कन्या राशि मार्च 2023 राशिफल in Hindi
आप सभी को भारतीय नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। आज हम लेकर आये है मार्च माह के कन्या राशि वालो के मासिक राशिफल की जानकारी और ये माह बहुत ही विशेष है क्यूंकि इस माह में दो बड़े पर्व आ रहे हैं। पहला पर्व होली का जिसका हमें साल भर से इन्तजार रहता है। रंगों के माध्यम से हम हमारे सभी द्वेष भाव गिले शिकवे भूलकर सभी को रंग लगाते हैं और ये रंग हमारे जीवन में बने रहें। यही हम प्रभु से प्रार्थना भी करते हैं। ये रंगो का पर्व हमें बहुत कुछ सिखाता है कि हमें हमारे जीवन में किसी भी बैर को किसी भी शत्रु को अपने जीवन में नहीं पालना चाहिए। शत्रुता अपने मन में किसी के लिए नहीं रखनी चाहिए और रंग अगर हमारे जीवन में ना हों तो हमारा जीवन ही सूना हो जाएगा। दूसरा बड़ा पर्व चैत्र नवरात्रि का आ रहा है। जिस दिन भारतीय नववर्ष की भी शुरुआत हो जाएगी, अब इन दो पर्वों की तिथि कौन सी है और और कौन कौन से त्योहार इस माह में आने वाले हैं, उसके बारे में जान लेते हैं। 4 मार्च को प्रदोष व्रत रखा जाएगा। 6 मार्च को होलिका दहन का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा और 7 मार्च को पूर्णिमा और धुलंडी का पर्व मनाया जाएगा। 15 मार्च को शीतला अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। 22 मार्च को चैत्र नवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। हिन्दू नववर्ष भी इसी दिन से प्रारंभ होने वाला है और साथ ही गुड़ी परवा का पर्व भी इसी दिन मनाया जाएगा। 23 मार्च को चैतीचांद का पर्व मनाया जाएगा। 30 मार्च को रामनवमी आ रही है और 31 मार्च को चैत्र नवरात्रे समाप्त हो जाएंगे।
अब ये महीना ग्रहों की स्थिति के हिसाब से किस प्रकार से खास है, उसके बारे में जान लेते हैं। सबसे पहले बात करते हैं ग्रहों की राजा सूर्य की जो कि वर्तमान में अपनी अति शत्रु राशि कुम्भ में विराजमान हैं और 15 मार्च को वे मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। वहीं बुध ग्रह की अगर बात करें तो वे वर्तमान में कुंभ राशि में विराजमान हैं और 16 मार्च को वे मीन राशि में प्रवेश करेंगे। 31 मार्च को वे पुनः मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे। मंगल ग्रह की बात करें तो वे वर्तमान में अपनी मित्र राशि वृषभ में विराजमान हैं और 13 मार्च को वे अपनी अति शत्रु राशि मिथुन में प्रवेश कर जाएंगे। गुरु ग्रह की बात करें तो वे इस पूरे माह अपनी खुद की राशि मीन स्वग्रही होकर विराजमान रहेंगे। शुक्र ग्रह वर्तमान में उच्च के होकर मीन राशि में विराजमान हैं और 12 मार्च को वे अपनी मित्र राशि मेष में प्रवेश करेंगे। शनि ग्रह की बात करें तो वे इस पूरे माह स्वग्रही होकर अपनी मूल त्रिकोण की राशि कुम्भ में विराजमान रहेंगे। राहू ग्रह की बात करें तो वे इस पूरे माह मेष राशि चूकिं उनकी सम राशि है और केतू उनकी सम राशि तुला में इस पूरे माह विराजमान रहने वाले हैं तो ये है उनकी ग्रह गोचर की स्थिति। अब इन ग्रहों की स्थितियों का क्या इफेक्ट आपके इस माह पर पड़ेगा उसके बारे में जान लेते हैं
