत ज्यादा संभलकर चलने वाला रहेगा क्योंकि जो भी पार्टनर आप बना रहे हैं उस पार्टनर के साथ आपकी ट्यूनिंग कैसी वो पार्टनर आपके प्रति लॉयल है। वो आपके साथ कोई धोखा तो नहीं कर रहे। इस बात को ध्यान में रखकर फिर आप अपनी पार्टनरशिप में आगे बढ़ेगा। अगर उसमें आप सीरियस रिलेशनशिप में हैं या बंधने जा रहे हैं या बंधना चाहते हैं तो भी आपको पहले पूरी जांच पड़ताल करके सोच समझकर निर्णय लेना एक गलत निर्णय आपको दुखी कर सकता है आपका दिल दुखा सकता है और आपके जीवन की गाड़ी को रोक सकता है। आपकी ग्रोथ को रोक सकता है तो इस बात का आपको इस साल जरूर ध्यान रखना पड़ेगा।जब हम लाइफ पार्टनर के साथ आगे बढ़ते हैं तो छोटी मोटी बातें चलती रहती है पर उसे बड़ा विस्तार हो न दें। अपने ईगो को इतना आगे न ले जाएं कि संबंध विच्छेद होने के चांसेस बन जाएं तो थोड़ा सचेत होकर आपको आगे बढना चाहिए।
स्वास्थ्य – हर व्यक्ति के लिए सबसे इम्पोर्टेन्ट है। जैसा कि हम सभी कहते हैं पहला सुख निरोगी काया I अगर हम स्वस्थ हैं तो हमारे जीवन में प्रत्येक कार्य को बहुत आसानी से और सहजता से कर जाते हैं और यदि हमारे चारों तरफ रोग है तो हम उस रोग के आगे ही घूमते रहते हैं आगे पीछे हमारी जिन्दगी थम सी जाती है तो इस साल वृश्चिक राशि वालों के लिए यह साल बढ़िया रहने वाला किसी भी प्रकार की बहुत ज्यादा समस्या नहीं आएगी बस थोड़ा सा चोट लगने से बचना पड़ेगा। जानवरों से सावधान रहें और वाहन चलाते समय विशेष रूप से सावधानी रखें क्योंकि एक्सीडेंट होने का खतरा बना हुआ है बाकी मंगल स्वगृही होकर साल की शुरुआत में विराजमान होंगे। जब मंगल नीच के होंगे तब आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखना पड़ेगा। 2 जून से लेकर 20 अगस्त तक इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखना जिनको बाद कोई गंभीर बीमारी है। ब्लड से रिलेटेड कोई प्रॉब्लम है उनको विशेष रूप से ध्यान रखना बीपी का थोड़ा सा ध्यान आपके मॉर्निंग वॉक योगा मेडिटेशन और प्राणायाम से अपने आपको आपको जोड़ना है और अपने पारिवारिक सदस्यों के बीच स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखें।
- भगवान शिव शंकर और माता पार्वती की संयुक्त रूप से पूजा करें। उन पर संयुक्त रूप से रोज पंचामृत से कच्चे दूध में जल मिलाकर अभिषेक करें और उसके बाद उन्हें धो पोंछ के भगवान भोलेनाथ पर चंदन लगाकर और उसके बाद में उसे विराजित करें। इससे आपके दांपत्य जीवन में जो उथल पुथल है वह खत्म हो जाएगी।
- गौरी शंकर रुद्राक्ष को आपको अपने गले में धारण करना चाहिए। इससे भी आपका दांपत्य जीवन और अधिक सुखमय होता हुआ दिखाई देगा।
- आपको हनुमानजी की पूजा आराधना करनी चाहिए। हनुमानजी पर सिंदूर अवश्य चढ़ाएं और मंगलवार के दिन दक्षिण मुखी बालाजी के अगर हो सके तो दर्शन जरूर करें।
- यदि आपको ऋण से संबंधित कोई समस्या है तो उनको हनुमानजी के मंदिर जाकर हनुमानजी पर सफेद आख के पुष्प जरूर चढ़ाने चाहिए।
- आपको बजरंग बाण का पाठ करना है। हो सके तो अपने घर में जब भी कोई मांगलिक कार्य मांगलिक समय हो तब सुन्दरकाण्ड का पाठ जरूर करवाएं। इससे आपके घर में पॉजिटिव वाइब्रेशन आएगी जो नेगेटिविटी वो निकल जाएगी और जो आपके लग्नेश मंगल को और अधिक पावरफुल देंगे।
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