दस मुखी रुद्राक्ष को भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है.. इसके सत्तारुढ़ ग्रह नव-ग्रह हैं. मान्यता है कि इस रुद्राक्ष में भगवान विष्णु के दस अवतारों की शक्तियां समाई हुई हैं. इस दशममुखी रुद्राक्ष को उपयोग में लाने से व्यक्ति समाज में सम्मान और कीर्ति प्राप्त करता है. इसे धारण करने से व्यक्ति के सभी भय का नाश होता है तथा उसे सुख एवं सम्पत्ति की प्राप्ति होती है यह है की जो व्यक्ति सच्ची श्रद्धा के साथ इसे धारण करता है उसे भगवान विष्णु के दस अवतारों की शक्तिया प्राप्त हो जाती है ।धन, प्रतिष्ठा को देने वाला यह दस मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति की सभी कामनाएँ पूर्ण करता है. यह विघ्न-बाधाओं को दूर करके समस्त विपत्तियों का नाश करता है. दस मुखी रुद्राक्ष तंत्र- मंत्र के बूरे प्रभावों से मुक्त करता है इसे धारण करने से धारक को दिव्य शक्तियां प्राप्त होती हैं. व्यक्ति भूत , पिशाच जैसी बूरी बाधाओं से मुक्त रहता है.दस मुखी रूद्राक्ष के स्वामी दशावतारी विष्णु भगवान हैं सभी प्रकार के दोषों को नष्ट करने वाले हैं. इस रूद्राक्ष की पूजा करने से गृह शांति प्राप्त होती है.राजकीय कार्यो में सफलता मिलती है राजनैतिक क्षेत्र में प्रतिष्टा मिलती है.दशममुखी रुद्राक्ष दुर्लभ किस्म का रुद्राक्ष है इसके प्रभाव की वजह से कष्ट समाप्त होते हैं किसी भी तरह का काला जादू और बुरी नज़र दूर रहती है. यह बहुत शक्तिशाली माना जाता है यह रूद्राक्ष दिशात्मक दोष को भी दूर करने में सहायक है. अदालती मामलों, मुकदमों एवं विवादों को सुलझाने में बहुत लाभदायक है.दस मुखी को धारण करने से सर्व कार्य सिद्ध हो जाते हैं. दिमागी रोग , चिंता का नाश करता है, संतान प्राप्ति में सहायक होता है
दस मुखी रुद्राक्ष
09
Sep