कर्क राशिफल 2023
सबके लिए हो मंगलमय नववर्ष का एक एक पल,
भविष्य स्वर्णिम और सुखद हो सबके लिए हो उज्जवल।
आप सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। आज हम आपके सामने लेकर आए हैं। वर्ष 2023 का कर्क राशि वालो का वार्षिक राशिफल। सबसे पहले तो कर्क राशि के स्वामी होते हैं। चंद्रमा और चंद्रमा जिसकी राशि स्वामी हैं वो व्यक्ति बहुत आकर्षक व्यक्तित्व का धनी होता है। बहुत दयालु स्वभाव का होता है। दूसरों की सहायता करने के लिए तत्पर रहता है। बहुत शौकीन मिजाज होता है। पूर्ण लाइफ जिसे कह सकते हैं कि जीवन जीना उस व्यक्ति को आता है अपने जीवन का प्रत्येक क्षण का वो आनंद उठाना चाहता है। महफिल की जान होता है और कई कलाओं में निपुण भी ऐसे लोग जाने जाते हैं। कोई भी बड़ा नेता या अभिनेता या कोई भी बड़ा कलाकार हो तो उसका चंद्रमा निश्चित रूप से बहुत ही अच्छी पोजीशन में कुंडली में बैठा होगा तो वो व्यक्ति बहुत अच्छी कला से परिपूर्ण होगा। अब चंद्रमा वृषभ राशि में उच्च के और वृश्चिक राशि में नीच के प्रभाव दिखाते है। चंद्रमा कर्क राशि के स्वामी ग्रह हैं और चंद्रमा हर ढाई दिन में अपनी चाल बदलते हैं। यानी चंद्रमा बहुत तेजी से गति के साथ में आगे बढ़ते हैं | इस वर्ष के प्रारंभ में ही 17 जनवरी को शनि राशि परिवर्तन करेंगे और उसके साथ कर्क राशि वालो को शनि की ढैय्या लग जाएगी। कर्क के साथ में वृश्चिक राशि भी शनि की ढैय्या का शिकार होंगे और वहीं मकर, कुंभ और मीन राशि वालो को शनि की साढ़ेसाती लगेगी। अब सीधा आ जाते हैं 17 जनवरी की कुण्डली पर। चूंकि तीन बड़े ग्रह जो हमारे जीवन को बहुत अधिक प्रभावित करते हैं जिनका प्रभाव हमारे जीवन पर बहुत अधिक और गहरा देखने को मिलता है क्योंकि वे कुण्डली में सबसे धीमी गति से चाल चलते हैं। वे हैं शनि, राहू और गुरू, राहु, करीबन 18 माह गुरु करीबन एक वर्ष और शनि करीबन ढ़ाई साल एक ही भाव में विराजमान होते हैं। एक ही स्थान में विराजमान होते हैं।
शनि का राशि परिवर्तन
17 जनवरी को साल का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन होने जा रहा हैं इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी क्योंकि सबसे धीमी चाल में शनि चलते और सबसे लंबे समय तक एक राशि में रहते हैं तो 17 जनवरी को शनि राशि परिवर्तन कर हैं। वर्तमान में शनि वक्री हुए। मकर राशि जो उनकी खुद की राशि है उसमें विराजमान हैं और अगर कर्क राशि की बात करें, तो वे आपके सप्तम भाव में जाकर विराजमान होने वक्री अवस्था में बैठे हैं और 17 जनवरी को शनि मकर से कुंभ राशि जो कि उनके मूल त्रिकोण की राशि है, उसमें प्रवेश करेंगे और आपके अष्टम भाव में जाकर स्वग्रही होकर विराजमान होंगे। वैसे भी अष्टम भाव का कारक ग्रह शनि माना जाता है और अपने ही घर में शनि स्वगृही होकर बैठा है। बहुत बढ़िया स्थिति अष्टम भाव के हिसाब से आप सभी को देखने को मिलेगी। ये वर्ष का प्रारंभ भी आपके लिए बहुत अच्छा है |
