मीन राशि जनवरी 2023 राशिफल
ये नया साल आपके लिए उन्नतिदायक है। सभी तरक्की और उन्नति के रास्ते आप अपने जीवन में तय करें। शुभ आपके जीवन में हो यही हम मंगल कामना आप सभी के लिए करते हैं और लेकर आये हैं। नए साल की प्रथम माह यानि जनवरी माह का मीन राशि वालो का मासिक राशिफल | मीन राशि वालो के लिए साल का ये प्रथम माह कैसा रहने वाला है। सबसे पहले तो जान लेते हैं। इस माह में आने वाले कुछ विशेष पर्वों के बारे में तो 1 जनवरी
को नववर्ष प्रारंभ हो जाएगा। 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती मनाई जाएगी। 14 जनवरी को लोहड़ी या मकर सक्रांति इन दोनों का पर्व एक साथ धूमधाम से मनाया जाएगा। 21 जनवरी को मौनी अमावस्या आ रही है और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस और बसंत पंचमी का पर्व साथ में धूम धाम से मनाया जाएगा।
अब जान लेते हैं कि साल के प्रथम माह में ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी तो सबसे पहले बात करते हैं सूर्य ग्रह की जो कि वर्तमान में अपनी अति मित्र राशि धनु में विराजमान हैं और 14 जनवरी को वे अपनी सम राशि मकर में प्रवेश कर जाएंगे और यहां सूर्य उत्तरायण होते हुए दिखाई देंगे। मकर सक्रांति का पर्व इस दिन मनाया जाएगा। बुध ग्रह इस पूरे माह अपनी मित्र राशि धनु में विराजमान रहेंगे। वहीं मंगल ग्रह वक्री अवस्था में अपनी राशि शत्रु राशि वृषभ में इस पूरे माह विराजमान रहने वाले हैं। गुरू अपनी ही राशि मीन में इस पूरे माह विराजमान रहेंगे। वहीं शुक्र ग्रह की बात करें तो वे वर्तमान में अपनी सम राशि मकर में विराजमान हैं और 22 जनवरी को वे अपनी सम राशि कुम्भ में प्रवेश कर जाएंगे। शनि ग्रह की अगर बात करें तो वे वर्तमान में स्वग्रही अवस्था में अपनी राशि मकर में विराजमान हैं और इस माह में यानि 17 जनवरी को वे अपनी मूल त्रिकोण की राशि कुम्भ में स्वग्रही होकर विराजमान होने वाले हैं। शनि का ये जो राशि परिवर्तन इस साल का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन कहलाएगा | राहू इस पूरे माह अपनी सम राशि मेष में विराजमान रहेंगे और केतु इस पूरे माह अपनी राशि तुला में विराजमान रहने वाले हैं। तो ये हैं इस माह की ग्रह गोचर की स्थिति का हाल। अब जान लेते हैं कि इन ग्रहों की स्थितियों का। इस साल के सबसे बड़े राशि परिवर्तन का क्या इम्पैक्ट आपके इस माह पर पड़ने वाला है तो शुरू करते हैं मीन राशि वालो का जनवरी माह का मासिक राशिफल राशिफल |
आपकी राशि स्वामी की बात करते हैं जो कि है गुरू जो कि आपकी राशि में स्वग्रही होकर बैठा है। लग्नेश का अपने ही घर में स्वग्रही होकर बैठता शानदार स्थितियां आपके लिए लेकर आनेवाला है। गुरू यहां पर हंस नामक महापुरुष योग भी बना रहे हैं। वाणी से आप सबको मोहित कर लेते हैं। बहुत मैच्योरिटी से डिसीजन लेते हैं। डिसीजन में कभी भी जल्दबाजी नहीं करते और ये माह इसके उत्तम परिणाम दिलवाएगा। रिश्तों में मिठास घुली रहेगी। ददिहाल से संबंध और अधिक प्रगाढ़ होंगे। धर्म कर्म के कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी और धर्म का आप सदेव साथ देंगे।
