Astro Gyaan|Astrology Tips|Featured|VIDEOS, VIDEOS

Mithun Rashifal 2023 | मिथुन राशिफल 2023 | Mithun Rashi – Gemini Horoscope 2023 – Nidhi Shrimali

Gemini Horoscope 2023

सबके लिए हो मंगलमय नववर्ष का एक एक पल,
भविष्य स्वर्णिम और सुखद हो सबके लिए,
हो उज्ज्वल कल आप सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।

ग्रह गोचर की स्थिति

आज हम आपके सामने मिथुन राशि वालो का वर्ष 2023 का वार्षिक राशिफल लेकर उपस्थित हुए हैं। आपके राशि स्वामी हैं बुध और आपकी कुण्डली के अन्दर बुध आपके राशि स्वामी भी हैं और आपके सुखेश भी हैं। आपकी जो केन्द्र स्थान चार है उसमें आपके लग्नेश और बुध और आपके कर्मेश और सप्तमेश हैं गुरू यानि चार केन्द्र स्थान के स्वामी दो ही हैं। वो हैं गुरू और बुध। अब सबसे पहले वर्ष के प्रारंभ की कुण्डली पर आते हैं और उसके बारे में जान लेते हैं कि क्या वर्ष की शुरुआत में ग्रहों की। स्थिति रहेगी। तो आपकी कुण्डली के अन्दर राहू आपके लाभ भाव में बैठेंगे और केतु आपके पंचम भाव में विराजमान होंगे। मंगल आपके द्वादश स्थान में यानि खर्च स्थान में जाकर विराजमान रहेंगे। वहीं सूर्य और बुध का बुधादित्य योग आपके सम्बन्ध में यानि सप्तम भाव में बनेगा। शुक्र और शनि की युति आपके अष्टम भाव में देखने को मिलेगी और गुरु हंस नामक महापुरुष योग बनाते हुए आपके कर्म भाव में विराजमान रहेंगे। तो ये है साल के शुरुआत की कुण्डली।

अब सबसे पहले आपके स्वामी की बात करते हैं क्योंकि किसी भी राशि पर उसके स्वामी का सबसे पहले प्रभाव देखने को मिलता है और सबसे ज्यादा प्रभाव। देखने को मिलता। है और वैसे भी आपकी राशि के लिए तो बुध आपके लग्नेश और सुखेश है। यानि इन दोनों स्थानों को प्रभावित करेंगे। तो बुध वर्ष पर्यन्त धनु से वृश्चिक राशि में गोचर भ्रमण करेंगे। बुध 16 मार्च से लेकर 31 मार्च तक अपनी नीच की राशि मीन में गोचर भ्रमण करते हुए दिखाई देंगे यानि वहां पर विराजमान रहेंगे। उस समय बुध के रिजल्ट इतने अच्छे आपको नहीं देखने को मिलेंगे। क्यूंकि वे आपके सुखों को भी फ्लक्चुएट करेंगे और बुद्धि को थोड़ा सा भ्रमित करने का प्रयास करेंगे। छोटी छोटी चीजों को आप उसमें भूल जाएंगे। यानि चीजें याद नहीं रहेगी। कोई भी इम्पोर्टेन्ट फाइल है या इम्पोर्टेन्ट डॉक्यूमेंट है वो आपने कहीं रख दिया और फिर आप भूल गए। ऐसी स्थिति आपको जरुर देखने को मिलेगी क्योंकि कर्म भाव में वे नीच के होंगे और नीच के होकर अपने घर को देखेंगे। यानि सुख के स्थान पर दृस्टि डालेंगे। तो ये समय आपके लिए इतना अच्छा नहीं रहेगा। फिर बुध आपके 24 जून से लेकर 8 जुलाई तक आपकी राशि यानि मिथुन राशि में स्वग्रही होंगे और इस समय वे भद्र नामक महापुरुष योग बनाएंगे। ये समय बुध के बेहतरीन रिजल्ट आपको देगा। पर्सनैलिटी बहुत ही पावरफुल रहेगी। बुद्धिमत्ता के चर्चे आपके चारो तरफ होंगे। आपके आईक्यू लेवल को लोग मानेंगे। अगर आप बहुत अच्छे डिबेटर हैं या कोई बड़े राजनेता हैं तो इसमें आपकी प्रसिद्धी बढ़ती हुई दिखाई देगी। प्रसिद्धि में चार चाँद लगेंगे। बैंकिंग, सेक्टर एकाउंटिंग, सीए, सीएस या फाइनेंस के फील्ड से जो लोग जुड़े हुए हैं, उनके लिए भी ये समय बहुत ही अच्छा और उत्तम परिणामदायक रहेगा।

