शनिदेव का राशि परिवर्तन कन्या राशि पर प्रभाव
Kanya Rashi Shani
पंडित एन एम श्रीमाली जी के अनुसार अब आप परेशानी से मुक्त हो जाइए क्युकी आपको शनि की ढैया ख़त्म हो गयी है जी हाँ हम बात कर रहे है कन्या राशि वालो की 24 जनवरी 2020 को शुक्रवार के दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में शनि का धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश हो रहा है| और कन्या राशि वालो को उस समय शनि की ढैया खत्म होने वाली है| तो जो समस्या आप अपने जीवन में झेल रहे थे उनसे मुक्ति पाने का अब समय आ गया है अब आप आराम से हो जाइए सामान्य तरीके से आप अपनी जिंदगी जी सकते है| और अब आपके जीवन में जो समस्या बहुत लम्बे समय से चल रही थी ढाई साल से आप जिन समस्याओं को झेल रहे थे वो समस्याएं अब आपके जिंदगी में वापस नही आएंगी| परन्तु शनि की जो ढैया है वो एक अनुयान के रूप में हमेशा देखी जाती है| की शनि की ढैया में जो आपके जीवन में बदलाव आया है जो समस्याएं आपके जीवन में उत्पन्न हुई है या फिर जी सकारात्मक परिणाम भी मिले है वो ही वापिस शनि की साढ़े साती में वैसा ही प्रभाव आपके जीवन पर पड़ने वाला है| आपकी राशि पर पड़ने वाला है इसीलिये अगर आपने शनि की ढैया में देखा है की आपके जीवन में समस्याएँ आई है या फिर आपने जो उपलब्धि हासिल की है तो शनि की साढ़े साती के समय आपको उन बातो का विशेष ध्यान रखना पड़ेंगा| परन्तु यदि हम राष्ट्र की बात करे हमारे देश की बात करे तो शनि की इस राशि परिवर्तन का बहुत ही सकारात्मक प्रभाव हमारे देश पर हमारे राष्ट्र पर पड़ने वाला है भूमि, भवन निर्माण से सम्बंधित बहुत लम्बे समय से हमारा देश मंदी की मार परन्तु हमारा देश ही नही पूरा विश्व भी इस मंदी की मार से गुजर रहा है| तो मंदी का दौर अब ख़त्म होंगा निर्माण में उछाल आयेंगा देश में बड़े बड़े निर्माण होंगे| लोहे से सम्बंधित व्यापार में वृद्धि होंगी पेट्रोल के दामो में वृद्धि आएंगी और हमारे देश की इकोनॉमी और अधिक सुद्रढ़ होंगी| और अभी हमारा सबसे बड़ा मुद्दा हमको हमारी इकोनॉमि को ठीक करने का है| हमारे देश की इकोनामी जो गड़बड़ हो गयी है हमारे प्रधानमंत्री जी का भी ये ही प्रयास है की हमारे देश की इकोनामी को कैसे ऊपर लाया जाये या मजबूत किया जाये| तो उसमे शनि का भी एक विशेष योगदान रहेंगा| वैसे धारा 370 जो खत्म हो चुकी है और राम मन्दिर का जो मुद्दा अभी हल हुआ उससे संकेत मिल रहे है की अब हमारा देश आगे बढ़ने की तरफ अग्रसर हो चूका है| इससे भी सकारात्मक परिणाम शनि के इस राशि परिवर्तन बाद हमारे देश में देखने को मिलेंगे कृषि उत्पादन में वृद्धि होंगी, किसानो के लिये ये समय बहुत ही बढ़िया रहने वाला है, कृषि संसाधनों में भी वृद्धि होने वाली है तो पूरा का पूरा हमारे देश के लिये ये शनि का राशि परिवर्तन बहुत ही सकारात्मक परिणाम लेकर आया है|
शनि 1 जनवरी 2020 को अस्त होंगा| और 2 फ़रवरी 2020 को फिर से उदय हो जायेंगा परन्तु जब शनि 11 मई 2020 को वक्री होगा 11 मई 2020 से 29 सितम्बर ये समय आप लिख लीजिये 11 मई 2020 से 29 सितम्बर को जब शनि वक्री होंगे तो हमें नकारात्मक परिणाम देते है| जब शनि वक्री हो जाते है तो उस समय शनि का जो दुष्प्रभाव है वो बढ़ जाता है दरिद्रता बढती है, कष्ट बढ़ते है, परेशानियां बढती है, कई तरह की अनर्गल समस्याएँ हमारे जीवन में आती है| तो वो जो समय है हमारे प्रवास बहुत ज्यादा होते है हमारी यात्राएं बहुत ज्यादा होती है तो ये जो समय है इस समय आपको थोड़ी सी सावधानी रखनी पड़ेंगी|