जो लाइफ मिस मैनेज्ड से गुजर रही थी। यानि काम छोटे छोटे बिगड़ रहे कामों में छोटी छोटी अटकाव की स्थिति आपको परेशान कर रही थी। कई बार आप अपने कामो को मैनेज नहीं कर पा रहे थे तो अब बहुत सही ढंग से व्यवस्थित ढ़ंग से आप अपने कार्यों को कर पाएंगे। इस समय आपकी यात्रा अधिक संपन्न होगी परंतु वो यात्रा आपके लिए सुखद और मंगलमय रहेगी। अचानक धनलाभ के योग भी इस वर्ष आपको भरपूर देखने को मिलेंगे। गुप्त शत्रु जो कि आपके मित्र हो सकते हैं, रिश्तेदार हो सकते हैं या पड़ोसी हो सकते हैं या आपके सर्कल में कोई भी हो सकता है। प्रोफेशनल लाइफ में आपके सहकर्मी भी हो सकते हैं। ऐसे शत्रु ईर्ष्यावश जो भी कार्य आपके खिलाफ करने का प्रयास करेंगे वे अपने ही संयंत्र में फंस जायेंगे और आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे। यदि आप अपनी मेहनत से और अपनी मेहनत और लगन से अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे। हर कार्य आपके लिए इस समय सरल हो जाएगा। खुद खड़े रहकर जितना आप अपने कार्यों को करेंगे जितनी मेहनत करेंगे शनि उतने ही अच्छे परिणाम आपको देते हुए दिखाई देंगे।
अब शनि चूंकि सप्तमेश भी है अपने से एक घर आगे जाकर बैठा है तो सप्तम भाव के हिसाब से भी बहुत अच्छा साल ये आपको देखने को मिलेगा। लाइफ पार्टनर के साथ में ट्यूनिंग बहुत अच्छी रहेगी। हालाँकि 17 जनवरी को जब शनि राशि परिवर्तन करेगा उस समय शुक्र सप्तम भाव में बैठेगी। यानि जनवरी का जो माह उसमें आपको थोड़ी सी सावधानी रखनी है क्योंकि शुक्र सप्तम भाव में कारको भावनाओं की पोजीशन लेकर आते हैं तो थोड़ा सा आपको संभलकर रहना है। दोनों के बीच में जो दाम्पत्य जीवन में मिसअंडरस्टैंडिंग और छोटी छोटी बातों को लेकर झगड़ा हो तो एक को समझदारी रखते हुए बहुत शांति से अपने मुद्दों को सुलझाने का प्रयास करना है। इससे बात बिगड़ेगी नहीं। वैसे पूरा वर्ष पर्यंत आपके दाम्पत्य सुखों में वृद्धि होगी। अगर आप किराणे से सम्बंधित कोई व्यवसाय करते हैं या व्यापार करते आपकी कोई दुकान है, मेगा मार्ट है या फिर आप एग्रीकल्चर से जुड़े हुए यानि खेती बाड़ी का काम करते हैं सब्जियों को उगाने का। सब्जी फल फ्रूट से संबंधित काम करते हैं तो शनि आपके लिए बहुत अच्छी और लाभदायक परिस्थितियां इस वर्ष लेकर आएंगे। अब शनि की दृष्टियों की भी बात करनी आवश्यक है क्योंकि शनि की दृष्टियां अच्छी नहीं मानी जाती। अब तक शनि की वक्र दृष्टि आपके भाग्य स्थान पर पड़ रही थी। इसके अलावा आपके शनि की सप्तम दृष्टि आपके लग्न पर पड़ रही थी और दशम दृष्टि आपके सुख स्थान पर पड़ रही थी और ये वक्र दृष्टि का शिकार आप होने से कई कई कठिनाइयां सामने आएगी , भाग्य रूठा हुआ है। पर्सनैलिटी में आप किसी को अपनी बात सही ढंग से कहना चाहता हैं पर उसे आपकी बातें विपरीत लगती है या फिर आपके बनते बनते काम अटक रहे हैं। कामों में दिक्कतें आ रही हैं। सुखों में कमी आ रही है। अचानक खर्चे आ रहे ऐसी परिस्थितियां अब तक आपकी लाइफ में बनी हुई थीं, पर नववर्ष की शुरुआत में यानि 17 जनवरी को आपकी ये समस्याएं खत्म हो जाएगी। पर शनि की दृष्टि तो फिर भी पड़ेगी।