वही अगर आप कोई भी कला के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। लेखक, लेखनी के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं या फिर आप कोई बड़े गणितज्ञ हैं तो ये समय आपकी प्रसिद्धि में चार चाँद लगा देगा। वो चूंकि आपके सुखेश भी में है और लग्न में स्वग्रही होकर बैठेंगे, भद्र नामक महापुरुष योग भी बनाएंगे तो इस समय प्रॉपर्टी से सम्बंधित कार्यों में आ रही बाधाएं दूर हो जाएगी। ऐसे कार्य द्रुत गति से संपन्न होंगे। माँ के साथ सम्बन्ध और अधिक प्रगाढ़ होंगे और उनका सप्पोर्ट आपको भरपूर देखने को मिलेगा। यही आपको 1 अक्टूबर से लेकर 19 अक्टूबर तक भी देखने को मिलेगी। क्योंकि इस समय बुध उच्च के होकर अपनी राशि कन्या में यानि आपके सुख स्थान में जाकर विराजमान होंगे। इन दोनों परिस्थितियों में बुध के बहुत ही शानदार परिणाम आपको देखने को मिलेंगे। यदि आपके प्रॉपर्टी खरीदने का सपना है या फिर आपकी कोई प्रॉपर्टी बिक नहीं रही। आप उसे बेचना चाहते हैं तो ये काम आपके द्रुत गति से सम्पन हो जाएंगे। इसके अलावा अपने घर का सपना पूरा होगा। घर चेंज करना चाहते हैं। उसे रिनोवेट कराना चाहते हैं तो वो सपना आपका पूरा होगा। आर्थिक स्थिति बहुत ही अच्छी और सुदृढ़ रहेगी। मैनेजमेंट तरीके से आप अपने कार्यों को पूर्ण करने का प्रयास करेंगे। अधिकारियों का साथ और सहयोग आपको भरपूर देखने को मिलेगा। फील्ड से जुड़े हुए लोगों को ये समय विशेष लाभदायक परिस्थितियां दिलवाएगा। उन्नति और प्रगति को बढ़ाता हुआ दिखाई देगा। तो ओर बुध आपको इस साल बहुत ही अच्छे रिजल्ट देने वाला है।


शनि का राशि परिवर्तन


अब आ जाते हैं उन महत्वपूर्ण ग्रहों पर जो की आपकी कुण्डली पर बहुत अधिक गहरा प्रभाव डालते हैं और आपकी हर व्यक्ति की कुण्डली पर वे बहुत अधिक गहरा प्रभाव डालते हैं क्यूंकि ये ग्रह बहुत लम्बे समय तक एक ही स्थान पर विराजमान रहते हैं। और उस स्थान के हिसाब से आपको रिजल्ट देते हैं। ये ग्रह हैं शनि, गुरु और राहू और इस साल इन तीनों ग्रहों का महत्वपूर्ण राशि परिवर्तन होने जा रहा है। सबसे पहले बात करते हैं सबसे प्रभावशाली ग्रह जिसे हर व्यक्ति आज के टाइम में डरता भी है और उसके डर के कारण वो सतकर्म भी करता है, सन्मार्ग पर भी चलता है वो ग्रह है शनि और शनि का। साल के प्रारंभ में यानि जनवरी माह में 17 जनवरी को राशि परिवर्तन होने जा रहा है। अब तक आपको शनि की ढैया लगी हुई थी और शनि आपको प्रभावित कर रहा था | मिथुन राशि वाले शनि की ढैया से प्रभावित थे पर अब मिथुन राशि वालों के लिए इस वर्ष बहुत रिलैक्सिंग हो जाएगा क्योंकि शनि की ढैया हट जाएगी। साल के प्रारंभ में 17 जनवरी को जैसे ही शनि राशि परिवर्तन करते हुए आपके अष्टम भाव से भाग्य स्थान में आकर बैठेंगे, शनि की ढैया मिथुन राशि वालों को समाप्त हो जाएगी और वे बहुत रिलैक्स महसूस करेंगे। क्यूंकि कहीं न कहीं अनायास अचानक हम किसी का मन दुखाते हैं। शनि कर्मफल दाता है तो जो भी हमने अनायास भी गलतियां की है उसका भी दंड हमें शनि जरूर देते हैं। तो शनि के प्रकोप से आपको मुक्ति मिलेगी। शनि चूंकि आपके अष्टमेश भी है और आपके भाग्येश भी है और भाग्य स्थान में शनि स्वग्रही हो जाएंगे।