अब चूंकि गुरु आपके कर्मेश भी है तो कर्म भाव के हिसाब से भी गुरु के रिजल्ट बहुत अच्छे मिलेंगे। जो शिक्षण व्यवसाय से जुड़े हैं या फिर जिनका कोई कोचिंग सेंटर है जो रिसर्च संबंधित कार्य करते हैं या फिर मैनेजमेंट के फील्ड से जुड़े हुए हैं या फिर कोई कंसल्टेंसी सर्विस देते हैं या फिर धर्म गुरु हैं। पथ प्रदर्शक मार्गदर्शक की भूमिका निभाते। उन सभी के लिए ये माह बहुत ही अच्छे और उत्तम परिणामों से भरा रहेगा। गुरू के बेहतरीन परिणाम आपको देखने को मिलेंगे। अधिकारी आपसे प्रसन्नचित नजर आएंगे। आप अपने कार्यों में सफलता प्राप्त करेंगे। प्रमोशन रूका हुआ इंक्रीमेंट आपको इस माह मिल सकता है। कई मनचाही ट्रांसफर के योग भी आपके बनते हुए दिखाई देंगे।
अब आते हैं आपके द्वितीय भाव पर | द्वितीय भाव के स्वामी मंगल जो कि अपने से एक घर आगे जाकर बैठा है। मंगल का अपने से एक घर आगे जाकर बैठना आपकी धन की स्थितियों को यथावत रखेगा। हालाँकि राहू आप पर बैठकर कुटुम्ब में कुछ तालमेल बिगाड़ सकते हैं। यानी किसी रिश्तेदार से बुजुर्ग से बड़े से किसी बात को लेकर कहासुनी हो सकती है। अपनी वाणी पर संयम और क्रोध पर नियंत्रण रखते हुए मैच्योरिटी से अपने कार्यों को करने का प्रयास करें और जहां पर आपको शांत रहना है, मौन रहना है वहां पर मौन रहकर अपने काम बना सकते हैं ना कि बोल के अपने रिश्तों को बिगाड़ें। इस बात पर विशेष रूप से आपको ध्यान देना होगा। अटकाव की स्थितियां जरूर आएगी पर निराश होने की आवश्यकता नहीं है। आपका मनोबल अगर स्ट्रॉंग रहा तो सफलता जरूर अर्जित करेंगे। क्योंकि धनेश की पोजिशन बहुत अच्छी है। इसीलिए इस समय अपने बल और पराक्रम और बुद्धि इन तीनों का इस्तमाल करते हुए एक बैलेंस्ड तरीके से अपने जीवन में आगे बढने का प्रयास करें।
अब मंगल चूंकि आपके भाग्येश भी है और भाग्य स्थान का स्वामी सप्तम दृष्टि से अपने ही घर को देख रहा है। तो भाग्य भी इसमें आपका साथ देगा। अधूरे पड़े हुए कार्य द्रुतगति से पूर्ण होंगे और डेरिंग काम आप चुटकियों में कर लेंगे जो कि हर कोई नहीं कर पायेगा। इस समय एजुकेशन में कोई भी बाधा उत्पन्न हो रही है। खासकर जो हायर एजुकेशन के विद्यार्थी हैं उनके लिए ये समय बहुत ही अच्छा और उत्तम परिणामों से भरा रहेगा। वहीं धार्मिक प्रवर्ति से भी आप ओतप्रोत रहेंगे। घर में धार्मिक अनुष्ठान संभव है या फिर परिवार के साथ किसी धार्मिक स्थल की यात्रा भी कर सकते हैं। जन कल्याण मानव सेवा कार्यों में आपकी प्रवर्ति बढ़ेगी और इससे आपकी प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी। मित्र आपके प्रत्येक नेक कार्य में आपका सहयोग करेंगे। परिवार का भी आपको साथ और सहयोग मिलेगा। यात्रा सुखद और मंगलमय रहेगी। तो मंगल के रिजल्ट आपको बहुत ही अच्छे देखने को मिलेंगे।