कैसा रहेंगा कन्या राशि वालो का शनि का राशि परिवर्तन शनि का प्रभाव
कन्या राशि के अन्दर शनि पंचम भाव में आकर विराजित हो रहे है शनि का पंचम भाव में आकर बैठना बहुत ही शुभ संकेत दे रहा है| शनि इस घर को बढ़ाएंगे यानी विद्यार्थियों के लिये ये समय स्वर्णिम समय रहेंगा| जो उपलब्धि आप अब तक नही हासिल कर पाये थे अपनी पढाई में अब वो उपलब्धि प्राप्त करने का समय आ गया है| ये सही समय है अपने आपको साबित करने का आगे बढ़ाने का और उन्नति करने का पढाई में बहुत बढ़िया आप करेंगे| आप कोई नेशनल या इंटरनेशनल लेवल पर जा कर अवार्ड भी ले सकते है स्कुल में, कॉलेज में, और जहा पर भी आप काम करते है उसमे आप अच्छा नाम करते हुए दिखाई देंगे| वही यदि आपकी संतान है और लम्बे समय से आपके और आपके संतान के बीच में गलतफेमिया चल रही है वो उत्श्रंक्ल है, बदमाश है, पढाई में उसका मन नही लग रहा है, वो भटक चुकी है, गलत आदतों की शिकार हो चुकी है तो ये समय उसके सुधरने का भी रहेंगा| आपकी संतान के व्यवहार में सुधार आयेंगा| आप दोनों के रिश्तो में बदलाव आयेंगा वो पढाई में अच्छा करते हुए दिखेंगी जो गलत आदतों का वो शिकार हो गयी है सन्मार्ग पर चलना और अपने जीवन में सही मार्ग पर आगे बढेंगी तो ये समय पंचम भाव की दृष्टि से, संतान की तरफ से, और विद्यार्थी वर्ग के लिये बहुत बढ़िया रहने वाला है| शनि की दृष्टियों के बारे में हम आपको बता दे शनि की तीसरी दृष्टि आपके सप्तम भाव पर, सातवी दृष्टि आपके लाभ भाव पर, और दसवी दृष्टि आपके वाणी के स्थान पर यानि द्वितीय भाव पर पड़ रही है| और शनि की दृष्टिया इतनी विनाशकारी है की जब शनि देव का जन्म हुआ था तो उनकी पहले दृष्टि अपने पिता सूर्य देव पर पड़ी और वो कुष्ट रोग से ग्रसित हो गए, उनके सारथी पर पड़ी अरुण वो पंगु हो गए, और उनके जो अश्व थे सूर्य देव के वे अंधे हो गए इतनी विनाशकारी शनि की दृष्टिया होती है| तो ये घर आपके बिगड़े हुए रहेंगे| आपको इनके परिणाम भी हम आपको बतायेंगे रोग भाव में आपके कमी आएंगी छठे घर की पहले बात करते है और ये जो हम आपको कन्या राशि वालो का शनि का परिवर्तन का बता रहे है वो 12 भावो के हिसाब से भविष्य का बता रहे है की 12 भावो पर इस राशि परिवर्तन का क्या प्रभाव पड़ने वाला है तो छठे घर की हम बात करे तो आपके रोगों में कमी आएंगी बहुत लम्बे समय से आप किसी गम्भीर रोग से ग्रसित थे तो उसमे भी आपको आराम मिलेंगा स्वास्थ्य लाभ देखने को मिलेंगा आप अपने आप को बहुत फिट चुस्त और तंदुरुस्त महसूस करेंगे| देखिये छोटी छोटी समस्याएँ तो बीच में जब और ग्रहों की स्थिति बदलेंगी तब आएंगी परन्तु को बड़ी समस्या आपके जीवन में रोगों को लेकर या स्वास्थ्य को लेकर नही रहेंगी|