अब तक वे अष्टम भाव में बैठकर अष्टम भाव को ठीक कर रहे थे | क्योंकि उसके कारक ग्रह शनि तो वहां पर भी अच्छे रिजल्ट देते परंतु वक्री अवस्था में थे और जब शनि वक्री होते तो उनकी दृष्टि में वक्री होते। वे वक्री अवस्था में थोड़े से रिजल्ट नेगेटिव देते हैं। पर 17 जनवरी को जब शनि आपके भाग्य स्थान में आकर बैठेंगे तब वे मार्गी हो जाएंगे और शनि आपको भाग्य के हिसाब से बहुत अच्छे परिणाम देंगे। आपके भाग्य में वृद्धि करेंगे। नौकरीपेशा लोग जो कि नौकरी की तलाश कर रहे हैं वो युवक युवतियां बहुत प्रसन्नचित हो जाएंगे। इस साल आपकी अच्छी नौकरी मिल जाएगी और आप उस नौकरी में सेटल भी होते हुए दिखाई देंगे। इस समय आध्यात्मिक भावो से भरे रहेंगे। धर्म कर्म के कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी और नेक कार्यों से आप बहुत अधिक जुड़ेंगे। यानि समाज सेवा, मानव सेवा धर्म के कार्य लोगों की सहायता करने के कार्यों में आपको सफलता प्राप्त होगी। इससे आपके सामाजिक मान सम्मान में भी बढ़ोतरी होगी। मानसिक शांति भी बढ़ेगी। सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ेगा। अधूरे पड़े हुए जो भी कार्य हैं वो द्रुत गति से संपन्न हो जाएंगे। बहुत लंबे टाइम से जो काम आपके अधूरे चल रहे हैं, उन कार्यों में भी आपको बहुत अच्छी सफलता मिलेगी। शनि जैसे ही आपके भाग्य स्थान में आएंगे तो उसके बाद अगर आपकी विदेश यात्रा का सपना है तो वो भी पूरा हो जाएगा और बहुत अधिक आप विदेश यात्राएं करेंगे। यानि विदेशों से संबंधित अगर आपका काम ज्यादा है वहां जाने का अवसर आपको प्राप्त होगा तो शनि के रिजल्ट बहुत अच्छे रहेंगे।


अब शनि की दृष्टियों की बात करते हैं तो हमने आपको बताया कि शनि की दृष्टि अच्छी नहीं होती है। हर व्यक्ति जानता है तो जब शनि भाग्य स्थान में आएंगे तो शनि की तीसरी दृष्टि आपके लाभ भाव पर पड़ेगी और राहू पर पड़ेगी। फिर शनि की सप्तम दृष्टि आपके तृतीय स्थान यानि पराक्रम भाव पर पड़ेगी। और शनि की दशम दृष्टि आपके रोग भाव पर पड़ेगी और शनि की दृष्टि चूंकि अच्छी नहीं होती है तो लाभ के हिसाब से परिस्थितियां कभी कभी फ्लक्चुएट करती हुई दिखाई देगी। फ्लक्चुएशन आपको लाभ में देखने को मिलेगा और चूंकि राहू पर भी शनि की दृष्टि पड़ रही है, इसीलिए निवेश करते समय सावधानी रखनी है। चूंकि राहु आपके लाभ भाव में बैठे हैं तो राहू रिस्की कामों में आपको प्रेरित करेंगे कि आप जुआ, सट्टा, लॉटरी, ट्रेडिंग क्रिप्टो जैसी चीजों में इन्वेस्टमेंट करें। परंतु इस समय आपको जल्दबाजी नहीं दिखानी है क्योंकि जल्दबाजी में काम बिगड़ सकता है। शनि की दृष्टि तो आपको नुकसान दिला सकता है तो इन्वेस्टमेंट करें। शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट से बचें और सोच समझ कर निवेश करें। जल्दबाजी में कोई भी डिसीजन न लें। फिर शनि की सप्तम दृष्टि आपके पराक्रम भाव पर पड़ रही है जो कि आपके पराक्रम को थोडा सा विपरीत दिशा में ले जा सकती है। यानि आप सही मार्ग पर चलते चलते गलत मार्ग की तरफ प्रेरित होंगे। दिमाग सीधा चलते चलते उल्टे कार्यों की तरफ प्रेरित हो सकता है। इस समय भाई बहनों के साथ तकरार होना या पैतृक संपत्ति संबंधी कोई विवाद है तो वो उभर कर आना। ऐसी परिस्थितियां आपको देखने को मिल सकती है। थोडा सा इन परिस्थितियों में आपको संभलकर चलना है।