अब आते हैं आपके तृतीय स्थान पर। यानि पराक्रमेश की बात करते हैं। पराक्रम भाव के स्वामी हैं शुक्र। जो कि अपने से नवम जाकर बैठ रहे है। शुक्र का अपने से नवम जाकर बैठना बहुत ही अच्छे रिजल्ट आपको दिलवाएगा। लाभ की स्थितियों में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी। भाई बहनों के साथ में एक अच्छा तालमेल और सामंजस्य देखने को मिलेगा। परिवार का पूर्ण सुख का प्राप्त करेंगे। कलाकारों के लिए ये मान सम्मान और प्रसिद्धि से भरा समय रहेगा। आप अपनी प्रसिद्धि को आज के युग के साथ तालमेल बैठाते हुए चरम पर ले जायेंगे। सोशल मीडिया पर आपके वीडियो आप वायरल हो सकते हैं। आपकी गलत पहचान बन सकती है। शुक्र 22 जनवरी को आप हाउस में चले जाएंगे तो विदेशों में भी आप अच्छी ख्याति प्राप्त करेंगे। वहां पर भी आप अपने काम से नई पहचान बनाते हुए दिखाई देंगे। इन पराक्रमेश का अपने से नवम और दशम जाकर बैठना आपके लिए बहुत ही अच्छा और सुखद परिणामों से भरा रहेगा।
अब चूंकि शुक्र आपके पराक्रमेश होने के साथ साथ अष्टमेश भी है और अष्टम भाव का स्वामी अपने से चतुर्थ में जाकर बैठ रहे है। और 22 जनवरी को वे अपने से पंचम चले जाएंगे। दोनों ही परिस्थितियों में शुक्र के डिफ़ॉल्ट अष्टम भाव के हिसाब से भी अच्छे रहेंगे। हालांकि इस समय यात्रा में बहुत होगी परंतु यात्रा अपने मनमुताबिक स्थानों पर आपकी होगी। यानी जो इंसान आप घूमना चाहते हैं, देश दुनिया घूमना चाहते हैं वो सपना कब पूर्ण हो जाएगा। इससे आपको अलग पहचान भी बनेगी। ब्लौगिंग से जुड़े हुए लोगों के लिए यह समय बहुत ही शानदार रहने वाला है। जो ट्रैवल ब्लॉग लिखते हैं वो ट्रैवल भी करेंगे। ब्लॉग भी लिखेंगे और पहचान भी बनाएंगे। यदि आप अपने सपनों को पंख देते हुए दिखाई देगें और उसमें उड़ान भर चुके होंगे। देश विदेश की यात्राओं से आप का मनोबल भी बढ़ेगा। आपका काम भी बढ़ेगा और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। तो शुक्र के रिजल्ट अष्टम भाव के हिसाब से भी आपको बहुत अच्छे देखने को मिलेंगे।
अब आ जातें हैं आपके सुख स्थान स्थान पर | चूंकि सप्तमेश जो है और वो है बुध। अब सुखेश की बात करें तो सुखेश बुध अपने ही घर को सप्तम दृष्टि से देख रहे। शानदार पोजीशन में बुध बैठा है। लग्नेश के घर में बैठा है और इस समय परिस्थितियां बहुत ही अच्छी और फेवरेबल है क्योंकि सुखों में भी वृद्धि कर रहे हैं। भूमि भवन, वाहन जैसे सुखों में निरंतर वृद्धि आप महसूस करेंगे। मां के साथ अच्छी बॉन्डिंग रहेगी। सामाजिक मान सम्मान को बढ़ाने में उनकी अहम भूमिका देखने को मिलेगी। वो इस समय जो भी काम करवाएंगे सोच समझ कर करवाएंगे। आपकी बुध्दि बहुत प्रखर होगी। कोई भी गलत डिसीजन आप से नहीं लिया जाएगा। अगर कोई निर्णय आपका असफल भी होता है तो आप समझे कि ये आपके हित में नहीं था। किसान वर्ग के लिए समय बहुत ही अच्छा रहने वाला है। खेती बाड़ी से अच्छा लाभ प्राप्त करेंगे। पेंडू डेरी पशुपालन से संबंधित जो लोग व्यवसाय करते हैं, उनके लिए भी ये समय बहुत ही अच्छा रहेगा। उत्तम आपकी परिस्थितियां आपको अपने जीवन में देखने को मिलेगी और कॉन्फिडेंस लेवल देखने लायक रहेगा। जो मन में ठान लेगा उसे पूरा करके ही दम लेंगे। बस मन में ठान लेने की आवश्यकता है।