अब जान लेते हैं कन्या राशि वालो का मार्च माह का मासिक राशिफल के बारे में सबसे पहले तो हम आपको ये बता दे कि ये जो राशिफल हम आपको प्रदान कर रहे है वो चंद्र गणनाओं पर आधारित है और आपकी राशि और लग्न दोनों के हिसाब से समान रूप से प्रभावशाली भी है तो आपके राशि स्वामी बुध की बात करते हैं जो कि वर्तमान के अंदर यानि महीने के प्रारंभ में 16 तारीख को वो राशि परिवर्तन करेंगे तो तबतक वे आपके रोग भाव में विराजमान होंगे और रोग भाव में शनि और सूर्य के साथ में युति करेंगे। यहां पर थोड़े से लग्नेश दबते हुए दिखाई देंगे। यहां पर ये जो बुध की स्थिति है वो ऐसी रहेगी कि आप बुद्धिमान हैं पर अपनी बातों को बोल नहीं पाएंगे। यानि अपनी अभिव्यक्ति के रूप में आप थोड़े से कमजोर दिखाई देंगे। इस समय आपकी मेहनत का क्रेडिट कोई और ले जा सकता है। इस समय आपके कार्यों में भी आप छोटे छोटे कामों में छोटी छोटी दिक्कतें परेशानियों का सामना आपको करना पड़ सकता है। याददाश्त से संबंधित प्रॉब्लम हो सकती है। इसीलिए सोच समझ कर अपने जीवन में निर्णय लें। कोई भी निर्णय अपने ऊपर ना ले परिवार की सहायता आप इसमें ले सकते हैं और माहौल अपने ऊपर लेने की आवश्यकता नहीं है। अगर आपके मन में कोई भी बात है किसी की कोई धारणा है। कोई आपके मन में विचार है जिसे आप अभिव्यक्त करना चाहते हैं तो उसमें झिझकने की आवश्यकता बिल्कुल भी नहीं है। अपने विचारों को खुलकर लोगों के सामने रखें। उसे प्रस्तुत करें। बुध चूंकि आपके लग्नेश है और 16 मार्च को परिवर्तित होकर राशि परिवर्तन करते हुए आपके सप्तम भाव में आकर बैठेंगे। यहां पर बुध के रिजल्ट बहुत ही अच्छे मिलेंगे क्योंकि गुरु के साथ बुध की युति होगी। गुरु की दृष्टि आपके लग्न पर रहेगी और यहां पर बुध की भी दृष्टि अपने ही घर पर यानि लग्न पर देखने को मिलेगी और यहां पर इस समय आपकी पर्सनालिटी में अलग सा ही चेंज आप महसूस करेंगे। बोली की अभिव्यक्ति से सबको मोहित कर देना हर व्यक्ति को अपना बना लेना, सामाजिक मान सम्मान में बढ़ोत्तरी होना, बुद्धिमता के साथ डिसीजन लेना और जो चीजें अभी तक बिगड़ी हुई चल रही थी या बिगड़ चुकी थी। उन चीजों को सुधारने में आप बहुत हद तक प्रयत्नशील भी रहेंगे और सफल भी रहेंगे तो ये समय आपकी सफलता को सुनिश्चित करता हुआ दिखाई देगा। इस समय आपके सामने। मान सम्मान में बढोतरी होगी। इसीलिए कोई भी इम्पोर्टेन्ट डिसीजंस लिए है। कोई भी बड़ा निवेश करना है। कोई भी महत्वपूर्ण कार्य करना है तो हो सके तो आपको 16 मार्च के बाद करना चाहिए। इससे आपको उसमें बहुत ही अच्छे और बेहतरीन परिणाम मिलेगें और वो काम आपका