अपनी इच्छाओं का सम्मान करें। आपको जो अच्छा लगता है वो कार्य करें। राजनीति में आपके काम अटक सकते हैं या फिर कोई बड़ी फाइल है तो राजनीति के चक्कर के अंदर फंस सकती है। इसलिए ऐसी चीजों यानी राजनीति से भी आप जितना दूर रहेंगे या फिर संभल कर रहेंगे। उतना ही आपके लिए ठीक रहेगा। शनि की दशम दृष्टि आपके रोग भाव पर पड़ेगी। हालांकि षष्टम भाव इतना अच्छा नहीं है तो शनि की दृष्टि है तो वो उस भाव को थोड़ा ठीक करेगी। पर इस समय हड्डी से संबंधित प्रॉब्लम हो सकती है। मांसपेशियों से संबंधित कुछ समस्या हो सकती है। मसल्स पेन बढ़ सकता है। कोई भी भारी सामान उठाते समय सावधानी रखें। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। सर्जरी की संभावना है। रक्त विकार हो सकता है। रक्त ब्लड क्लॉट हो सकता है। ब्लड बहने की स्थितियां उत्पन्न हो सकती है तो ऐसी समस्याओं में आपको थोड़ा सा बच कर रहना हैं बाकी कोई बड़े बड़े रोग हैं। विकार हैं तो थोड़ा सा उन विकारों में तो आपको आराम मिलेगा। तो थोड़ा संभल कर रहें। आपके विरोधी जो तो आपको पता नहीं चलेगा कि आपके पीछे वो किस बात को लेकर आपके खिलाफ है और आपके आस पास आपके बीच के लोगों में से ही कोई वो शत्रु पैदा हो सकता है जो कि आपके काम से ईर्ष्या करता हुआ आपके काम में व्यवधान डालने का प्रयास करता हो, ऐसे शत्रुओं से भी सावधान रहना पड़ेगा। नाना नानी के स्वास्थ को लेकर थोड़ा सा सतर्क और सावधान आपको इस समय रहना पड़ेगा। तो थोड़ी सी सावधानी के साथ चलेंगे तो अच्छे परिणाम आपको जरूर मिलेंगे और हमने आपको बताया कि शनि कर्मफलदाता है। सच्चाई से आप आगे बढ़ते चले जाइये। अपने काम को इमानदारी से कीजिए। अपने कर्तव्यों और रिश्तों का पालन इमानदारी से कीजिए। शनि आपको बेस्ट रिजल्ट देंगे।

गुरु का राशि परिवर्तन


अब आते हैं हम गुरु पर। जो कि 21 अप्रैल को राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। और फिलहाल गुरु आपके कर्म भाव में विराजमान थे और कर्म भाव में गुरु के बेस्ट रिजल्ट आपको देखने को मिले थे। यहां पर वे हंस नामक महापुरुष योग 21 अप्रैल तक बनाने वाले हैं | पर 21 अप्रेल के बाद गुरू आपके लाभ भाव में जाकर बैठेंगे और गुरु जहाँ बैठते हैं तो उसकी स्थान हानि तो करते ही हैं। हालांकि केन्द्रीय स्थानों के लिए गुरू उपवाद हैं | केन्द्र में गुरू के रिजल्ट हमेशा अच्छे मिलते। पर लाभ भाव में जब गुरू बैठेंगे तब राहू के साथ भी चांडाल योग बनायेगे और ये चांडाल योग 30 अक्टूबर तक रहेगा। यानि छह महीने आपको यही स्थिति देखने को मिलेगी। गुरू लाभ भाव में बैठकर थोडा सा लाभ की स्थितियों को कभी कभी फ्लक्चुएट करेगें। कुछ डिसीजन गलत निकल गया। कई निवेश आपने किया और वो पैसा आपका अटक गया। ऐसी परिस्थितियां गुरु ला सकते हैं।


