शनि का राशि परिवर्तन 17th January 2023 in Hindi
नमस्कार स्वागतम वेलकम वर्ष 2023 प्रारंभ होने जा रहा है और साल की शुरुआत में ही इस वर्ष 2023 का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन शनि का होने जा रहा है। शनि 17 जनवरी को मंगलवार के दिन रात्रि 08:02 बजे पर अपनी साधारण राशि मकर से अपनी मूल त्रिकोण की राशि कुम्भ में प्रवेश कर जाएंगे और वहां पर वे लगभग ढ़ाई वर्ष तक विराजमान रहेंगे। शनि जो कि कर्मफलदाता है और हर व्यक्ति के कर्मों का हिसाब रखते हैं। यदि आपने बहुत अच्छे कर्म किए हैं तो शनि के रिजल्ट भी आपको अच्छे मिलेंगे। परंतु यदि आपने कुकर्म किया है, कुकर्म किया है तो उसका परिणाम शनि आपको इसी जन्म में देंगे और आपको उन परिणामों के लिए तैयार रहना होगा। शनि, मकर और कुंभ राशि के स्वामी ग्रह हैं और वे मेष राशि में नीच के और तुला राशि में उच्च के परिणाम दिखाते हैं। शनि की तीसरी सातवीं और 10वीं दृष्टि अच्छी नहीं मानी जाती है और यदि शनि वक्री हो जाए जैसा कि वर्ष 2023 में 17 जून से लेकर 4 नवंबर तक शनि वक्री ही है, तब उनकी दृष्टियां और अधिक घातक हो जाती है। शनि के रिजल्ट वक्री होने पर इतने अच्छे नहीं मिलते। शनि न्याय प्रिय देवता है और न्याय करने में विश्वास रखते हैं। सेवक हैं, सेवा करते हैं और सेवा करवाते हैं शनि का राशि परिवर्तन 17th January 2023 in Hindi
अब जान लेते हैं कि शनि का ये जो राशि परिवर्तन है ये सिंह राशि वालों के लिए क्या लेकर आया है। किस प्रकार के परिणाम सिंह राशिवालों को इस वर्ष 2023 में शनि के इस गोचर से देखने को मिलेंगे। सबसे पहले हम आपको बता दे कि ये जो हम आपको राशिफल दे रहे है। ये चंद्र राशि पर आधारित है। अब शनि की बात करते हैं तो शनि आपके राशि के हिसाब से अब तक आपके अष्टम भाव में विराजमान थे और 17 जनवरी को वे आपके सप्तम भाव में यानी केन्द्रीय स्थान में अपनी मूल त्रिकोण की राशि में आकर विराजमान हो जाएंगे और यहां पर वे शश नामक महापुरुष योग का निर्माण करेंगे। यानि सिंह राशि वालों के लिए वर्ष 2023 और शनि का गोचर का परिणाम बहुत ही अच्छा देखने को मिलेगा क्योंकि शनि यहां पर शश नामक महापुरुष योग बनाते हुए व्यापारी वर्ग को बहुत अच्छा लाभ दिलवाएंगे। शनि आपकी राशि के लिए ष्स्टमेश यानि रोग भाव के स्वामी हैं और सप्तम भाव के स्वामी हैं और रोगों में भी आपको रिलैक्सेशन देखने को मिलेगा। इस समय शत्रु समाप्त हो जाएंगे। विरोधी किसी भी प्रकार का षड्यंत्र रचे। वे आपके कार्यों में बाधक नहीं बन पाएंगे। इस समय आप अपने कार्यों में बहुत सतर्कता से आगे बढ़ेंगे। मातृपक्ष से आपको आर्थिक लाभ भी प्राप्त होगा। इस समय गलत आदत आपके जीवन से आप त्याग देंगे और आपका जीवन बहुत सौम्यता के साथ आगे बढ़ेगा। आप बहुत