इसी लिए संपन्न होता हुआ दिखाई देगा। अब चूंकि आपके कर्मेश भी है और कर्मेश अपने से नवम जाकर बैठेंगे। बुध का अपने से नवम जाकर बैठना आपके लिए अच्छा कल्याणकारी रहेगा। परन्तु चूंकि कर्म दब गए है शनि और सूर्य के बीच में तो यहाँ पर भी कुछ कठिनाइयां आपको कुछ चैलेंजेस आपको अपने वर्क प्लेस पर झेलने पड़ सकते हैं। पिता के साथ भी कभी कभी किसी बात को लेकर बहस हो सकती है। उनसे तो आपको बहस नहीं करनी है। उनकी बातों को सुनें और आपसी बातचीत के द्वारा हल निकालने का प्रयास करें। अग्रेशन गुस्सा या उनसे वाद विवाद की स्थितियां आपके लिए नुकसान दायक साबित हो सकती है और आपके कर्म में भी वो बाधक साबित हो सकती है। इसीलिए इससे थोड़ा सा परहेज करके चलें। उसके बाद ये समय थोड़े से चैलेंजेज के लिए भी आपको प्रेरित करेगा। पर उस चैलेंजेस को आप एक्सेप्ट करके अगर अपने जीवन में आगे बढ़ेंगे तो सफलता को सुनिश्चित करते दिखाई देंगे। इस समय आपको अपना मनोबल डाउन नहीं करना है। आपको अपने आत्मविश्वास को बनाये रखना है और उसके साथ ही आप अपने मैदान में उतरें। कर्म क्षेत्र में उतरें क्यूंकि कर्म क्षेत्र सबसे बड़ा कर्तव्य का मैदान होता है और इसमें हमें कर्म करना ही पड़ता है। यहाँ पर जहाँ पर कर्म की बात आती है वहां पर श्री कृष्ण ने अर्जुन को यदा यदा ही धर्मस्य अगरा ने बार बार बताया, अब दीप दान अगर मत्स्य प्रदाता माना जाए। हम परित्राण साधू नाम विनाशाय प्रणाम धर्म संस्थापना, दादी व्यायाम, सम ब्रह्मास्मि युगे युगे। इस तरह के उपदेश देकर उन्हें कर्म के लिए प्रेरित किया ताकि कर्म सबसे प्रमुख है और भगवान श्री कृष्ण ने यह उद्देश्य केवल अर्जुन को ही नहीं बल्कि पूरी मानव जाति को दिया है। इसलिए कर्म से घबराने का प्रयास बिल्कुल भी ना करें और कर्म के साथ अपने जीवन में आगे बढ़ेंगे तो इतनी विपरित परिस्थितियों को भी आप अपने लिए अनुकूल पाते हुए दिखाई देंगे। अब बुद्ध जो कि 16 मार्च को आपके 7th हाउस में आएंगे और यहाँ पर कर्म भाव में जाकर गुरु के साथ युति करेंगे। ये समय बहुत ही अच्छा रहेगा। इस समय आप अपने काम में अच्छी सफलता हासिल करेंगे। अब तक जो आपका इन्क्रीमेंट प्रमोशन अटका हुआ था, आपकी मेहनत का क्रेडिट कोई और ले जा रहा था वो सब समस्याएं खत्म हो जाएगी और अधिकारी भी आपकी एबिलिटी को पहचानेंगे जानेंगे। वर्क प्लेस पर कोई भी कॉन्ट्रोवर्सी हो आप उसमें फंसेंगे नहीं, उससे क्लीन चिट आपको मिलती हुई दिखाई देगी और जो मेहनत आपने करी है उसका ये पल आप प्राप्त जरुर करेंगे।
