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1 to 14 Mukhi Shiv Shakti Mala with Gauri Shankar and Ganesh Rudraksha | By Astrologer Nidhi Ji Shrimali

1 से 14 मुखी शिव शक्ति माला


शिव तथा रुद्राक्ष का आपस में गहरा सम्बन्ध है। रुद्राक्ष को स्वयं भगवान शिव का साक्षात् रूप माना जाता है। रुद्रा का अर्थ ही शिव है, शिव ऐसे देवता है जो अपने भक्तों से शीघ्र ही प्रसन्न होते है। एक पंक्ति रुद्राक्ष को एक मुखी रुद्राक्ष कहा जाता है, इस रुद्राक्ष को शिव रूप माना जाता है। एक से चौदह मुखी रुद्राक्ष भी अलग-अलग फल देता है। एक मुखी से लेकर चौदह मुखी रुद्राक्ष तक की रोचक बातें | 1 to 14 Mukhi Shiv Shakti Mala 

रुद्राक्ष के लाभ

धरती पर भगवान शिव तो स्वयं मौजूद नहीं हैं लेकिन वे रुद्राक्ष के रूप में अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। मान्यता है कि रुद्राक्ष एक रक्षा कवच के रूप में कार्य करता है जो आपको हर मुसीबत से बचाए रखता है। रुद्राक्ष धारण करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। 1 to 14 Mukhi Shiv Shakti Mala 

1 से 14 मुखी रुद्राक्ष माला

एक मुखी रुद्राक्ष – यह साक्षात् शिव का रूप है, पापों का नाश करने तथा भय, चिंता, से मुक्ति दिलाने के लिए ही इस रुद्राक्ष को धारण किया जाता है, इस रुद्राक्ष को धारण करने के पश्चात सूर्य देव तथा शिव भगवान् का आशीर्वाद प्राप्त होता है, सिंह राशि के जातकों के लिए यह रुद्राक्ष बहुत लाभकारी होता है। 1 to 14 Mukhi Shiv Shakti Mala 

दो मुखी रुद्राक्ष – यह साक्षात् अर्ध्यनारीश्वर का रूप है, स्री रोग, किडनी तथा आँख से सम्बंधित रोगों से मुक्ति पाने के लिए यह रुद्राक्ष धारण किया जाता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने के पश्चात चन्द्र देव प्रसन्न होते है, यह रुद्राक्ष कर्क राशि के जातकों के लिए लाभकारी होता है।

तीन मुखी रुद्राक्ष – यह अग्नि देव का ही रूप है, इसे धारण करने से वास्तुदोष समाप्त होता है तथा साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। इसका सम्बन्ध मंगल ग्रह से होता है तथा मेष और वृश्चिक राशि के लोगों के लिए लाभकारी होता है। 1 to 14 Mukhi Shiv Shakti Mala 

चार मुखी रुद्राक्ष – यह ब्रह्म देव का ही रूप है, इसे धारण करने से गले से सम्बंधित रोग, कुष्ठ रोग,, दमा तथा लकवा आदि रोगों से मुक्ति मिलती है। इसका सम्बन्ध बुध गह से होता है तथा कन्या एवं मिथुन राशि के लोगों के लिए लाभकारी होता है।

पांच मुखी रुद्राक्ष – यह रूद्र अर्थात शिव का ही रूप है, इसे धारण करने से धन-संपत्ति तथा मान-सम्मान में वृद्धि होती है। पीलिया, मधुमेह तथा किडनी से सम्बंधित रोगों से मुक्ति मिलती है। इस रुद्राक्ष का सम्बन्ध बृहस्पती ग्रह से होता है, मीन तथा धनु राशि के लोगों के लिए पांच मुखी रुद्राक्ष बहुत ही लाभकारी होता है। 1 to 14 Mukhi Shiv Shakti Mala 

छह मुखी रुद्राक्ष –इनका सम्बन्ध कार्तिकेय तथा गणेश भगवान से होता हैइसे धारण करने से मूत्र रोग, किडनी तथा नपुंसकता जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। इस रुद्राक्ष का सम्बन्ध शुक्र ग्रह से होता है, तुला तथा वृष राशि के लोगों के लिए छह मुखी रुद्राक्ष बहुत ही लाभकारी होता है।

सात मुखी रुद्राक्ष – यह माँ लक्ष्मी का ही रूप है, इसे धारण करने से नसों, हड्डियों से सम्बंधित रोगों से निजात मिलती है तथा आर्थिक विकास होता है। इसका सम्बन्ध शनि ग्रह से होता है। यह मकर और कुम्भ राशि के लोगों के लिए लाभकारी होता है। 1 to 14 Mukhi Shiv Shakti Mala 

