[vc_row][vc_column][vc_column_text text_larger=”no”]
Guru Purnima गुरु पूर्णिमा
गुरु बर्ह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो : महेशवराय गुरु साक्षात् पर बर्ह्मा तस्मे श्री गुरुवे नमः![]()
आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है गुरु पूर्णिमा अर्थात गुरु के ज्ञान एवं उनके स्नेह का स्वरूप है अगर आपके शरीर का ज्ञान चक्र सही ढंग से स्पंदित नहीं है ,तो वही आपके मन की पीड़ाओं का कारण होता है गुरु ही आपको आपकी देह,आपके मन का ज्ञान करता है और आपके मन में स्थित शक्ति के चक्रों की जानकारी देता है तथा आपके स्वयं के भीतर जो आज्ञा चक्र है उसका ज्ञान हिन्दू धर्म को गुरु का स्थान ईश्वर से भी ऊपर दिया गया है ,कहा गया है की ,
“गुरु गोविन्द दोउ खड़े काके लागु पाव बलिहारी गुरु आपने गोविन्द दियो बताय”
गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है ,इस दिन महाभारत के सच्चिता कृष्ण द्वैपाथन व्यास का जन्म भी हुआ है | गुरु हमें अंधकार से प्रकाश की और ले जाने वाले होते है | ईश्वर का ज्ञान गुरु ही करवाता है | गुरु आत्मा-परमात्मा के मध्य का सम्बध होता गुरु से ज्ञान प्राप्त कर ही मनुष्य अपनी जिज्ञासाओं को समाप्त करने में सक्षम होता है |
गुरु का महत्व
गुरु को ब्रह्मा की संज्ञा दी गई है,माँ को जन्म देने के साथ-साथ बच्चे का प्रथम गुरु कहाँ गया है | गुरु अपने ज्ञान से उसको नया जन्म देता है, गुरु ही सक्षम महादेव है गुरु का महत्व सभी दृष्टि से सार्थक है | आध्यात्मिक शांति ,ज्ञान और सांसारिक निर्वाह के लिए गुरु ज्ञान जरुरी है | गुरु को ज्ञान का पूंज कहा गया है |हमारे जीवन में गुरु का अत्यधिक महत्व है गुरु दीक्षा जरूर ले | अपने मन में गुरु के प्रति समर्पित भाव जगाकर गुरु को रोम रोम में समाहित कर अपने आज्ञा चक्र को जागृत करे |
गुरु वही है जो आपके ह्रदय में रम जाए आपके ज्ञान रूपी चक्षुओ को खोलकर अज्ञान के अंधकार को दूर करे आपके ह्रदय को भावो से भर के और आपको पूर्ण जाग्रति की अवस्था की और ले जाये वही आपके गुरु है गुरु वह है जो आपके आतंरिक ज्ञान के नेत्र को खोले गुरु के सामने आते ही मानव रूपेण साक्षात् सूर्य प्रकाशमान हो जाये,गुरु के सामने आते ही मन में हलचल हो जाये एक अलग ही आनंद की अनुभूती हो , मन ज्ञान प्राप्त करने को आतुर हो जाये ,हजारो प्रशनो का सैलाब उमड़ पड़े वही व्यक्ति आपका गुरु है ,गुरु का ज्ञान होना और गुरु का लेना दोनों आपके व्यक्तित को सामान्य से उत्तम पुरुष बनाएगा और आपके व्यतीत को नई ऊचाई प्रदान करेगा |
शिष्य धर्म क्या है :-
- मन के नकारात्मक विचारो को बाहर निकालना
- गुरु का समय- समय पर मार्ग दर्शन प्राप्त करे
- गुरु की आज्ञा से ही नया काम प्रारम्भ करे ,कोई बड़ी समस्या आने पर गुरु शरण में जाये एव आज्ञा प्राप्त करके ही कार्य करे |
- कोई मंत्र साधना ,गुरु आज्ञा से ही प्रारम्भ करे ,सम्पन्न करे
- गुरु का हमेशा आदर करे |
- पण्डित एन एम श्रीमाली जी से गुरु दीक्षा प्राप्त कर अपने जीवन को सफल बनाने हेतु जोधपुर कार्यालय पर सम्पर्क करे |
Must Buy Products on Guru Purnima:-
- Guru Yantra ( Click Here..)
- Guru Yantra Pendant ( Click Here..)
https://www.youtube.com/watch?v=QAjASfUIuNo
Note: Daily, Weekly, Monthly and Annual Horoscope is being provided by Pandit N.M.Shrimali Ji, almost free. To know daily, weekly, monthly and annual horoscopes and end your problems related to your life click on (Kundli Vishleshan) or contact Pandit NM Shrimali Whatsapp No. 9929391753,E-Mail- [email protected]