शनि की तीसरी दृष्टि आपके इस समय कर्मभाव पर पड़ेगी। शनि की सप्तम दृष्टि आपके द्वितीय भाव पर पड़ेगी और शनि की दशम दृष्टि आपके पंचम भाव पर पड़ती हुई दिखाई देगी और ये समय इन दृष्टियों से संबंधित आपको बहुत ज्यादा केयरफुल होकर चलने का रहेगा। तीसरी दृष्टि दशम भाव के साथ साथ राहू पर भी पड़ रही है तो इस साल 30 अक्टूबर तक जब तक राहू चेंज नहीं होते हैं तब तक शनि की दृष्टि का शिकार राहू होते रहेंगे और इससे भ्रम की स्थितियां कन्फ्यूजन की स्थिति काम में डिसीजन गलत ले लेना एक डर काम करने पर कॉन्फिडेंस नहीं है। अंदर आपको एक भय है कि आप काम पूरा कर पाएंगे या नहीं। आपका टारगेट पूरा होगा या नहीं। आपके बॉस ने जो आपको काम दिया है वो सही समय पर पूरा होगा या नहीं। ये हर समय आपके दिमाग में चलता रहेगा और जब हम टेंशन में कोई भी काम करते हैं तो उस काम में कुछ न कुछ गड़बड़ी जरूर होती है। इसीलिए अपने आत्म विश्वास को बनाये रखना है। बिल्कुल भी आपको नर्वस नहीं होना है और अपने काम को मैनेज कर के छोटे छोटे टुकड़ों में बांटकर काम करें। एक काम को कंप्लीट करें। उसके बाद दूसरे काम पर आगे बढ़ें तो चाहे वो नौकरी हो या आपका व्यवसाय हो। किसी भी प्रकार की समस्या आपको नहीं देखने को मिलेगी।
शनि की सप्तम दृष्टि आपके द्वितीय स्थान पर पड़ रही है जो कि कुटुम्ब से संबंधों को थोड़ा सा बिगाड़ सकती है। यानि किसी रिश्तेदार से अगर आपके मनमुटाव हैं तो थोड़ा सा आपको संभल कर रहने की आवश्यकता है। आपकी बातें वो और ज्यादा अधर्मी बनेगी और इससे रिश्ते और अधिक बिगड़ सकते हैं और कुटुम्ब में भी बदनामी होने की संभावना है। इसीलिए थोड़ा सा कुटुम्ब के मामले में आपको संभलकर रहना पड़ेगा। क्रोध में रखा धनलाभ भी थोड़ा सा वेट करता हुआ दिखाई देगा। वाणी पर संयम और क्रोध पर नियंत्रण इन दो सूत्रों को आपको इस समय यानि इस साल आपको अपने जीवन में अपनाना ही पड़ेगा। फिर शनि की दशम दृष्टि आपके फिफ्थ हाउस पर पड़ रही है जोकि आपके कार्य के लिए अच्छी नहीं है। छात्रों को ये थोडा सा डिस्ट्रक्ट करेगी, थोडा सा भ्रमित करेगी या फिर इस समय आप मेहनत करेंगे और एग्जाम के टाइम में चीजें भूल जाएंगे। क्या लिखना है नर्वसनेस की वजह से तो ऐसी परिस्थितियां छात्रों को भी देखने को मिल सकती है। संतान से सम्बंधित कोई समस्या उत्पन्न हो सकती है। कुछ दैनिक कार्य डिस्टर्ब हो सकते हैं। करियर में थोड़ा सा आपको अधिक मेहनत की आवश्यकता पड़ सकती है। पर ये परिस्थितियां आपके लिए नियंत्रण करने वाली है। अगर आप अपने स्वभाव को थोडा सा नियंत्रित करके अपने कॉन्फिडेंस को बना के आप आगे बढ़ेंगे। धैर्य से शांति से अपने मुद्दों को सुलझाएंगे तो किसी भी प्रकार की समस्या का सामना आपको नहीं करना पड़ेगा क्योंकि ये समस्या इतनी बड़ी नहीं है कि इसे आप सॉल्व ना कर सकें।