लव रिलेशनशिप


अब गुरू आपके केन्द्रीय स्थान हमने आपको पहले बताया कि चार केन्द्रीय स्थान में से दो ही स्वामी हैं तो गुरू आपके सप्तमेश भी है और आपके कर्मेश भी है। और गुरु जाकर बैठेंगे लाभ भाव में | सप्तम भाव का स्वामी अपने से पंचम जाकर बैठेगा। बहुत अच्छे रिजल्ट देगा। यानि जीवनसाथी के साथ माधुर्य बढ़ेगा। अविवाहित लोगों के विवाह के संबंध आपको मिलेंगे और आपको मनचाहा लाइफ पार्टनर भी मिल जाएगा।

इस साल आपको विवाह की परिणती में बंध जाएंगे। दाम्पत्य जीवन का भरपूर सुख प्राप्त करेंगे। वहीं इस समय लव रिलेशनशिप में जो वो भी अपने लव को विवाह में बदल सकते हैं यानि प्रेम संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ कर सकते हैं या फिर किसी को मन ही मन चाहते हैं तो उसे आप प्रपोज कर सकते हैं। वही यह समय मैनेजमेंट के फील्ड से जुड़े हुए लोगो को भी अच्छा फायदा देगा। शिक्षण व्यवसाय से संबंधित जो लोग काम कर रहे हैं उनके लिए भी यह समय बहुत ही अच्छा है। पर कर्म भाव का स्वामी अपने से एक घर आगे है तो भी बढ़िया रिजल्ट देगा। पर गुरु चूंकि राहू के साथ बैठ गए हैं | शनि की तीसरी दृष्टि गुरु और राहु पर पड़ गई तो ये जो अच्छी हो सकती थी वो थोड़ी सी कम आपके लिए रहेगी। बैटर होकर रह जाएगी। क्योंकि गुरु अपने से अगर आगे जाकर बैठेंगे तो रिजल्ट तो अच्छे देगें पर गुरु के इतने अच्छे रिजल्ट नहीं मिलेंगे जैसे आप उम्मीद करते हैं। तो इस समय आपको थोडा सा गुरु राहु का जो चांडाल योग है। तो कठिनाइयाँ आएंगी पर आपको मजबूत रहना है। अपने इरादों को मजबूत रखना है। अपने कॉन्फिडेंस लेवल को बनाये रखना है। कही पर भी आपको डरना या भ्रमित नहीं होना है क्यूंकि राहु साथ में है जो डराएंगे | भ्रमित करेंगे। कभी कभी आपको नर्वसनेस भी फील होगी कभी आप ओर कॉन्फिडेंट हो जायेंगे। कभी कभी ऐसा लगेगा की सब कहेंगे आपको यहाँ नहीं जाना हैं पर आप उसी मार्ग पर चलेंगे | क्योंकि आपको लगता है कि वो मार्ग आपके लिए ठीक है पर बाद में आपको पछताना पड़ सकता है। ऐसी परिस्थितियां भी उत्पन्न हो सकती है इसलिए थोडा सा केयरफुल होकर आगे बढ़ें।


अब गुरु की दृष्टियाँ बहुत ही अच्छी होती हैं। तो गुरु की पंचम दृस्टि आपके पराक्रम भाव पर पड़ेगी। गुरु की सप्तम दृष्टि आपके पंचम भाव पर पड़ेगी और गुरु की नवम दृष्टि आपके सप्तम भाव पर यानी गुरु के खुद के स्थान पर पड़ेगी। और ये प्रक्रिया बहुत ही अच्छे रिजल्ट देगी। आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। इसमें पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद तो होंगे परंतु उसका निपटारा भी उतना ही जल्दी हो जाएगा। क्यों? क्योंकि शनि की दृष्टि तो पड़ रही है जो इन विवादों को खड़ा करेगी। पर गुरु की दृष्टि इसको बैलेंस कर रही है। तो ऐसी कठिनाइयां तो आएंगी पर उनके हल भी आपको जल्दी ही मिल जाएंगे। कठिनाइयां बड़ी नहीं होंगी जो आपको परेशान करते हैं, उसके हल आपको नहीं मिल सके। ऐसी परिस्थिति नहीं आएगी।