सप्तम भाव : सप्तम भाव पर शनि की तीसरी दृष्टि पड़ने से ये भाव बहुत ही गलत परिणाम देने वाला है यानी सांझेदारी में इस समय बिलकूल काम नही करना चाहिए यदि आप सांझेदारी में काम कर भी रहे है तो अब आप व्यक्तिगत अपना काम करे या फिर पूरी सतर्कता के साथ अपने कार्य क्षेत्र में आगे बढे क्युकी पाट्नर से आपको धोखा मिल सकता है| हो सकता है वो आपके साथ में कुछ षड़यंत्र रचें और सारा आपका काम है जो आप दोनों साथ में कर रहे है उसको वो हडप ले| इसलिये सांझेदारी में थोड़ा सा कार्य करने से बचे कोई नया काम शुरू कर रहे है तो सांझेदारी में नही करे| साथ ही जीवनसाथी के साथ आपके संबंध इस समय बहुत की कुरुशल रहने वाले है जो टयूनिग बहुत अच्छी चल रही थी उसमे थोडा खलल पड़ेंगा जैसा की आपका दाम्पत्य जीवन मानो तालाब के सामान है शांत पानी के सामान है और उसमे एक कंकड़ डाल देते है तो कैसी स्थिति कंपन उत्पन्न होती है| तालाब में खलबली मच जाती है वही स्थिति आपके वैवाहिक जीवन में देखने को मिलेंगी आपके जीवनसाथी के साथ आपका रिश्ता बिगड़ेगा जीवन साथी के साथ में जो संबंध ख़राब चल रहे थे तो तलाक की नौबत भी आ सकती है| इसीलिये ये समय बहुत ही समझदारी से निकालने का है| आप अपने जीवनसाथी की भावनाओं को समझे छोटी छोटी बातो पर बहस ना करे और एक दुसरे के साथ तालमेल बना कर चलेंगे तो किसी भी प्रकार की कोई समस्या नही आएंगी| प्रेमप्रसंगो में भी आपको अपने प्रेमी से धोखा मिल सकता है| या प्रेमिका से धोखा मिल सकता है जो भी आपका पाट्नर है उससे आपको धोखे की प्राप्ति हो सकती है इसीलिये आपको इस समय अपने रिश्ते में भी थोडा सजग रह कर आगे बढ़ना चाहिए| ऐसा ना हो की आपने कोई गलत पाट्नर नही चुन लिया हो और आपकी पूरी जिंदगी बर्बाद हो जाये इसीलिये सोच समझ कर अपने प्रेमप्रसंग में आगे बढिए|
अष्टम भाव: अष्टम भाव की यदि हम बात करे तो रोगों में कमी आएंगी साथ ही आपके शत्रुओ में भी कमी आएंगी जो दैनिक दिनचर्या बहुत लम्बे समय से ख़राब चल रही थी उस दैनिक दिनचर्या में बदलाव होंगा और वो सामान्य रूप में चलना शुरू हो जाएँगी आपको कई से आकस्मिक लाभ की भी प्राप्ति होंगी आप यदि छोटे छोटे निवेश करते है यानि लॉटरी में, शेयर मार्केट में, कोई सट्टे वाट्टे का काम कर रहे है| उसमे और किसी भी तरह बीमा कम्पनियों में, L.I.C में, कोई पॉलिसी में छोटे छोटे अगर आप निवेश करते है छोटे समय के लिये तो वो आपको फलीभूत होते है| उसमे आपको अच्छे लाभ की स्थितिया बनेंगी भाग्य स्थान की यदि बात करे तो भाग्य आपका साथ देंगा| आप जो भी काम करेंगे उसमे भाग्य आपको स्पोर्ट करते हुए नज़र आयेंगा यानि इस समय किस्मत का काम बहुत बड़ा रहेंगा आपके कर्म स्थान को भी बढ़ाएगा| आपके लाभ की स्थितियों को थोडा सा डावाडोल वो करेंगा| क्युकी शनि की दृष्टि लाभ भाव पर पड़ेंगी परन्तु भाग्य स्थान की हम बात करे तो ये समय भाग्य आपका साथ देने वाला है परन्तु कभी कभी आपको आपके भाग्य में रूकावटे महसूस फिर भी होने वाली है| इसलिये उस समय आप थोडा सा सजग होकर चलिए| बाकी पूरा का पूरा भाग्य स्थान किस्मत की तरफ से आपको पूरा सहयोग मिलने वाला है| कर्म स्थान की यदि हम बात करे तो कर्म स्थान में भी मिलेजुले परिणाम आपको देखने को मिलेंगे कर्म स्थान में आप जितना भी कर्म करेंगे उतना फल आपको मिलेंगा जो कर्म आप कर रहे है| उसमे एक थोडा सा आपको अति आत्मविश्वास नही होना है क्युकी आपको कर्म भाव में राहू बैठा है और राहू व्यक्ति को भ्रमित करता है आपके काम को परेशान करता है| तो राहू आपके काम को परेशान करेंगा आपसे ऐसे फैसले करवायेंगा राहू की आप सोचेंगे की वो फैसले सही है परन्तु वो फैसले सही नही निकलेंगा आपको लोग कहेंगे की यहाँ निवेश मत करो आपको यहाँ नुकसान हो जायेंगा| पर फिर भी आप वो करेंगे वो आपसे राहू करवायेगा| इसीलिये ये जो समय है उस समय आपको थोडा सा सावधान रहना है| आप से राहू गलत करवायेंगा भ्रम की स्थितिया पैदा करवायेगा कर्म क्षेत्र को परेशान करेंगा इसलिये इसमें थोडा सा सजग हो जाइए|
