कुबेर यंत्र क्या है और यह कैसे काम करता है
वास्तु दोष निवारण यन्त्र वास्तु दोष को दूर करने का एक अचूक उपाय है। इस यन्त्र के द्वारा घर और ऑफिस से वास्तु सम्बंधित परेशानियों को दूर किया जा सकता है। हम कितने प्रयासों से कोई मकान या कोई जमीन खरीदते है। कितना भी ध्यान रखे परन्तु उसमे कुछ न कुछ कमी रह ही जाती है, जैसे स्थान सम्बन्धी, दिशा सम्बन्धी, मकान की स्थिति, कमरों की स्थिति आदि। वास्तु यन्त्र न केवल इन सभी समस्याओ को दूर करता है बल्कि सकारात्मक प्रभाव भी प्रदर्शित करता है। इस यन्त्र को अपने पूजा कक्ष में स्थापित कर निम्न मंत्र का जाप करे :-
“हे अक्षय माधवी राम नाम प्रियं
हे त्रिपुर देवदेवेशी तुभ्यं दास्यामि यांचितम ।”
अधिकतर मनुष्य अनजाने में ऐसा निर्माण कार्य करा देते है, जिससे उसमें वास्तु त्रुटियां रह जाती है। ऐसे में वास्तु शास्त्र से अनजान लोग वास्तु दोष से पीडि़त होने लगते है। मकान में बिना तोड़-फोड़ किये कुछ ऐसे उपाय बता रहा हूं, जिससे आपके घर में वास्तु दोषों का प्रभाव बहुत हदतक कम पड़ जायेगा। 1- मकान में जब भी जल का सेंवन करें, अपना मुख उत्तर-पूर्व की ओर रखें। 2- भोजन ग्रहण करते समय थाली पूर्व-दक्षिण दिशा की ओर रखें और पूर्वाभिमुख होकर भोजन करें। 3- सोते समय सिर का सिरहाना दक्षिण-पश्चिम या दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए, जिससे कि गहरी नींद आती है। 4- घर में पूजन कक्ष ईशान कोण में होना चाहिए एंव हनुमान जी की मूर्ति को दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थापित करना चाहिए। 5- सार्वभौमिक उन्नति के लिए घर के मुख्य द्वार पर लक्ष्मी, गणेश, कुबेर स्वास्तिक, ऊँ, एंव मीन क्रास आदि मांगलिक चिन्ह बनाना लाभकारी प्रतीत होता है। 6- जेट पम्प की बोरिंग मकान के उत्तर-पूर्व दिशा में करानी चाहिए। 7- भोजन का थोड़ा सा ग्रास प्रतिदिन किसी गाय को खिलाना चाहिए। 8- पूजा कक्ष में शिवलिंग रखना वर्जित माना गया है। उपरोक्त उपायों को करने से घर में समृद्धि व शान्ती बनी रहती है।