अब सुखेश के हिसाब से तो आपको अच्छे रिजल्ट देंगे ही परन्तु उसके साथ सप्तमेश के हिसाब से भी बुध के रिजल्ट बहुत अच्छे रहेंगे क्योंकि बुध अपने चतुर्थ जाकर बैठेंगे। और केन्द्रीय स्थान का स्वामी और केन्द्रीय स्थान में ही बैठा तो वैसे भी अच्छे रिजल्ट मिलेंगे। व्यापारी वर्ग व्यापार में अच्छी उन्नति तरक्की करते हुए दिखाई देगा। नहीं नहीं योजनाओं का क्रियान्वयन करेगे। इस समय स्टाफ की समस्या खत्म हो जाएगी और अपना स्टाफ भी रख लेंगे। कार्य शैली में कुछ बदलाव की अगर संभावनाएं होंगी तो वो भी आप करते हुए दिखाई देंगे जिससे आपका काम बढ़ सके। आपकी एक अलग ब्रैंडिंग हो सके। और उसके लिए आप सदैव प्रयासरत रहेंगे। इस समय आपको अपने जीवनसाथी का भी पूरा सहयोग प्राप्त होगा। अगर आप बिजनेस कर रहे हैं तो वो भी आपको पूरा सपोर्ट करेंगे। उनके नाम से यदि आप काम करते हैं तो उसमें भी अच्छा लाभ प्राप्त करेंगे और दोनों मिलकर अगर काम करते हैं तो काम जल्दी ऊपर आएगा यानि जल्दी उन्नतिदायक बनेगा। तो कुल मिलाके ये व्यापारी वर्ग की तो बल्ले बल्ले कर देगा। महिलाएं पार्टनर के साथ भी आपकी ट्यूनिंग बहुत अच्छी रही। एक दूसरे को लेकर चलने की प्रवृति रहेगी। माधुर्य से बनेगी और साथ ही लव रिलेशनशिप में भी आपको अच्छे और पॉजिटिव रिजल्ट मिलेंगे। अगर आप किसी को प्रपोज करना चाह रहे हैं, मन ही मन किसी को चाहते हैं तो यह समय उचित है। आप उसे प्रपोज कर डालिए। वो आपके प्रपोजल को नहीं ठुकरा आएगा तो बुध के रिजल्ट आपको बहुत ही अच्छे और शानदार देखने को मिलेंगे।
अब आते हैं। आपके पंचम भाव पर। विद्यार्थी थोड़ा सा डिस्ट्रक्शन से घिरा हुआ है। मन चंचल रहता है तो पढ़ाई में अपना कंसंट्रेशन बनाएं। एक दृढ़ निश्चय करे कि पहले मैं पढ़ाई करूंगा या करूंगी। उसके बाद मैं कुछ भी कार्य करूंगा या करूंगी। तभी आप एक लक्ष्य प्रधान काम कर पाएंगे। लक्ष्य प्रधान पढ़ाई कर पाएंगे। और जब हम हमारे लक्ष्य की तरफ केन्द्रित रहते हैं तो निश्चित रूप से हमें वो लक्ष्य भी प्राप्त होता है। तो अपने मन को विचलित ना करें। कभी इधर कभी उधर दिमाग न लगाएं। सीधा एक फोकस आपका होना चाहिए। अपने टारगेट की तरफ और उस टारगेट को आप को फोकस करते हुए कार्य करें, सफलता जरूर मिलेगी। कला और साहित्य के क्षेत्र में आप सम्मानित किए जाएंगे। आपकी प्रसिद्धी बढ़ेगी। धार्मिक यात्राएं संपन्न होगी और घर में कोई धार्मिक अनुष्ठान भी आपके द्वारा किया जा सकता है।
अब आते हैं सप्तम भाव पर | यानि रोग भाव पर रोग भाव के स्वामी हैं सूर्य। जो कि 14 जनवरी तक आपके कर्म भाव में बैठेंगे और उसके बाद सूर्य आपके लाभ भाव में चले जाएंगे। तो 14 जनवरी तक का समय तो आपके लिए बहुत अच्छा है। श्वास संबंधी समस्याओं में भी आपको शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। रोग कट जाएंगे। रोग में आप विजय प्राप्त करेंगे। कोई भी समस्या श्वास संबंधी आपके जीवन में नहीं रहेगी। उत्तम लाभ आपको अपने स्वास्थ में देखने को मिलेगा। पर सूर्य 14 जनवरी के बाद जैसे ही आपके लाभ भाव में जाएंगे, आपके लाभ में हर ग्रह अच्छे रिजल्ट देता है। परंतु अपने षष्टम में बैठेंगे। तो इस समय आप अपनी वाणी से अपने शत्रुओं को न्यौता दे सकते हैं। शत्रु बढ़ा सकते हैं। अपने विरोधियों से सावधान रहें। अपनी गोपनीय बातों को अपने तक रखें और गोपनीय दस्तावेजों को सुरक्षित स्थान पर रखें। यात्रा करते समय सावधानी रखें और न किसी को उधार दे। किसी से उधार ले। ताकि ये जो समय आपका चल रहा है। वो अच्छे तरीके से खत्म हो जाएं और समस्याएं आपके जीवन में ना बढ़ें।