गुरु का राशि परिवर्तन
अब आते हैं दूसरे ग्रह के राशि परिवर्तन पर। अब 21 अप्रेल पर आते हैं क्योंकि 21 अप्रैल को गुरू जो कि बहुत एक साल करीबन एक राशि में रहते हैं तो गुरु का राशि परिवर्तन 21 अप्रैल को होने जा रहा है। वर्ष 2023 में गुरू आपके कर्मभाव में आकर बैठ जाएंगे और 21 अप्रैल को जब गुरु आपके कर्म भाव में आएंगे, अब तक के भाग्य स्थान में स्वग्रही हुए बैठे थे। अपने ही घर में थे। इसीलिए अच्छे रिजल्ट देने थे। वैसे गुरू जिस पर बैठते हैं उसकी स्थान हानि नहीं करते , खुद के घर में कौन व्यक्ति अपने घर का बुरा चाहेगा तो गुरु की ये प्रवर्ती केन्द्र हैं की अगर टेंथ में बैठे हो तो उसके रिजल्ट सबसे अच्छे गुरु के देखने को मिलते है। वैसे भी गुरु का ही कारक स्थान माना जाता है। पर यहाँ सिचुएशन थोड़ी सी मिक्स रिजल्ट दे रही है। गुरु के साथ राहू आकर बैठेंगे जो की चांडाल योग और चांडाल योग का निर्माण करेंगे और शनि की तीसरी दृष्टि राहु के साथ साथ गुरु पर भी पड़ना प्रारम्भ हो जाएगी। तो ये परिस्थितियां जो कि गुरु के बेहतरीन परिणामो को आपको दिलवा सकती है कही न कही उन परिणामो को दबा सकती है तो अपने को कर्म प्रधान बनाये बाकि भी उन्ही का साथ देता है। जो व्यक्ति कर्म करता है इसीलिए कर्म में किसी भी प्रकार की कमी आपको नहीं रखनी है। कॉन्फिडेंस लेवल आपका जितना उच्च होगा आप अपने कार्यों को उतने ही सटीक और व्यवस्थित ढंग से सफलतादायक पूर्ण कर पाएंगे तो आपको कॉन्फिडेंस के साथ आगे बढ़ना है। वैसे मैनेजमेंट के फील्ड से जुड़े हुए लोगो को इस समय फायदा होगा पर पिता के स्वास्थ को लेकर कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती। ये जो चांडाल योग बन रहा है ये पिता के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है तो अपने पिता के हेल्थ का विशेष रूप से आपको इस वर्ष ध्यान रखना पड़ेगा। वैसे छोटे छोटे काम आपको व्यवस्थित ढंग से करते चले जाएंगे तो आपके काम बहुत अच्छे और सिस्टमैटिक ढंग से पूरे भी होते हुए दिखाई देंगे। राहू टेंथ हाउस में काम में दिक्कतें परेशानियां थोडा सा डिस्ट्रक्शन लेकर आता है पर एक राहू बहुत अच्छा काम करते हैं। अगर टेंथ हाउस में हों तो कोर्ट कचहरी मुकदमों में राहू विजय दिलवाता है तो यदि इस समय आप पर कोई झूठे आरोप लगे हैं, कोई लीगल कार्रवाई चल रही है। कोई कोर्ट के मुकदमे चल रहे हैं तो राहू के बेस्ट रिजल्ट आपको इस समय देखने को मिलेंगे। गुरु आपके षस्टम भाव के स्वामी है और गुरु आपके भाग्य स्थान के स्वामी है तो भाग्य स्थान का स्वामी अपने से एक घर आगे बैठा है। वो भाग्य वृद्धि करेगा। धर्म कर्म के कार्यों से आपको जुड़ पायेगा। नैतिकता से आपको जोड़ पाएगा नैतिक मूल्यों को आप इस समय पहचानेंगे समाज सेवा जैसे कार्यों से आपको इस समय जुड़ते हुए दिखाई देंगे। इस समय थोडा सा आपको अपने स्वास्थ का भी ध्यान रखना पड़ेगा क्यूंकि थोडा सा वजन बढ़ सकता है वेट बढे