फेंगशुई कछुआ
कछुआ घर में रखने से जीवन में ऊर्जा का प्रवाह एक समान होने से स्थिरता बनी रहती है और उतार-चढ़ाव कम आते हैं. फेंगशुई में वस्तुओं को सही दिशा में रखने का खास निर्देश है तभी इसका पूरा लाभ मिलता है. उदाहरण के तौर पर, अगर आप फेंगशुई कछुए को गलत ढंग से रखते हैं तो इससे फायदे की जगह नुकसान हो जाएगा |
घर में फेंगशुई कछुए ( Fengshui Kachua ) को रखना बहुत शुभ होता है। इसके बारे में वास्तु शास्त्र में उल्लेख किया गया है। साथ ही बता दें कि भगवान् विष्णु का एक अवतार कछुआ रूप में भी था जिस कारण इसे नारायण का प्रतीक भी माना जाता है। भगवान् नारायण ने समुद्र मंथन के दौरान कछुए का अवतार लिया था और मंदरांचल पर्वत को अपने कवच में लिया था।
कछुए को घर में ‘गुड लक’ के लिए रखा जाता है. लेकिन एक खास प्रकार की मादा कछुआ, जिसकी पीठ पर बच्चे कछुए भी हों, यह प्रजनन का प्रतीक होता है. जिस घर में संतान ना हो या जो दंपत्ति संतान सुख से वंचित हो, उन्हें इस प्रकार का कछुआ अपने घर में रखना चाहिए. काले रंग के कछुए के अलावा कई तरह के कछुए बनाए जाते हैं |
घर और दुकान में फेंगशुई का कछुआ रखना होता है
वास्तु के अनुसार फेंगशुई के कछुए को उत्तर दिशा में रखने से धन लाभ और शत्रुओं का नाश होता है। …
यदि आप व्यवसायी हैं, तो अपनी दुकान या ऑफिस के मुख्य दरवाजे पर कछुए का चित्र लगाएं। …
घर के मुख्यद्वार पर कछुए का चित्र लगाने से परिवार में शांति बनी रहती है।