अब आते हैं द्वितीय भाव पर द्वितीय भाव की अगर बात करें तो द्वितीयश है शुक्र और जाकर बैठे हैं सप्तम भाव में सप्तम भाव में शुक्र गुरु के साथ में युति भी कर रहे हैं। यहाँ पर द्वितीय अपने से सिस्टम जाकर बैठे हैं परन्तु गुरु के साथ जो शुक्र की युति है और केन्द्र स्थान में शुक्र है वो आपके धन में निरंतर वृद्धि करते हुए दिखाई देंगे। इस समय आपको अपने बड़ों का सम्मान जरूर करना है। कुटुम्ब में किसी से भी बहस नहीं करनी। इस बात को आपको विशेष रूप से ध्यान रखना है। पैतृक संपत्ति संबंधी विवादों को साइड में रख देना है क्योंकि केतु आपके धन भाव में बैठ कर कहीं न कहीं सनसनी क्रिएट कर सकता है। अपने अधिकारियों से वाद विवाद न होने दें और कोई भी बात बहुत क्लियर रखें। क्रिस्टल क्लियर रखें और उनकी बातों को माने सुनें और उनको फॉलो करने का प्रयास करें। अगर आप ऐसा कर लेंगे तो शुक्र के बहुत ही अच्छे और बेहतरीन रिजल्ट आप पायेंगे। 12 तारीख को जब शुक्र चेंज हो जायेंगे और चेंज होकर यानि राशि परिवर्तन करते हुए आपके अष्टम भाव में जाकर विराजमान होंगे। तब शुक्र के रिजल्ट और भी अधिक बेहतर आपको प्राप्त होंगे क्योंकि यहाँ पर शुक्र अपने ही घर को दृष्टि डालेंगे। परन्तु यहाँ पर गौर करने वाली बात ये है कि शुक्र राहू के साथ में हुए योग भी बनाएंगे तो इस समय आपको धन संबंधी कार्यों में बहुत सजगता रखनी है। ऐसे कार्यों में जल्दबाजी बिलकुल भी आपके लिए ठीक नहीं है। नुकसान दायक साबित हो सकती है, इसलिए जल्दबाजी में कोई भी डिसीजन ना लें। शुक्र राहु की जो युति आपके अष्टम भाव में उनके इस समय यात्रा करते समय सावधानी आपको रखनी पड़ेगी। हालाँकि राहु आपको बहुत घुमाएगा घर से दूर यात्रायें बहुत करवाएगा परन्तु होकर हो सके तो यात्रा को ड्राइव करके न जायें। यातायात के संसाधनों का उपयोग करें या फिर खुद की गाडी। अगर आप लेकर जा रहे तो ड्राइवर रख लें क्यूंकि एक्सीडेंट होने के चांसेस से आपके खुद के मनोबल गिरा। खुद ड्राइव पर जाएंगे तो दिक्कत है, परेशानियां बढ़ सकती है। अब यातायात में आपको अपने सामान का भी ध्यान रखना चोरी अगर आपका सामान हो सकता है इसीलिए अब बहुत ज्यादा केयरफुल होकर चलें क्योंकि यात्रा अच्छी तरह सफलतादायक तो रहेगी पर यात्रा में अनहोनी होने की संभावना बनी हुई है। इसीलिए बहुत ज्यादा केयरफुल होकर ही आपको यात्रा करनी पड़ेगी। इस समय गुप्त धन की प्राप्ति के स्त्रोत खुल सकते हैं परन्तु गुप्त शत्रु भी उतने ही उत्पन्न हो सकते हैं। इसीलिए अपने गुप्त शत्रुओं के प्रति थोड़ी सी सावधानी रखते हुए अपने जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास करें। अब शुक्र चूंकि आपके भाग्येश भी हैं भाग्य स्थान का स्वामी अपने से 11 बैठे है 12 तारीख तक रहने वाला है और शुक्र का गुरु के साथ में जाकर बैठना। यानी आप अगर कोई भी कार्य भाग्य से रिलेटेड करना चाह रहे हैं। लक को अगर आप आजमाना चाहें तो 12 तारीख से पहले आप अपने लक से संबंधित कोई भी कार्य कर सकते हैं। उसके बाद आप न करें क्यूंकि रिस्की कामों में आपका पैसा फंस सकता है, नुकसान की स्थितियां बढ़ सकती है। इस समय धर्म कर्म के कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी। हालाँकि घर में मांगलिक कार्यक्रम कार्यक्रमों की रूपरेखा भी की जाएगी। अगर आप विवाह योग्य हो चुके हैं तो विवाह से सम्बंधित शादी, सगाई जैसे न्योते आपको प्राप्त होते हुए दिखाई देंगे। इस समय आप समाज सेवा जैसे कार्यों से भी जुड़ेंगे और ऑटो पर जाकर लोगों की सहायता के लिए तत्पर रहेंगे तो शुक्र के रिजल्ट आपको बहुत अच्छे मिलेंगे।