अब सीधा आ जाते हैं आपके लाभ भाव पर। लाभ भाव की अगर बात करें तो लाभेश हैं शनि जो की अपने घर में स्वग्रही होकर बैठा है। और 17 जनवरी तक लाभेश अपने ही घर में बैठेगा। बहुत अच्छी स्थितियां आपको देंगे और 17 जनवरी के बाद भी अपने से एक घर आगे जाकर बैठेंगे। तब भी शनि के रिजल्ट लाभ बाकी सबसे शानदार देखने को मिलेंगे। इस समय शेयर मार्केट, लॉटरी क्रिप्टो या जुआ सट्टा कुछ भी ऐसे रिस्की इनवेस्टमेंट अगर आपने कर रखा है तो उसका रिजल्ट आपके लिए फेवरेबल रहेगा। वहीं अगर आप कोई बड़ी इंडस्ट्री के मालिक हैं तो बड़े ऑर्डर आपको मिल सकते हैं या आप कुछ नया बड़ा काम शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए कठिनाइयां खत्म हो जाएगी और बिजनेस क्लियर हो जाएगा। उस काम को शुरू कर पाएंगे। व्यापार की नई ब्रांच खोलते दिखाई देंगे। सर्कल और लेवल बढ़ेगा। लग्जरी बढ़ेगी। सामाजिक मान सम्मान बढ़ेगा। इस समय घर में मांगलिक कार्यक्रमों की रूपरेखा रखी जाएगी। उसके रिजल्ट आपको बहुत ही अच्छे लाभ भाव के हिसाब से देखने को मिलेंगे।
अब यदि बात करें खर्च भाव की तो खर्च भाव के स्वामी भी शनि हैं जो अपने से बाहरवें में बैठें हैं परंतु अपने घर में बैठे हैं जो खर्चों को नियंत्रित कर रहे हैं और 17 जनवरी के बाद का समय जो हेंडीक्राफ्ट के व्यापारी हैं, इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का कोई काम करते हैं। विदेशों में जाकर कोई व्यापार फैलाना है या विदेशी कंपनियों के साथ जिनका काम रहता है, विदेशी करंसी का काम है उन सभी के लिए समय बहुत ही शानदार रहेगा। क्योंकि राशि परिवर्तन कर आपके हाउस में आकर बैठ जाएंगे। जिन लोगों को शनि की साढ़े साती हो रही है, उनके लिए भी ये समय विदेश यात्रा का सपना पूर्ण कर सकता है। या फिर जिनको शनि की महादशा चल रही है उनके लिए भी ये समय बहुत ही अच्छा है। मीन राशि वालों के लिए तो ये समय शनि के बेहतरीन परिणाम आपको दिलवाएगा और समस्याओं को खत्म कर देगा। तो ये था मीन राशि वालो का जनवरी माह का मासिक राशिफल।
शुभ तारीखें – 2, 3, 7, 11, 16, 20, 25 और 29।
अशुभ तारीखें – 1, 4 से 6, 8 से 10, 12, 15, 17 से 19, 26, 28, 30 और 31।
शुभ रंग – गोल्डन, यलो, ओरेंज रेड और मस्टर्ड।
उपाय
- बृहस्पतिवार के दिन 11 बार श्रीकृष्ण सहस्त्रनाम स्त्रोत का पाठ करें।
- बृहस्पतिवार को पीपल के वृक्ष को स्पर्श किए बिना जल चढ़ाएं और केले के वृक्ष को भी जल चढ़ाएं।
- गुरुवार के दिन ब्राह्मणों और विद्यार्थियों को भोजन कराया और दान दक्षिणा दें।
- बृहस्पतिवार के दिन मीठे पीले चावल बनाकर भगवान को भोग लगाकर स्वयं इस प्रसाद को ग्रहण करें और ये याद रखें कि जो मीठे चावल हो उसमें केसर जरूर डालें ताकि वे पीले हो जाएं।
- बृहस्पतिवार के दिन आप गौ माता के लिए रोटी निकालें और उन्हें खिलाएं। तो ये कार्य आपको बृहस्पतिवार के दिन जरूर करने चाहिए।