आठ मुखी रुद्राक्ष – यह भगवान गणेश का ही स्वरुप है। करियर में आ रही बाधाओं तथा मुसीबतों को दूर करने के लिए इस रुद्राक्ष को धारण किया जाता है। इसका सम्बन्ध राहु ग्रह से होता है, इस आठ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के बाद अकाल मृत्यु का डर समाप्त हो जाता है तथा त्वचा संबंधी रोग एवं गुप्त रोगों से राहत मिलती है।

नौ मुखी रुद्राक्ष – भैरव तथा दुर्गा इसके देवता हैइस रुद्राक्ष के प्रभाव से फेफड़े, कान और आँखों से सम्बंधित रोगों से मुक्ति मिलती है, संतान प्राप्ति के लिए भी इस रुद्राक्ष को धारण किया जाता है। इसका सम्बन्ध केतु ग्रह से होता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में केतु शुभ होने के बाद भी अपना शुभ फल नहीं दे पाते ऐसे लोगों को यह रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए। 1 to 14 Mukhi Shiv Shakti Mala 

दस मुखी रुद्राक्ष – भगवान विष्णु इसके देवता है, इस रुद्राक्ष के प्रभाव से हृदय रोग तथा फेफड़ों से सम्बंधित रोगों में राहत मिलती है, इसका सम्बन्ध सभी ग्रहों से होता है, यह नज़र दोष तथा नकारात्मक शक्तियों से हमारी रक्षा करता है।

ग्यारह मुखी रुद्राक्ष – हनुमानजी इसके देवता है, इस रुद्राक्ष के प्रभाव से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, यात्रा के दौरान नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा मिलती है। इसका सम्बन्ध मंगल ग्रह से होता है तथा मेष और वृश्चिक राशि के लोगों के लिये यह लाभकारी होता है। 1 to 14 Mukhi Shiv Shakti Mala 

बारह मुखी रुद्राक्ष – भगवान सूर्य इसके देवता है, इस रुद्राक्ष के प्रभाव से नाम, शोहरत, सम्मान की प्राप्ति होती है, इसके प्रभाव से हृदय से सम्बंधित रोगों से मुक्ति मिलती है। इसका सम्बन्ध सूर्य ग्रह से होता है तथा सिंह राशि के लोगों के लिए यह लाभकारी होता है।

तेरह मुखी रुद्राक्ष – इन्द्रदेव इसके देवता है, इसका सम्बन्ध शुक्र ग्रह से होता है। इस रुद्राक्ष के प्रभाव से मूत्र रोग, गर्भ संबंधी रोगों से निजात मिलती है, किडनी से परेशान लोगों के लिए भी यह रुद्राक्ष धारण करना लाभकारी होता है। तुला और वृषभ राशि के लोगों के लिए यह लाभकारी होता है। 1 to 14 Mukhi Shiv Shakti Mala 

चौदह मुखी रुद्राक्ष – यह साक्षात् शिव का रूप है, इस रुद्राक्ष के प्रभाव से निर्णय लेने की क्षमता का विकास होता है, तथा निराशा, बेचैनी, भूत-प्रेत, डर का समूल नाश होता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने के पश्चात शनि देव तथा शिव भगवान् का आशीर्वाद प्राप्त होता है, मकर और कुम्भ  राशि के जातकों के लिए यह रुद्राक्ष बहुत लाभकारी होता है।

शिव शक्ति माला एक संयोजन माला है जिसमें शास्त्र के अनुसार सभी प्रकार के रुद्राक्ष की माला होती है, 1 चेहरे से 14 चेहरे तक की माला एक संयोजन माला के रूप में काम करती है माला में नेपाल मूल के मोतियों की कुल संख्या होती है जिसे इसे पहना जाना चाहिए | एक माला जो सीधे त्वचा को छूती है इसे पूजा स्थल पर भी रखा जा सकता है और पूर्ण आशीर्वाद और सकारात्मक के लिए पूजा की जाती है इसे गौरी शंकर और गणेश के साथ 1 से 14 मुखी रुद्राक्ष के रूप में भी जाना जाता है। एक से चौदह मुखी रुद्राक्ष की दिलचस्प बातें, जिन्हें आप अपनी क्षमता के अनुसार कोई भी रुद्राक्ष पहन सकते हैं।  1 to 14 Mukhi Shiv Shakti Mala 

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