कैरियर


अब गुरु चूंकि पंचम भाव पर दृष्टि डालेंगे तो विद्यार्थी वर्ग को शिक्षा में उत्तम परिणामों की प्राप्ति होगी। जो युवा अपने करियर के लिए कुछ विशेष शिक्षा विशेष डिग्री लेना चाहते हैं, उनके व उनके सपने इस समय पूर्ण होंगे। ये साल आपको विशेष डिग्री और विशेष योग्यता प्रदान करेगा। वहीं ज्ञान प्रदाता ग्रह हैं तो साहित्य कला, आध्यात्म इससे आपको गुरु जोड़ेंगे और ऐसे कार्यों में आपका मन लगेगा और ऐसे कार्यों में आप प्रसिद्धि भी प्राप्त करेंगे। चूंकि गुरु की दृष्टि सप्तम भाव पर पड़ेगी तो आपके विवाह में आ रही बाधाएं दूर गुरु जरूर करेंगे। यानि आपके मन में विवाह की इच्छा है। आपको अच्छा लाइफ पार्टनर मिल नहीं पा रहा। कठिनाइयां तो रही है पर अंततः आपके प्रयास रंग लाएंगे और वैवाहिक जीवन का भरपूर आनंद लेंगे। ईवन संतान की तरफ से भी आपको शुभ समाचार प्राप्त होंगे। संतान भी आपको गौरवान्वित महसूस करवाएगी। व्यापार तो आप अच्छा करेंगे। आपके व्यापार में एक अच्छी उन्नति के रास्ते तय कर देगी। आपके व्यापार में आप कोई नयी ब्रांच खोलना चाहते हैं यानि अपने व्यापार का विस्तार करना चाहते हैं तो इस साल आप अपने व्यापार को विस्तार रूप प्रदान कर पाएंगे। थोड़ा अटक कर ही सही थोड़ी कठिनाइयों के साथ ही सही पर आपके काम बनेंगे जरुर।


राहू का राशि परिवर्तन


अब आ जाते हैं 30 अक्टूबर पर | क्योंकि 30 अक्टूबर को बहुत बड़े ग्रहों के ये जो चांडाल योग बन रहा है इससे आपको मुक्ति मिल जाएगी। राहू का राशि परिवर्तन होने जा रहा है हालाँकि राहू एक छाया ग्रह है परन्तु इसका प्रभाव हमारे जीवन पर बहुत गहरा पड़ता है। राहु अब तक इलेवंथ हाउस में बैठकर आपको बहुत अच्छे रिजल्ट दे रहे थे। 30 अक्टूबर तक का समय आपके लिए बहुत ही अच्छा था। राहु के रिजल्ट के हिसाब से। यानि अगर आप किसी भी रिस्की काम में हाथ डाल रहे थे तो उसमें आपको सफलता जरूर मिल रही थी। आकस्मिक कार्य आपके संपन्न हो रहे थे। आकस्मिक धनलाभ की परिस्थितियां उत्पन्न हो रही थी। कोई काम अपने दिमाग में सोचा मुझे ये करना आपने वो किया और फटाफट से उसमें फायदा आपको पहुँच गया। ऐसी परिस्थितियां राहू दिलवा रहे थे। पर 30 अक्टूबर को राहू आपके कर्म भाव में आ जाएंगे। और कर्म भाव में राहु के रिजल्ट इतने अच्छे नहीं और आपके काम को डिस्टर्ब करेंगे। यानि किसी न किसी प्रकार से आपको भ्रमित करने का प्रयास करेंगे। और हमने आपको जैसा ही बताया कि राहु डराता है, थोड़ा सा भ्रमित करता है, कन्फ्यूज करता है, अंडर कॉन्फिडेंट बनाता है। कभी कभी ओवर कॉन्फिडेंट भी बना देता है। तो ऐसे मिक्स रिजल्ट आपको देखने को मिलेंगे। गलत सपने आना। एक सब कॉन्शियस माइंड में चीजें चलते रहना शांति नहीं, ऐसी परिस्थिति जरूर होगी पर एक फायदा आपको जरूर होगा। राहु टेंथ हाउस में बैठकर मुकदमों में विजय जरूर प्रदान करते हैं। पर यदि आपके खिलाफ कोई कार्रवाई ओर या कोई झूठे आरोप लगे हैं। कोई कोर्ट केस चल रहा है और उसका फैसले का इंतजार आप बहुत लंबे टाइम से कर रहे हैं तो अब उसका फैसला आपके पक्ष में जाएगा। तो ये रिजल्ट बहुत ही अच्छे और बेस्ट आपको देखने को मिलेंगे। तो राहू कहीं न कहीं आपको अच्छे और बुरे दोनों वक्त के परिणाम आपको प्रदान करेगा। तो ये साल का मोटा मोटा मिथुन राशि वालो का ये प्रेडिक्शन है कि ये वर्ष 2023 आपके लिए कैसा रहेगा और ग्रहों की स्थिति के अनुसार मिथुन राशि वालो के लिए वर्ष 2023 बहुत ही अच्छा और उत्तम परिणामों से भरा रहेगा। पर अब ये जो हमने आपको साल का ये राशिफल दिया है। इसके हिसाब से आपको कुछ उपाय भी करने चाहिए जो कि इस साल को और भी अधिक सफलता दायक बना सकें।