अब आते हैं पराक्रम भाव पर पराक्रम भाव की अगर बात करें तो पराक्रमेश है मंगल और मंगल जाकर बैठे हैं आपके भाग्य स्थान में भाग्येश का अपने से सप्तम जाकर बैठना बहुत ही बढ़िया आपके भाग्य को और अधिक बढ़ाएगा। भाग्य में वृद्धि करेगा और इस समय आपके काम द्रुत गति से संपन्न होंगे। भाई बहनों के साथ आप की ट्यूनिंग बहुत अच्छी रहेगी। इस समय राजनीति में अटके और काम आपके पूर्ण होते हुए दिखाई देंगे। सामाजिक मान सम्मान में बढ़ोतरी होगी। वहीं आप अपनी इच्छाओं को भी इस समय पूर्ण कर पाएंगे। पर मंगल जब 13 तारीख को आपके कर्म भाव में आ जाएंगे तो कर्म भाव में बैठकर मंगल अपने से पराक्रमेश अपने से अष्टम हो जाएंगे और असम में अपने से अष्टम जाकर बैठना आपके लिए इतना अच्छा नहीं रहेगा। इस समय आपको संभलकर रहने की आवश्यकता रहेगी। किसी भी कंट्रोवर्सी में ना फंसें। वाद विवाद की स्थितियों से बचें। अपने भाई बहनों के साथ ट्यूनिंग बनाकर चलें। यात्राओं में अपना विशेष रूप से आपको खयाल रखना पड़ेगा और वर्क प्लेस पर भी अगर कोई पॉलिटिक्स चल रही है तो आपको पॉलिटिक्स का हिस्सा बिलकुल भी नहीं बनायें क्यूंकि वो आपके लिए नुकसान दायक साबित हो सकता है। अब तो मंगल चूंकि आपके भाग्येश होने के साथ साथ आपके अष्टमेश भी है और अष्टम भाव का स्वामी अपने से एक घर आगे जाकर बैठा है। इसीलिए मैंने आपको बताया कि यात्रा आपके लिए सुखद और मंगलमय जरूर रहेगी। पर पहले से ही हम आपको बता चुके है कि शुक्र और राहू का जो जड़त्व योग आपके अष्टम भाव में बन रहा है। इसीलिए यात्रा में अनहोनी की संभावना है। थोड़ा सा सावधान होकर चलें अब मंगल चूंकि 13 तारीख को चेंज होकर अष्टमेश अपने से तृतीय जाकर बैठेगा और उस समय भी आपको संभल कर रहना रूटीन के कार्यों को पूर्ण करें। रिस्की कामों में हाथ डालने की अपेक्षा आप जो अपने नॉर्मल काम पूरे करेंगे, रूटीन के काम पूरे करेंगे उसमें आपको अच्छी सफलता जरूर प्राप्त होगी।
अब आते हैं आपके सुख स्थान पर सुकेश और सप्तमेश गुरु और सुख स्थान का स्वामी सप्तम भाव में हंस नामक महापुरुष योग बना रहा है। गुरु का सप्तम भाव में बैठकर हंस नामक महापुरुष योग बनाना आपके सुखों में निरंतर प्रगति करेगा। अब सुख कैसे हो सकता है परिवार का सुख, घर का सुख लग्जीरियस, गाड़ी का सुख लग्जीरियस आइटम्स का सुख, कुछ अच्छे कार्यों का सुख बड़ी बड़ी प्रॉपर्टी का सुख सुख कई तरह के होते हैं और आप इन सुखों का भोग करने में इस माह अपने आपको सक्षम पाएंगे। बहुत अच्छे से आप इन सुखों का