लाभ भाव: लाभ भाव में शनि की सातवी दृष्टि पड़ने से ये ख़राब हो रहा है| लाभ की जितनी स्थितिया बननी थी जितनी आपने जो मेहनत करी आपने सोचा की मैने ये मेहनत करी है और मेरे को इसका परिणाम सकारात्मक मिलना चाहिए परन्तु आपको उस मेहनत का परिणाम नकारात्मक मिल जायेंगा| यानी वो मेहनत आपकी बेकार हो गयी| तो लाभ की स्थितिया कम उत्पन्न होंगी इसीलिये बड़ा निवेश कोई भी ना करे| नया निवेश नही करना चाहिए| अभी आपको अपने कारोबार में विस्तार की योजना को टाल देना चाहिए| जो आपका काम है उसी को ही सही तरीके से यदि आप व्यवस्थित करते है तो किसी भी प्रकार की समस्या नही आएंगी| और आपका जीवन आराम से सामान्य होता चला जायेंगा| वही खर्च की स्थितियों पर तो आपको कंट्रोल करना ही पड़ेगा क्युकी लाभ की स्थितिया कम होती है| तब हमारी आर्थिक स्थितिया भी ऊपर नीचे होती है| यानि डावाडोल होती है| तो आपको अपने खर्चो पर अंकुश करना जरुरी है इस समय आप अपने खर्चो पर अंकुश करे अनर्गल खर्च ना करे| अपने पारिवारिक सदस्यों को भी जितनी जरूरत हो उतना खर्च करने के लिये कहे| तो बचत की योजनाओं में ज्यादा निवेश करे बचत जैसे बीमा, L.I.C, पॉलिसी इसमें जो आप निवेश करेंगे उसमे आपको लाभ की प्राप्ति होंगी| इसीलिये और आपके खर्चो में भी कमी आएंगी आपको रुपया मिलेंगा तो आपकी आर्थिक स्थिति भी डावाडोल नही होंगी| तो आर्थिक स्थिति आपको सही करने के लिये आपको बचत बीमा योजना में निवेश करना चाहिए| परिवार की तरफ से आपको सहयोग मिलेगा विदेश यात्रा के आपके योग बन सकते है| इसलिये यदि आप विदेश जाना चाहते है तो इस समय आप कोशिश कर सकते है| आपके अच्छे योग बने हुए है आपके व्यक्तित्व पर कोई फर्क नही पड़ेंगा| शनि के इस राशि परिवर्तन से आपके व्यक्तित्व में निखार ही आयेंगा| शनि आपको कोई नुकसान नही पहुचायेंगे उल्टा आपके व्यक्तित्व को और अधिक बढ़ाएंगे| आप लोगो पर अपना प्रभाव डालते हुए नज़र आयेंगे| मान सम्मान और प्रतिष्ठा में आपके वृद्धि होंगी| वही दुसरे भाव की यदि हम बात करे तो वाणी पर आपको थोडा सा कंट्रोल करना बहुत जरुरी है वाणी आज कल बोली बहुत मायने रखती है कोई भी व्यक्ति आपसे पहली बार मिलता है तो वो आपके अन्दर तो जाकर देख नही सकता की आपका दिल कैसा है आप उसके लिये क्या सोचते है| वो आपको आपकी बोली से ही आपको पहचानेगा| यदि आप बोल कर बिगाड़ेंगे तो वो कहेगा बहुत सीधा बोलता है बहुत अश्भय बोलता है और यदि आप अपनी बोली सही रखेंगे तो आपकी जो नकारात्मक स्थिति है वो भी सकारात्मक हो जाएँगी और आपको उसका लाभ मिलना शुरू हो जायेंगा इसीलिये थोडा सा वाणी पर सयम रखे क्योकि ये घर परेशान हो रहा है| तो आपकी वाणी पर कंट्रोल करना जरुरी है नही तो आप झगड़ो को न्योता देंगे| रिश्तो में जो तनाव उत्पन्न होगा वो वाणी की वजह से होंगा| कार्य क्षेत्र में जो नुकसान होगा वो भी वाणी