नहीं। इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें। बाकि गुरू चूंकि आपके रोग भाव के स्वामी हैं, अपने पंचम जाकर बैठे हैं तो श्वास संबंधी कोई दूसरी समस्या जैसे सर्दी जुखाम हो गया। पेट से सम्बंधित प्रॉब्लम होगी। थायरॉयड रोग या बीपी, शुगर जैसी प्रॉब्लम होगी तो इन प्रॉब्लम्स में आपको बहुत अच्छा रिलीफ मिलेगा। पर आपको नियमित रूप से योगा, मैडिटेशन, प्राणायाम इन सब चीजों को अपने जीवन में जरुर उतारना है। कर्ज से मुक्ति आपको मिल ही जाएगी और शत्रु आपके खिलाफ कितना भी प्रयास कर ले वो आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे। तो इन तीनों क्षेत्रों में आप अच्छी सफलता प्राप्त करते हुए उन्नति के रास्ते तय करेंगे।
अब चूंकि गुरु की दृष्टियाँ बहुत ही शुभ और अच्छी मानी गयी है तो गुरु की पंचम दृष्टि आपके द्वितीय भाव पर पड़ेगी जो कि शनि की दृष्टि को बैलेंस करती हुई दिखाई देगी। इस समय कुटुम्ब में मतभेद, तकरार, रिश्तेदारों से थोड़ी सी ट्यूनिंग बिगड़ सकती है। परन्तु आप जल्दी ही समय की परिस्थिति को भांप लेगें और अपनी परिस्थितियों पर नियंत्रण प्राप्त कर लेंगे। यानि समस्याओं को बढने नहीं देंगे। अब गुरू की सप्तम दृष्टि आपके सुख स्थान पर पड़ेगी जो की आपके सुखों में वृद्धि करेगी। इस समय आपके भूमि भवन, वाहन जैसे अगर कोई भी सपने में कोई भी सुख है तो वो बढ़ते हुए दिखाई देंगे। घर के रिनोवेशन का सपना है तो वो पूरा हो जाएगा। अगर आप कोई प्रॉपर्टी क्रय विक्रय करने में परेशान हो रहे हैं या फिर वो हो नहीं रही है तो अब वो सपना भी आपका पूरा होता हुआ दिखाई देगा। लग्जीरियस वाहन की खरीदारी भी आपकी इस समय संभव है। वहीं मां के साथ सम्बन्ध और अधिक प्रगाढ़ होंगे और उनसे आपको फाइनैंशली भी सपोर्ट मिलता हुआ दिखाई देगा।
अब गुरू की नवम दृष्टि की अगर बात करें तो हमने जैसा कि आपको बताया कि अपने ही घर यानि रोग भाव पर गुरु की दृष्टि पड़ रही है तो रोगों में स्वास्थ लाभ आपको जरुर प्राप्त होता हुआ दिखाई देगा तो और गुरू के रिजल्ट आपको बहुत ही अच्छे इस साल देखने को मिलेंगे। हालांकि हमने आपको पहले बता दिया शनि की तीसरी दृष्टि और राहु के साथ जो चांडाल योग बन रहा है उसके प्रति आपको थोड़ा सा जागरुक और सावधान रहना है। यानि सावधानी से अपने कार्यों को करें। जल्दबाजी में अपने कार्यों को करने का प्रयास न करें। अब 30 अक्टूबर को आप रिलैक्स हो जायेंगे। कैसे रिलैक्स होंगे? गुरु राहु का चांडाल योग खत्म हो जाएगा तो गुरू के और भी बेहतर रिजल्ट आपको इस साल देखने को मिलेंगे। पर राहू जो कि अबतक आपके कर्म भाव में जाकर विराजमान थे। अब वे आपके भाग्य स्थान में आ जाएंगे और भाग्य को प्रभावित करेंगे। इस समय आपने अगर कोई पैसा कई रिस्की कामों में अटका रखा है जैसे लॉटरी में आपने पैसा डाल रखा है या शेयर मार्केट में डाल कर ट्रेडिंग जैसा कोई काम करते हैं या फिर क्रिप्टो में अगर आपने पैसा इन्वेस्ट कर रखा है या फिर ऐसे ही कोई और रिस्की काम में अगर आपने इन्वेस्टमेंट कर रखा है तो उसमें बहुत सावधानी से निवेश करें और वो इन्वेस्टमेंट करें तो उसमें नुकसान हो सकता है क्योंकि राहु या भाग्य में बैठकर भाग्य को शेयर जरूर करेगा। कहीं न कहीं वो आपको भ्रमित करते हुए आपको नुकसान की स्थितियां दिलवा सकता है। काम अधूरे पड़ सकते हैं। इसीलिए एक काम को पूरा करके ही दूसरे काम की तरफ आपको आगे बढ़ना चाहिए।