उपभोग करेंगे। यहाँ पर आपकी माँ का आपको पूरा सपोर्ट देखने को मिलेगा। वहीं कामों में भी आपको अपने अधिकारियों का सपोर्ट पूरा मिलेगा। मैनेजमेंट के फील्ड से जुड़े हुए या शिक्षण व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों के लिए ये समय बहुत ही अच्छा और उन्नतिदायक रहेगा। आप गुरु चूंकि बैठे हैं आपके संबंध में स्वग्रही होकर नामक महापुरुष योग बना रहें तो गुरु के साथ में पहले तो शुक्र बैठेगी और वो भी बहुत अच्छे रिजल्ट 12 तारीख तक देने वाले है। उसके बाद सूर्य और बुध आ जाएंगे और ये भी आपको बहुत अच्छे रिजल्ट देंगे क्योंकि बुध तो आपके लग्नेश हैं, गुरू सप्तमेश है और साथ में लग्नेश कर्मेश और सुखेश सप्तमेश के साथ मैं सूर्य की युति हो रही है तो खर्चों में भी थोडा सा नियंत्रण आप इस महीने प्राप्त करेंगे यानि अनर्गल खर्च से बच जाएंगे। व्यापार में कुछ नहीं योजनाओं का क्रियान्वयन होगा। अगर आप मेडिकल लाइन से जुड़े हुए हैं या फिर कोई टेक्निकल फील्ड से जुड़े हुए हैं। काउंटिंग का काम करते हैं बैंकिंग सेक्टर का। अगर कोई काम आपका अटका हुआ है तो इस माह आपके सारे काम द्रुत गति से संपन्न होंगे और इसमें अच्छा लाभ भी आप प्राप्त करेंगे तो गुरु के रिजल्ट बहुत अच्छे आपको इस माह देखने को मिलेंगे।
अब आते हैं आपके पंचम भाव पर पंचम भाव की अगर बात करें पंचमेश शनि जो कि अपने से एक घर आगे जाकर बैठे हैं। पंचमेश शनि का अपने से एक घर आगे जाकर बैठना आपके शिक्षा में आ रही बाधाओं को दूर कर देगा। आपकी मेहनत को बढ़ाएगा। इस समय मेहनत का यथेष्ट फल भी प्राप्त करते हुए दिखाई देंगे। संतान से संबंधित कुछ शुभ समाचारों की आपके जीवन में प्राप्ति होगी और उन शुभ समाचारों से आपको अपने कार्यों में और अच्छी उन्नति और प्रगति करेंगे। कॉन्फिडेंस लेवल आपका बढ़ा हुआ दिखाई देगा। साहित्य और कला के क्षेत्र में आप मान सम्मान की प्राप्ति करते हुए दिखाई देंगे। प्रसिद्धि में चारचांद लगेंगे सोशल मीडिया पर आप छाए रहेंगे और आपके वीडियो वायरल हो सकते हैं। अब शनि चूंकि आपके रोग भाव के स्वामी हैं और रोग भाव में स्वग्रही होकर बैठे हैं। इस समय आपको नेत्र से सम्बंधित समस्या उत्पन्न हो सकती है। साथ ही नर्वस सिस्टम से सम्बंधित यानी बीपी की प्रॉब्लम भी हो सकती है तो थोड़ा सा आपको इन दोनों समस्याओं में संभलकर रहना है। हालाँकि आपको बहुत जल्दी रिकवरी भी कर लेंगे। कोई बड़ी श्वास संबंधी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा और अगर कोई बड़ा रोग आपको है तो उसमें भी आपको आराम प्राप्त होगा। पर चूंकि शनि अपने ही घर में बैठे हैं और सूर्य और बुध साथ में बैठे हैं, इसलिए इन तकलीफों के प्रति आपको जागरूक होकर चलना पड़ेगा। वहीं गुप्त शत्रु आप के समाप्त हो जाएंगे। आपके प्रत्येक कार्य में आपको सफलता प्राप्त होगी। रुपए पैसे से सम्बंधित कार्यों में भी आप रिलैक्सेशन महसूस करेंगे। हालांकि अगर आपने किसी को उधार दिया है या उधार लिया है तो वो पैसा लौटाने में या फिर वापस प्राप्त करने में कुछ कठिनाई उत्पन्न हो सकती है। पर ये कठिनाई बहुत लम्बे समय तक नहीं रहेगी। जल्द ही आप अपना पैसा पुनः प्राप्त कर लेंगे और किसी को पैसा चुकाना है तो वो रुपया आप चुका भी देंगे तो शनि के रिज़ल्ट बहुत ही शानदार आपको इस माह देखने को मिलेगा।