की वजह से होना इसीलिये थोडा सा संभल कर आप इस समय चले और आपको पैतृक सम्पति से संबंधी यदि कोई आपके कोर्ट कचहरी में मामले है तो उनको आप लंबित रहने दे थोडा उसमें धीरे हो जाये तारीख आगे की लेने की कोशिश करे क्युकी ये समय अच्छा नही है| और इसमें आपको नकारात्मक परिणाम मिलेंगे और उससे आपको निराशा हो सकती है पैतृक सम्पति का विवाद आप कोर्ट केश से बाहर ही आप सुलझा लेते है तो सही रहता है वैसे अभी आप इसको भूल जाये और अपने कार्य क्षेत्र में ध्यान दे ये समय उसी प्रकार का है|
पराकर्म भाव यानि तीसरा भाव: तीसरे भाव में मंगल का बैठना आपके पराकर्म में वृद्धि कराएंगा आप पराकर्मी अपने आप को मानोंगे भाई बहनों के साथ आपका रिश्ता अच्छा होंगा भाई बहनों का आपको पूरा सहयोग मिलेंगा आपके रिश्तो में जो मन मुटाव है आपके जीवनसाथी के साथ यदि कोई मनमुटाव होते है तो भाई बहनों को उसमे सही करने माँ बाप, भाई बहन परिवार की एक महत्वपूर्ण भूमिका आपके रिश्तो को आपके दाम्पत्य जीवन को सुधारने में रहेंगी इसीलिये आप अपने भाई बहनों से बना कर चले वैसे आपके जो रिश्तो में जैसे चाचा है, आपके मामा है उनसे भी आपके रिश्ते और अधिक मजबूत होंगे उनके साथ आप कोई कार्य भी कर सकते है परन्तु आप ध्यान रखियेगा उनका सहयोग लीजिये परन्तु उन्हें साझेदार मत बनाइये सांझेदारी में आपको नुकसान हो सकता है|
चतुर्थ भाव यानी सुख स्थान: सुख स्थान की यदि बात करे तो गुरु का स्वराशि होकर बैठना वो आपके लिये बहुत ही अच्छा है आपके सुखो में वृद्धि करेंगा, आपके शान शौकत में वृद्धि करेंगा, आपके आय में वृद्धि करेंगा, जो जमीन जायदाद आपकी है उसमे वृद्धि करेंगा| साथ ही आप को नया महंगा वाहन भी खरीद सकते है| आपकी माता के साथ आपके रिश्ते बहुत अच्छे रहने वाले है| तो ये पूरा 12 भावो का हमने आपको एक निचोड़ बताया की शनि के राशि परिवर्तन का इन 12 भावो पर क्या प्रभाव पड़ेंगा|
उपाय: आपको कुछ उपाय भी करने पड़ेंगे ताकि आप पर ये शनि की जो दृष्टिया पर रही है वो थोड़ी काम होंगी| शनि देव थोड़े शांत रहे ठंडे रहे आप पर थोड़ी ठंडी दृष्टि डाले| और आपके जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो| तो उसके लिये हमारा एक ही प्रयास रहता है की हम आपको बहुत ही सटीक उपाय बतायेगे जिसको अगर आप अपने जीवन में उतार कर करते है और उपाय करते है तो आपका जीवन सफल हो सकता है|
- हम आपके लिये लाये है कात्यानी और कनकधारा यन्त्र लॉकेट को एक एक यन्त्र लॉकेट को एक ही लॉकेट में एक तरफ कात्यानी यन्त्र और दूसरी तरफ कनकधारा यन्त्र ये आपको मार्केट में कई नही मिलेंगा ये हमने विशेष रूप से कन्या राशि वालो के लिये बनवाया है| यदि आप चाहते है की आपका दाम्पत्य जीवन अच्छा रहे, आपके लाभ भाव में वृद्धि हो, और आप चाहते है की आप अपनी वाणी से सब को मोहित करे तो आपको इस लॉकेट को धारण करना बहुत जरुरी है| अन्यथा बहुत सारे नुकसान आपको अपने जीवन में झेलने पड़ेंगे अभी आप शनि की ढैया से गुजर रहे है कई सारी समस्याओं से घिरे हुए होंगे| अब ये ढैया खत्म हुई है परन्तु शनि की जो दृष्टियां है वो आपके दाम्पत्य जीवन को परेशान कर रही है तो जब आदमी अपने घर से ही परेशान होंगा तो वो आदमी कुछ नही कर पायेंगा| इसलिये इस उपाय को अपनाये और अपने जीवन को सुगम बनाइए|