कॉन्फीडेंट भी नजर आएंगे। शनि के इस गोचर परिवर्तन से आपके कॉन्फिडेंस में वृद्धि होगी। मेहनत में वृद्धि होगी और मेहनत के दम पर आप परिणामों को अपने लिए सकारात्मक बनाते चले जाएंगे। व्यापारी वर्ग व्यापार में बहुत अच्छी उन्नति और प्रगति करते हुए दिखाई देंगे। परंतु ऐसा देखा गया है कि शनि जब सप्तम में बैठता है तो दांपत्य जीवन में थोड़ी उथल पुथल मच आती है तो शनि आपके सप्तम भाव में बैठकर दांपत्य संबंधों में थोड़ी सी खटास ला सकता है। उतार चढ़ाव दिखा सकते हैं परंतु ये उतार चढ़ाव ज्यादा न बढ़े। इस बात का आपको विशेष रूप से ध्यान रखना है। शनि जहां बैठते हैं उसे बढ़ाते हैं इसीलिए ये उतार चढ़ाव लंबे नहीं चलेंगे। वैसे भी शनि बहुत धीमी गति से चलते हैं। इसीलिए आपको इस समय सोच समझ कर अपने निर्णय लेने हैं। जीवन साथी का पूर्ण रूपेण सम्मान करना है। व्यापारी वर्ग जो कि पार्टनरशिप में काम करना चाहते हैं, उनके लिए यह समय इतना उचित नहीं है। इसीलिए हो सके तो अकेले और इंडिविजुअल काम करें। व्यापारी वर्ग के लिए तो ये जो गोचर है शनि का ये बहुत शानदार परिणाम देने वाला है। व्यापार में सुख सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति करते हुए दिखाई देंगे। ये समय लव रिलेशनशिप वालों को भी बहुत अच्छे परिणाम दिलवाएगा। इस समय आप के प्रेम को परिवार की सहमति मिल जाएगी और आप विवाह के बंधन में बंधते हुए दिखाई देंगे। सनी के इस गोचर परिवर्तन के कारण शनि की तीसरी सातवीं और 10वीं दृष्टि आपके भाग्य स्थान आपके लग्न और आपके सुख स्थान पर पड़ती हुई दिखाई देगी जो कि इतनी अच्छी नहीं है। इस समय पर्सनैलिटी में अग्रेशन गुस्सा अधिक रहेगा। स्पीड फ़ॉरवर्डनेस्स बहुत अधिक रहेगी। कटू वाक्य आप लोगों को बोलेंगे। इस वजह से मित्र भी आपसे थोड़ी सी कन्नी काटेंगे। यानी आपसे दूर रहने का प्रयास करेंगे। इस समय ददिहाल से मतभेद हो सकते हैं। इसलिए वाणी पर थोड़ा सा नियंत्रण कर के आपको चलना पड़ेगा। पर्सनैलिटी को नकारात्मक न बनाएँ, उसमें अच्छाइयाँ लाएं और उसे सकारात्मक दृष्टिकोण से आगे बढ़ाएं। वैसे आप बहुत ईमानदार किस्म के व्यक्ति हैं या पर्सनैलिटी हैं। इसीलिए इस समय ईमानदारी से आप अपने कार्यों को करेंगे। लोग आपको मानेंगे परंतु आपके कटु वचन लोगों को नहीं भाएगा। वो आपकी इमेज को खराब कर सकते हैं। भाग्य भी इस समय अटक अटक कर आपका साथ देगा। पूर्ण रूपेण आपके साथ खड़ा नहीं दिखाई देगा। यानि सोच समझकर निवेश का समय है तो बहुत ज्यादा केयरफुल होकर निवेश करें और रिस्की कामों में इन्वेस्टमेंट के समय आप विशेष रूप से ध्यान रखें। जल्दबाजी आपको बिलकुल भी नहीं करनी है। लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करें। शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट से बचें और एक कार्य को कंप्लीट करने के बाद ही दूसरे कार्य की शुरुआत करें। वरना अधूरे पड़े हुए कार्य बढ़ते चले जाएंगे और निश्चित रूप से ये आपकी समस्याओं को बढ़ाएंगे। इस समय थोड़ी सी विरक्ति के भाव भी आपके मन में रहेंगे। भक्ति भजन कीर्तन आध्यात्म से आपका नाता थोड़ा कम रहेगा या फिर आप आध्यात्मिक भावों से भरे रहेंगे। परंतु अपने आपको बहुत अधिक आध्यात्म से दूर पाएंगे। मन अशांत रह सकता है। इसीलिए आपको शांति अपने मन में बनाए रखनी है। कॉन्फिडेंस लेवल से आगे बढ़ना है और अध्यात्म का मतलब क्या है? अध्यात्म का मतलब यह नहीं है कि आप पूरे दिन भजन कीर्तन पाठ पूजा करते रहें। आध्यात्म का मतलब है भगवान से आपका जुड़ाव। भगवान की भक्ति भगवान के आप कितने नजदीक नजदीक है और ये तभी संभव है जब आपके अंदर भाव हो तो आप अपने भावों को पॉजिटिव रखिए। भगवान के प्रति समर्पित रहिए। निश्चित रूप से आप आध्यात्म को अपने पास पाएंगे और ईश्वर के साथ आप अपने आपको महसूस करेंगे। शनि की जो दशवी दृष्टि है वो आपके सुख के स्थान पर पड़ रही है। इसीलिए प्रोपर्टी से संबंधित विवादों से आपको बचना होगा। फाइनेंशियली बहुत केयरफुल होकर अपने डिसीजन लें वरना शश नामक महापुरुष योग का भी लाभ नहीं प्राप्त होगा। थोड़ा सा अनायास खर्चों से आप परेशान नजर आएंगे। अचानक आए नुकसान से परेशान नजर आएंगे। भूमि संबंधी विवादों से परेशान नजर आएंगे। प्रोपर्टी के लेन देन में बहुत ज्यादा सावधानी रखें। कोई भी पेपर साइन करने जा रहे हैं तो पहले उसे जरूर पढ़ लें। अपने वकील या लीगल एडवाइजर से जरूर एडवाइस लेकर आगे बढ़ें। नहीं तो आपके साथ फ्रॉड हो सकता है। 17 जून से लेकर 4 नवंबर तक का जो समय है। इन मामलों में ज्यादा केयरफुल रहें। जल्दबाजी निवेश नहीं करनी है। सोच समझ कर डिसीजन लें। परिवार में अपना आधिपत्य बनाये रखने के लिए वाणी को सौम्य रखें। और संपत्ति संबंधी विवादों से बचें। क्योंकि हमने जैसा कि आपको बताया कि शनि जब भी वक्री होते हैं तो उनके परिणाम थोड़े से ओर अधिक भयानक हो जाता है। उनकी दृष्टियां भी वक्री हो जाती है और वक्र दृष्टि से अगर शनि देखेंगे तो वो काम और ज्यादा बिगड़ता हुआ दिखाई देगा। इसीलिए सावधानी से आप अपने कार्यों को पूर्ण करें तो शनि के शश नामक महापुरुष योग का भी आप लाभ जरूर प्राप्त करें शनि का राशि परिवर्तन 17th January 2023 in Hindi
उपाय :-
- दशरत कृत शनि स्त्रोत्र का पाठ आपको रोज़ाना करना है।
- सूर्यास्त के बाद शनि के बीज मंत्र का जाप करें और पीपल के वृक्ष के नीचे रोज़ाना एक सरसों के तेल का दीपक जरूर लगाएं।
- शनिवार के दिन आप शनि मंदिर की सफाई का जिम्मा भी जरूर लें।
- शनि माला से आप शनि के बीज मंत्र का जाप करें।
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