अब आते हैं सीधा आपके लाभ भाव पर लाभ की स्थितियां इस माह आपके लिए बहुत ही अच्छी रहेंगी। खर्च की स्थिति भी रहेगी पर लाभ की स्थिति को बढ़ाने के लिए आप प्रयत्नशील रहेंगे और काफी हद तक उसमें सफलता भी हासिल करेंगे। वही खर्चे भाव के स्वामी हैं। सूर्य जो की आपके रोग भाव में बैठे हैं। सप्तम दृष्टि से शनि और सूर्य आपके खर्चे भाव को देख रहे हैं और उस पर शनि और सूर्य की दृष्टि आपके इम्पोर्ट एक्सपोर्ट से सम्बंधित कार्यों में आपको सफलता दिलवाएगी। वही इस समय अगर आप कोई भी मेडिकल से संबंधित कार्य बाहर की कंपनियों के साथ मिलकर करना चाहते हैं तो उसमें भी सफलता के उत्तम योग आपके बनते हुए दिखाई देंगे। वहीं 15 तारीख को जब सूर्य चेंज हो जायेंगे और आपके सप्तम भाव में आकर विराजमान होंगे तब वे गुरु के साथ युति कर आपके कार्यों में निरंतर उन्नति और प्रगति के मार्ग को प्रशस्त करेंगे जो गवर्मेंट जॉब से जुड़े हुए अधिकारी अब्रॉड जाकर थोड़े दिन सरकार के पैसों पर कुछ प्रोजेक्ट के सिलसिले में बाहर जाना चाहते हैं। काम करना चाहते हैं। उनकी वो इच्छा इस समय पूर्ण होती हुई दिखाई देगी। वहीं अगर आप सोने के व्यापारी हैं या फिर आप कोई स्टॉक से सम्बंधित कुछ काम करते हैं तो उसमें भी आप अच्छी सफलता इस माह हासिल करते हुए दिखाई देंगे और इलेक्ट्रॉनिक व्यापारियों के लिए ये माह बहुत ही अच्छा रहने वाला है। विदेशी कंपनियों से सम्बंधित अगर आप कोई भी इलेक्ट्रोनिक आइटम अपने शोरुम में रखते हैं तो वो जल्दी बिकेंगे और उनकी बिक्री में तेजी आएगी जिससे आप के लाभ की गति भी बढ़ेगी। तो ये था कन्या राशि वालो का मार्च माह का मासिक राशिफल |
शुभ तारीखे :- 1 से 5 तारीख, 8 से 14 तारीख, 17 तारीख18, 21, 23 तारीख और 26 से 30 तारीख |
अशुभ तारीखे :- 6 तारीख, 7 तारीख, 15 तारीख, 16 तारीख, 19 तारीख, 20 तारीख, 24 और 25 तारीख |
शुभ रंग :- हरा यलो और रेड |
उपाय
- पुष्य नक्षत्र में पाँच रत्ती के पन्ने की अंगूठी बनाकर कनिष्का अंगुली में जरूर धारण करें।
- बुधवार के दिन कांसे और चांदी के गोल टुकड़े को हरे वस्त्र में बांधकर अपनी जेब में जरुर रखें।
- घर में खंडित मूर्ति बिल्कुल भी ना रखें।
- कटी फटी, धार्मिक पुस्तकें या कोई पोस्टर हैं या कोई तस्वीर है उन्हें कभी भी आप अपने घर में इकट्ठा ना करें।
- बुधवार का व्रत रखें और हरे मूंग भिगोकर पक्षियों को जरुर खिलाए
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