वर्ष 2023 के कुछ विशेष उपाय जो आपको जरूर करने चाहिए

  • चांडाल योग का निवारण करने के लिए किसी अच्छे पंडित से आप विधिविधान से इस योग का निवारण जरूर करवाएं। पूजा करवाएं |
  • वहीं अपने पूजा कक्ष में गुरु राहु चांडाल योग निवारण यंत्र को स्थापित करें और इसके नित्य दर्शन करें।
  • गुरु के और राहु के मंत्रों का जाप करें। गुरु के मंत्र का जाप आपको प्रातः काल में करना और राहु के मंत्र का जाप आपको सूर्यास्त के बाद करना है।
  • कुत्ते को तेल से चुपड़ी हुई रोटी जरूर खिलाएं। तेल ज्यादा न लगाएं और कडवे तेल का अगर आप उपयोग करें यानी सरसों का तेल हो तो वो ज्यादा बेटर है।
  • इसके अलावा आपको पशु पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था करनी चाहिए।
  • कीड़ी नगरा सींचना चाहिए यानी चीटियों को आटा और शक्कर मिलाकर जरूर खिलानी चाहिए।
  • आपके राशि स्वामी बुध हैं। इसीलिए गणेश जी की पूजा आराधना जरूर करें।
  • गणेश अथर्व का रोजाना आपको पाठ करना चाहिए। ये आपके लग्नेश को भी स्ट्रॉन्ग करेगा। सुखों में वृद्धि करेगा और राहू के दोषों को भी दूर करेगा।
  • शनि के दान तो आपको करने ही है क्योंकि शनि की दृष्टि अच्छी नहीं होती तो शनि के दान आपके लिए सर्वथा लाभकारी रहेगा।
  • प्रत्येक शनिवार जो सफाईकर्मी होते हैं आपके द्वार पर कोई व्यक्ति माँगने के लिए आ गया है तो उसे आप खाली हाथ न जाने दें। उनकी सहायता जरूर करें। उनको किसी न किसी प्रकार से प्रसन्न करें। खाना खिलाएं उनको वस्त्र दें या फिर उनको पैसों से मदद करें। किसी न किसी प्रकार से उनकी सहायता जरूर करें।
  • अपने दैनिक दिनचर्या से समय निकालकर अपने घर के आस पास के स्थानों की सार्वजनिक स्थानों की सफाई करें। मंदिर के सफाई का जिम्मा जरूर लें और खासकर शनिदेव के मंदिर की सफाई शनिवार के दिन जरूर करें।
  • गणेशजी पर दूर्वा जरूर चढ़ाएं।
  • बुधवार के दिन गणेशजी को मोदक जरूर चढ़ाएं। गणेश रुद्राक्ष अगर हो सके तो आप अपने गले में जरूर धारण करें।

Note: Daily, Weekly, Monthly, and Annual Horoscope is being provided by Pandit N.M.Shrimali Ji, almost free. To know daily, weekly, monthly and annual horoscopes and end your problems related to your life click on (Kundali Vishleshan) (Kundali Making) (Kundali Milan) or contact Pandit NM Srimali  WhatsApp No. 9929391753, E-Mail- [email protected]

Contact : +918955658362 | Email: [email protected] | Click below on Book Now
Subscribe on YouTube – Nidhi Shrimali

Back to list