ये हमने आपको पहले भी बताया कि कर्मप्रधान आपको बनना पड़ेगा और एक डिवोशन काम में जो कम है उसे आपको बढ़ाना पड़ेगा। इस साल अगर आप अपने डिवोशन को बढ़ाते हैं तो बेहतरीन परिणाम आप जरूर पाएंगे। जो हायर एजुकेशन से जुड़े वे छात्र हैं उनको थोड़ा सा शिक्षा में कुछ बाधाएं या भटकाव की स्थितियां जरूर देखने को मिल सकती है तो थोड़ा सा इस मामले में भी आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है। वैसे ओवरऑल ये जो पूरा साल है आपके लिए बहुत अच्छा और मंगलकारी रहने वाला है।
वर्ष 2023 के कुछ विशेष उपाय जो आपको करने चाहिए
- सोने से पहले सूर्यास्त के बाद आप राहू के जाप जरुर करें। राहु के जाप भी बड़े विधिविधान से करने चाहिए। मतलब उसमें ऐसा आप आसन लगाकर बैठे शनि की माला से करें। राहू यंत्र सामने होना चाहिए तभी ये जाप आपके लिए ज्यादा प्रभावशाली रहेंगे |
- राहू के दान आपको जरूर करने चाहिए। नंदी आपको कहीं दिखे बैल जिसे हम कहते हैं |
- चतुर्थी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या के दिन आपको सप्त धान पकाकर राहु के शांति के लिए बैल को नंदी को जरूर खिलाने चाहिए।
- इसके अलावा आप पशु पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था जरुर करें।
- आपके घर के आसपास कोई तालाब या सरोवर हो। तो अगर आप रोजाना जा सकें तो बहुत अच्छी बात है।
- मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर आप जरुर खिलाएं और अगर आप रोजाना ये काम नहीं कर सकें तो अमावस्या के दिन ये कार्य जरूर करें।
- इसके अलावा आप एक शनि का छल्ला पहन सकते हैं। शनि वार के दिन आप शनि भगवान के मंदिर जाएं और शनि भगवान को तेल चढ़ाएं। सरसों का तिल्ली का तेल और उसमें काले तिल में हो तो वो ज्यादा बेटर है।
- शनि भगवान के मंदिर में सरसों के तेल का दीपक भी आप जला कर आ सकते हैं तो ये शनि के उपाय जो आपको जरुर करने चाहिए और इससे शनि का प्रकोप आपके जीवन पर कम होगा।
- आपके राशि स्वामी हैं चंद्रमा तो जितना ज्यादा आपको सिल्वर का उपयोग करेंगे यानि चांदी का उपयोग चाहे आप अपने पर्स में कोई चांदी का सिक्का रखें या फिर चांदी का कड़ा अपने हाथ में धारण करें या फिर आपके घर में कोई चांदी के बर्तन हो तो कोशिश करें कि उसी चांदी की थाली हो तो उसी में खाएं या चंद्र देवता को।
- आपको चांदी के गिलास में कच्चा दूध और जल मिलाकर उनको अर्घ्य देना चाहिए तो ये चंद्र देव के बहुत अच्छे उपाय ये आपके चंद्रमा को बहुत ही अच्छा और स्ट्रांग बनाएगा।
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