गणेश रुद्राक्ष
यह रुद्राक्ष भगवान गणेश का प्रतिनिधित्व करता है। इस रुद्राक्ष पर दांत की उभरी हुई आकृति मिलती है जो भगवान गणेश के आकार की प्रतीत होती है। इसलिए इसे गणेश रुद्राक्ष कहते हैं। गणेश रुद्राक्ष | Ganesh Rudraksha
इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति पर सदैव गणेश जी की कृपा बनी रहती है। उसके सभी विघ्न और विघ्न दूर होते हैं और धन की प्राप्ति होती है। इसे धारण करने से मनुष्य सभी समस्याओं से मुक्त हो जाता है और मोक्ष की प्राप्ति करता है। गणेश रुद्राक्ष | Ganesh Rudraksha
गणेश रुद्राक्ष का महत्व:
भगवान गणेश की प्रतिकृति रुद्राक्ष समस्याओं को दूर करने के लिए है। प्राचीन वैदिक ग्रंथ के अनुसार इस रुद्राक्ष को सबसे पवित्र माना जाता है। इसे धारण करने वाला व्यक्ति अपने जीवन काल में ही सफलता पाता है।
गणेश रुद्राक्ष के प्रभाव:
गणेश रुद्राक्ष ज्ञान और बुद्धि को बढ़ाता है। इसे पूजा स्थान में रखने और नियमित और व्यवस्थित रूप से इसकी पूजा करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं और कमाई के द्वार खुल जाते हैं। यह व्यक्ति को सभी भौतिकवादी सुखों का आनंद लेने में सक्षम बनाता है। जो व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहता है, उसे इस रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए जिससे घर में धन और सफलता स्थायी रूप से बनी रहे। गणेश रुद्राक्ष | Ganesh Rudraksha
गणेश रुद्राक्ष द्वारा स्वास्थ्य लाभ:
गणेश रुद्राक्ष एकाग्रता और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है, लेखन कौशल को बेहतर बनाता है। भगवान गणेश बुद्धि और बुद्धि के देवता हैं, और इसलिए अनुचर के ज्ञान को बढ़ाते हैं, और मानसिक तनाव को दूर करते हैं। गणेश रुद्राक्ष | Ganesh Rudraksha
गणेश रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र:
रुद्राक्ष की शुद्धि के लिए एक विशेष मंत्र है ऐसा करने से उस रुद्राक्ष का पूर्ण लाभ मिलता हैं। सात लोकों की सात माताओं का आशीर्वाद पाने के लिए गणेश रुद्राक्ष का शुद्धिकरण किया जाता है। इसे शुद्ध करने के लिए निम्नलिखित मंत्र का एक लाख पच्चीस हजार बार जाप करना है। गणेश रुद्राक्ष | Ganesh Rudraksha
हमारे संस्थान में विद्वान पंडितों द्वारा रुद्राक्ष का शुद्धिकरण किया जाता है इसे आपके नाम से विधिवत प्राण प्रतिष्ठित, अभिमंत्रित किया जाता है | जिससे यह रुद्राक्ष प्रभावशाली हो | गणेश रुद्राक्ष | Ganesh Rudraksha
गणेश रुद्राक्ष का मंत्र
गं गणपतये नमः॥
ॐ गोंग गणपतये नमः